"याद आती रतन से अधिक
उसकी माँ की आँखों में झलकती उसकी बेबसी"
रतन की माँ की आँखों में किस तरह की बेबसी झलकती होगी?
रतन की माँ जब अन्य बच्चों को बोलते देखती होगीं, तो उन्हें रतन के न बोलने पर बहुत दुख होता होगा। यही बेबसी उनकी आँखों में झलकती होगी।
"माँ की आँखों में झलकती उसकी बेबसी"
आँखें बहुत कुछ कहती हैं। वे तरह-तरह के भाव लिए हुए होती हैं। नीचे ऐसी कुछ आँखों का वर्णन है। इनमें से कौन-सी नज़रें तुम पहचानते हो–
'अदंर की छटपटाहट' उसकी आँखों में किस रूप में प्रकट होती थी?
(क) चमक के रूप में
(ख) डर के रूप में
(ग) जल्दी घर लौटने की इच्छा के रूप में
निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए−
'शुद्ध सोने में ताबे की मिलावट या ताँबें में सोना', गाँधीजी के आदर्श और व्यवहार के संदर्भ में यह बात किस तरह झलकती है? स्पष्ट कीजिए।