During the Indian Freedom Struggle, who of the following raised an army called ‘Free Indian Legion’?
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, निम्नलिखित में से किसने “फ्री इंडियन लीजन” नामक एक सेना का गठन किया था?
A
Lala Hardayal
लाला हरदयाल
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B
Rashbehari Bose
रास बिहारी बोस
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C
Subhas Chandra Bose
सुभाष चंद्र बोस
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D
V D Savarkar
वी डी सावरकर
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Solution
The correct option is C Subhas Chandra Bose
सुभाष चंद्र बोस
Indian independence leader Subhas Chandra Bose initiated the legion's formation, as part of his efforts to win India's independence by waging war against Britain, when he came to Berlin in 1941 seeking German aid. The initial recruits in 1941 were volunteers from the Indian student’s resident in Germany at the time, and a handful of the Indian prisoners of war who had been captured during the North Africa Campaign. It would later draw a larger number of Indian prisoners of war as volunteers.
In January 1942, the Propaganda Ministry announced the formation of the “Indian National Army” (Jai Hind) in Berlin.
At the end of July 1942, three hundred volunteers were issued German Army uniforms bearing a badge on the right arm which showed a leaping tiger superimposed on an Indian tricolour, surrounded by the legend “Freies Indien”. These men were then officially designated the “Free Indian Legion”.
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नेता सुभाष चंद्र बोस जब 1941 में जर्मनी की सहायता के लिए बर्लिन पहुंचे थे, तब उन्होंने ब्रिटेन के खिलाफ युद्ध छेड़कर, भारत की आजादी प्राप्त करने के अपने प्रयासों के तहत, सेना का गठन करने की पहल की थी। 1941 की शुरुआत में उन्होंने सेना में उस समय जर्मनी में रहने वाले स्वयंसेवकों के रूप में भारतीय छात्र और उत्तरी अफ्रीका अभियान के दौरान पकड़े गये कुछ मुट्ठी भर भारतीय कैदियों को भर्ती किया था। इससे आगे चलकर बड़ी संख्या में युद्ध के कैदी स्वयंसेवकों के रूप में आकर्षित हुए थे।
जनवरी 1942 में, प्रचार मंत्रालय ने बर्लिन में “भारतीय राष्ट्रीय सेना” (जय हिंद) के गठन की घोषणा की थी।
जुलाई 1942 के अंत में, तीन सौ स्वयंसेवकों को जर्मन सेना की वर्दी जारी की गई थी, जिसके दाहिने हाथ पर एक बैज लगा हुआ था जिसमें छलांग लगाता हुआ बाघ भारतीय तिरंगे पर छापा गया था, जिसके ऊपर ”फ्रीइंडियन” अंकित था। पुरुषों को तब आधिकारिक रूप से ‘फ्री इंडियन लीजन’ यानी ‘आजाद हिंद फौज’ से नामित किया गया था।