लेखक ने लता की गायकी की किन विशेषताओं को उजागर किया है? आपको लता की गायकी में कौन-सी विशेषताएँ नज़र आती हैं? उदाहरण सहित बताइए।
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Solution
लेखक ने लता की गायकी की इन विशेषताओं को उजागर किया है-
(क) निर्मल, कोमल तथा मुग्ध स्वर- लता के स्वर बहुत ही निर्मल, कोमल तथा मुग्ध होते हैं। उनके स्वरों में ये गुण बिखेरे हुए हैं। सुनने वालों का इनसे परिचय हो जाता है।
(ख) उच्चारण में नादमय का समावेश- इसके माध्यम से लता का गायन और विशेष हो जाता है। वे इसके माध्यम से दो स्वर के मध्य के अंतर को भर देती है। जहाँ वे विलीन होते प्रति होते हैं, वहीं वे एक-दूसरे के साथ दोबारा मिल जाते हैं।
(ग) श्रृंगार का सुंदर गायन- लेखक मानते हैं कि लता गायन में श्रृंगार का सुंदर समावेश है। करुण रस में वे उतना कर नहीं पायी, जितना श्रृंगार में कर पायी हैं।
हमारे अनुसार लता जी के गाने सुनकर मन दूसरे लोक का भ्रमण करने लगता है। उनके गाने का आनंद आप कहीं भी और किसी भी अवसर में उठा सकते हैं। उनके गानों को सुनकर आपको दुख नहीं सुख का आभास होता है।