यशोधर बाबू की कहानी को दिशा देने में किशनदा की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। आपके जीवन को दिशा देने में किसका महत्त्वपूर्ण योगदान रहा और कैसे?
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Solution
जिस प्रकार यशोधर बाबू की कहानी को दिशा देने में किशनदा की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। ऐसे ही मेरे जीवन को दिशा देने में मेरी दादी का हाथ रहा है। मैं यह तय नहीं कर पा रहा था कि मैं दसवीं के बाद किस विषय पर आगे पढ़ाई करूँ। माता-पिता मुझे मेडिकल के लिए तैयार करना चाहते थे और मैं मेडिकल के लिए स्वयं को उचित नहीं पाता हूँ। तब मुझे दादी ने समझाया कि माता-पिता को झूठी उम्मीद देने से अच्छा है, उन्हें वो उम्मीद दो जो तुम कर सकते हो। उनकी यह बात मेरे दिल को छू गई। मैंने अपने माता-पिता को बताया कि मैं आगे चलकर सी.ए. के लिए तैयारी करना चाहता हूँ। मेरी बात से वे बहुत प्रसन्न हुए और तैयार हो गए। आगे चलकर मैंने दादी को अपना आदर्श बनाया। उनके विचारों तथा जीवन शैली को समझने का प्रयास किया और जो मुझे अच्छा लगता चला गया, उसे अपना लिया। आज में खुश हूँ मैंने जो निर्णय लिया था, वह बिलकुल सही था।