wiz-icon
MyQuestionIcon
MyQuestionIcon
3
You visited us 3 times! Enjoying our articles? Unlock Full Access!
Question

Paragraph for below question

नीचे दिये गये प्रश्न के लिए अनुच्छेद

Consider the following arrangement of parallel large conducting plates as shown in the figure.

चित्र में दर्शाए गयी समान्तर बड़ी चालक प्लेटों के नीचे दिए गए समंजन पर विचार कीजिए।



If plate A is given a charge 2 C and plate B is given a charge 4 C, then answer the following question.

यदि प्लेट A को 2 C आवेश प्रदान किया जाता है तथा प्लेट B को 4 C आवेश प्रदान किया जाता है, तब निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए।

Q. Electrostatic field inside plate A is

प्रश्न - प्लेट A के अन्दर स्थिरवैद्युत क्षेत्र है


A
2ε0
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
B
4ε0
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
C
6ε0
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
D
Zero

शून्य
Right on! Give the BNAT exam to get a 100% scholarship for BYJUS courses
Open in App
Solution

The correct option is D Zero

शून्य
Solution

flag
Suggest Corrections
thumbs-up
0
similar_icon
Similar questions
Q.

Paragraph for below question
नीचे दिये गये प्रश्न के लिए अनुच्छेद

A parallel plate capacitor consists of two large plane parallel conducting plates separated by a small distance. The introduction of dielectric medium between the plates of capacitor increases its capacity. The electric field between plates is uniform and outside the plates, electric field is zero.


The capacity of such capacitor depends on dimensions of capacitor plates, plate separation and intervening medium. With this information, answer the following question.

एक समांतर प्लेट संधारित्र, अल्प दूरी द्वारा पृथक्कृत दो बड़ी समतल समांतर चालक प्लेटों से मिलकर बना है। संधारित्र की प्लेटों के मध्य परावैद्युत माध्यम प्रवेशित करने पर, इसकी धारिता बढ़ती है। प्लेटों के मध्य विद्युत क्षेत्र एकसमान है तथा प्लेटों के बाहर विद्युत क्षेत्र शून्य है।

ऐसे संधारित्रों की धारिता संधारित्र की प्लेटों की विमाओं, प्लेटों के मध्य दूरी तथा प्लेटों के बीच के माध्यम पर निर्भर करती है। इस सूचना के आधार पर, निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए।

Q. A parallel plate capacitor has capacity C0. The separation between the plates is doubled and a dielectric slab is fully inserted between the plates. If the capacity becomes 5C0, the dielectric constant of the medium will be

प्रश्न - एक समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता C0 है। प्लेटों के मध्य दूरी दोगुनी की जाती है तथा प्लेटों के मध्य एक परावैद्युत पट्टिका को पूर्णतः प्रवेशित किया जाता है। यदि धारिता 5C0 हो जाती है, तब माध्यम का परावैद्युतांक होगा
Q.

Paragraph for below question
नीचे दिये गये प्रश्न के लिए अनुच्छेद

A parallel plate capacitor consists of two large plane parallel conducting plates separated by a small distance. The introduction of dielectric medium between the plates of capacitor increases its capacity. The electric field between plates is uniform and outside the plates, electric field is zero.

The capacity of such capacitor depends on dimensions of capacitor plates, plate separation and intervening medium. With this information, answer the following question.

एक समांतर प्लेट संधारित्र, अल्प दूरी द्वारा पृथक्कृत दो बड़ी समतल समांतर चालक प्लेटों से मिलकर बना है। संधारित्र की प्लेटों के मध्य परावैद्युत माध्यम प्रवेशित करने पर, इसकी धारिता बढ़ती है। प्लेटों के मध्य विद्युत क्षेत्र एकसमान है तथा प्लेटों के बाहर विद्युत क्षेत्र शून्य है।

ऐसे संधारित्रों की धारिता संधारित्र की प्लेटों की विमाओं, प्लेटों के मध्य दूरी तथा प्लेटों के बीच के माध्यम पर निर्भर करती है। इस सूचना के आधार पर, निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए।

Q. If above-mentioned dielectric slab of same area but of thickness (34d), where d was original plate separation, is introduced, in air capacitor of capacitance C0, the new capacity will become

प्रश्न - यदि समान क्षेत्रफल लेकिन मोटाई (34d)की ऊपर बतायी गई परावैद्युत पट्टिका को धारिता C0 के वायु संधारित्र में प्रवेशित किया जाता है, जहाँ d प्लेटों के मध्य प्रारम्भिक दूरी है, तब नवीन धारिता हो जाएगी


Q.

Paragraph for below question
नीचे दिये गये प्रश्न के लिए अनुच्छेद

An electric dipole is a system consisting of two charges of equal magnitudes but opposite signs, separated by a certain distance. Dipole moment is defined as the product of magnitude of either charge and distance between the two charges and has direction from negative to positive charge. Consider the following charge arrangement.

एक विद्युत द्विध्रुव ऐसा निकाय है जिसमें समान परिमाण लेकिन विपरीत चिन्हों वाले दो आवेश एक निश्चित दूरी द्वारा पृथक्कृत है। द्विध्रुव आघूर्ण को किसी एक आवेश के परिमाण तथा दोनों आवेशों के मध्य दूरी के गुणन के रूप में परिभाषित किया जाता है तथा इसकी दिशा ऋणात्मक से धनात्मक आवेश की ओर होती है। निम्नलिखित आवेश समंजन पर विचार कीजिए।


Q. The magnitude of net electric dipole moment of the system is

प्रश्न - निकाय के नेट विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण का परिमाण है


View More
Join BYJU'S Learning Program
similar_icon
Related Videos
thumbnail
lock
PHYSICS
Watch in App
Join BYJU'S Learning Program
CrossIcon