खैराती, रामू और छिद्दू ने जब आँखें खोली तो उन्हें सामने राजा ही क्यों दिखाई दिया?
Open in App
Solution
इतने समय तक राजा के कहने पर अँधे, गूंगे तथा बहरे बनने से प्रजा ने अपना अस्तित्व ही समाप्त कर दिया। अब वे राजा की कठपुतली थे। यदि वे अपनी मर्जी से देखना भी चाहते थे, तो उनके पास अब कुछ शेष नहीं था। वे अपनी पहचान खो चुके थे। अतः राजा के अतिरिक्त उन्हें कुछ दिखाई नहीं देता है। राजा उनकी पहचान बन जाता है। बस उसके आदेश का पालन करना ही उनके जीवन का उद्देश्य बन जाता है। अतः जब वे आँखें खोलकर देखने का प्रयास करते हैं, तो मात्र राजा ही दिखाई देता है।