"कोको के माता-पिता धान लगाने के लिए खेतों में गए।"
"कोको की माँ ने उसके लिए चावल की रोटियाँ बनाईं।"
एक ही चीज़ के विभिन्न रूपों के अलग-अलग नाम हो सकते हैं। नीचे ऐसे कुछ शब्द दिए गए हैं। उनमें अंतर बताओ।
चावल – धान – भात – मुरमुरा – चिउड़ा
साबुत दाल – धुली दाल – छिलका दाल
गेहूँ – दलिया – आटा – मैदा – सूजी
चावल – धान से निकला दाना चावल कहलाता है।
धान – छिलका चढ़ा हुआ चावल धान कहलाता है।
भात – पका हुआ चावल भात कहलाता है।
मुरमुरा – धान को भाड़ में भूनने से वह मुरमुरा बन जाता है।
चिउड़ा – धान को भिगाकर पीसने से चिउड़ा बनता है।
साबुत दाल – दाल का पुरा दाना (जिसे तोड़ा न जाए) साबुत दाल कहलाता है।
धुली दाल – बिना छिलके की दाल धुली दाल कहलाती है।
छिलका दाल – छिलके वाली दाल छिलका दाल कहलाती है ।
गेहूँ – एक अनाज जिससे आटा बनता है।
दलिया – गेहूँ को मोटा-मोटा पीसा जाता है, वह दलिया कहलाता है।
आटा – गेहूँ को बारीक पीस कर आटा बनता है।
मैदा – आटे को और बारीक पीसकर मैदा बनायी जाती है।
सूजी – गेहूँ जौ आदि से बना मोटा आटा सूजी कहलाता है।