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Question

Paragraph for below question
नीचे दिए गए प्रश्न के लिए अनुच्छेद

In crystal field theory, a ligand lone pair is modelled as a point negative charge that repels electrons in the d-orbitals of the central metal ion. The theory concentrates on the resultant splitting of the d-orbitals into groups with different energies, and uses that splitting to rationalize and correlate the optical spectra, magnetic properties, etc of complexes.

क्रिस्टल क्षेत्र सिद्धान्त में, लीगेण्ड के एकांकी युग्म को बिन्दु ऋणावेश के रूप में माना जाता है जो केन्द्रीय धातु आयन के d-कक्षकों में स्थित इलेक्ट्रॉनों को प्रतिकर्षित करते हैं। यह सिद्धान्त d-कक्षकों के विभिन्न ऊर्जाओं वाले समूहों में परिणामी विपाटन पर केन्द्रित होता है तथा इस विपाटन का उपयोग संकुलों के प्रकाशिक स्पेक्ट्रम, चुम्बकीय गुणों इत्यादि की तर्क सहित व्याख्या व इनमें सहसम्बन्ध स्थापित करने में किया जाता है।

Q. In [CoF6]3– complex, the number of electrons present in t2g and eg set of d-orbitals respectively are

प्रश्न - संकुल [CoF6]3– में, d-कक्षकों के t2gतथा eg समुच्चय में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या क्रमशः हैं

A
2 and 4

2 तथा 4
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B
2 and 2

2 तथा 2
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C
4 and 4

4 तथा 4
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D
4 and 2

4 तथा 2
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Solution

The correct option is D 4 and 2

4 तथा 2
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Q. Paragraph for below question
नीचे दिए गए प्रश्न के लिए अनुच्छेद

In crystal field theory, a ligand lone pair is modelled as a point negative charge that repels electrons in the d-orbitals of the central metal ion. The theory concentrates on the resultant splitting of the d-orbitals into groups with different energies, and uses that splitting to rationalize and correlate the optical spectra, magnetic properties, etc of complexes.

क्रिस्टल क्षेत्र सिद्धान्त में, लीगेण्ड के एकांकी युग्म को बिन्दु ऋणावेश के रूप में माना जाता है जो केन्द्रीय धातु आयन के d-कक्षकों में स्थित इलेक्ट्रॉनों को प्रतिकर्षित करते हैं। यह सिद्धान्त d-कक्षकों के विभिन्न ऊर्जाओं वाले समूहों में परिणामी विपाटन पर केन्द्रित होता है तथा इस विपाटन का उपयोग संकुलों के प्रकाशिक स्पेक्ट्रम, चुम्बकीय गुणों इत्यादि की तर्क सहित व्याख्या व इनमें सहसम्बन्ध स्थापित करने में किया जाता है।

Q. The number of unpaired electrons present in [Mn(H2O)6]2+ complex is

प्रश्न - [Mn(H2O)6]2+ संकुल में उपस्थित अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों की संख्या है

Q.

Paragraph for below question
नीचे दिये गये प्रश्न के लिए अनुच्छेद

According to the quantum mechanical model of atom, the electronic distribution of an atom containing a number of electrons is divided into shells. The shells, in turn are thought to consist of one or more subshells and subshells are assumed to be composed of one or more orbitals, which the electrons occupy. The electrons are filled in those orbitals in order of increasing energy in accordance with Pauli exclusion principle and Hund’s rule of maximum multiplicity.

परमाणु के क्वांटम यांत्रिकी प्रतिरूप के अनुसार, बहु इलेक्ट्रॉनों वाले परमाणु में इलेक्ट्रॉनीय वितरण कोशों में विभाजित होता है। यह माना जाता है कि कोश एक या अधिक उपकोशों से बने होते हैं तथा उपकोश एक या अधिक कक्षकों से बने होते हैं जिनमें इलेक्ट्रॉन ग्रहण किए जाते हैं। इलेक्ट्रॉन उन कक्षकों में भरे जाते हैं जो पाउली के अपवर्जन सिद्धान्त तथा हुण्ड की अधिकतम बहुलकता के अनुसार ऊर्जा के बढ़ते क्रम में हों।

Q. For Be3+ ion, the correct order of energy of atomic orbitals is

प्रश्न - Be3+ आयन के लिए, परमाणवीय कक्षकों की ऊर्जा का सही क्रम है


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