अकबर को पहरेदार की दखलंदाज़ी अच्छी क्यों नहीं लगी?
अकबर एक नेक दिल राजा था। वह अपनी प्रजा का भला चाहता था। समय-समय पर सबकी सहायता करने या बातचीत करने के लिए लोगों से मिलता-जुलता रहता था। केशव उसे आम इंसान समझकर बातें कर रहा था। पहरेदार के आने से उनकी बातचीत में बाधा आ गई थी इसलिए पहरेदार की दखलंदाजी अकबर को पसंद नहीं आई।