चंपा ने ऐसा क्यों कहा कि कलकत्ता पर बजर गिरे?
जब कवि ने चंपा को कहा कि उसके ब्याह के बाद उसका पति कलकत्ता नौकरी करने चला जाएगा, तो उसके पत्र पढ़ने के लिए और उसे पत्र लिखने के लिए चंपा को पढ़ना-लिखना सीखना चाहिए। चंपा को यह बात अच्छी नहीं लगी। वह चाहती है कि ब्याह के बाद उसका पति उसके साथ रहेगा। वह उसे कभी कलकत्ता जाने नहीं देगी। अतः कवि की बात सुनकर उसे कलकत्ता पर गुस्सा आ गया और उसने कलकत्ता पर बजर गिरने की बात कही।