'लड़कियाँ हैं, वह घास-फूस की तरह बढ़ती चली जाती हैं।'- वाक्य समाज में स्थिति की किस वास्तविकता को प्रकट करता है?
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Solution
यह कथन समाज में लड़की के युवती होने पर माता-पिता के मन में उपजी चिंता को व्यक्त करता हैं। एक लड़की के माता-पिता कितने चिंतित होते हैं, जब उनकी लड़की बड़ी हो जाती है। एक माता-पिता के लिए लड़की के बड़े होने पर उसके विवाह, विवाह को लेकर होने वाले खर्च तथा दहेज़ देने को लेकर चिंताएँ खड़ी हो जाती हैं।