यह कहना यहाँ तक युक्तिसंगत है कि इस कहानी में हास्य के साथ-साथ करुणा की भी अंतर्धारा है। अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दें।
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Solution
इस कहानी में हास्य चारों ओर बिखरा हुआ है तथा पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति के रूप में करुणा की भी अंतर्धारा बहती रहती है। सरकारी विभागों द्वारा पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति को निकालने के लिए स्थान पर मूर्खतापूर्ण कार्य तथा सलाहें हमें हँसा देती हैं। पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति के बारे में पढ़ते हैं, तो उससे करुणा हो आती है। रह-रहकर पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति की दशा हमें द्रवित करती है। करूणा तब प्रबल हो जाती है, जब पेड़ के नीचे व्यक्ति मर जाता है और चीटियों की पंक्ति उसके मुख में प्रवेश करती है।