Q. Consider the following pairs of terms associated with Sufism and their meanings:
Which of the following pairs are correctly matched?
Q. सूफीवाद और उनके अर्थों से जुड़ी शब्दावली के निम्नलिखित युग्मों पर विचार करें:
निम्नलिखित में से कौन सी जोड़ी सही सुमेलित हैं?
Explanation:
Sufism is a common term used for Islamic mysticism. The Sufis were very liberal in their religious outlook. They believed in the essential unity of all religions. They preached spirituality through music and doctrines that professed union with God. Sufism originated in Iran and found a congenial atmosphere in India under the Turkish rule. Their sense of piety, tolerance, sympathy, concept of equality and friendly attitude attracted many Hindus, mostly from lower classes, to Islam. Sufi saints such as Moinuddin Chisti, Nizamuddin Auliya, Fariduddin Ganj-e-Shakar were the pioneer sufïs who are still loved, respected and honoured in India
Pair 1 is correctly matched: Khanqah, the institutions (abode of Sufis) set up by the Sufis in northern India took Islam deeper into the countryside.
Pair 2 is incorrectly matched: Takia (resting place/retreat of a Muslim saint) also became the centres for the propagation of Islamic ideas. These were patronized both by the aristocracy and the common people. The Sufis emphasized respect for all human beings. Whirling meditation is a form of physically active meditation which originated among Sufis.
Pair 3 is correctly matched: Dargahs are shrines built over the graves of revered Muslim saints
Pair 4 is correctly matched: The Sufis were organised into religious orders or silsilahs. These silsilahs were named after their founders such as Chishti, Suhrawardi, Qadi. and Naqshbandis. According to Abul Fazl, the author of the Ain-i-Akbari, there were as many as fourteen silsilahs in India during the sixteenth century. Each order had its own khanqah, which served as a shelter for the Sufi saints and for destitutes, and later developed as a centre of learning.
व्याख्या:
सूफीवाद इस्लामी रहस्यवाद के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक सामान्य शब्द है। सूफी अपने धार्मिक दृष्टिकोण में बहुत उदार थे। वे सभी धर्मों की आवश्यक एकता में विश्वास करते थे। उन्होंने संगीत के माध्यम से आध्यात्मिकता और भगवान के साथ मिलन को सिद्ध करने वाले सिद्धांतों का प्रचार किया । सूफीवाद की उत्पत्ति ईरान में हुई और तुर्की शासन के तहत भारत में इसे अनुकूल माहौल मिला। उनके पवित्रता के भाव, धार्मिक सहिष्णुता, सहानुभूति, समानता की अवधारणा और मैत्रीपूर्ण रवैये ने कई हिंदुओं को इस्लाम की ओर आकर्षित किया जिनमें ज्यादातर निम्न वर्ग के हिन्दू थे। मोइनुद्दीन चिश्ती, निज़ामुद्दीन औलिया, फ़रीदुद्दीन गंज-ए-शकर जैसे सूफी संत अग्रणी सूफ़ी थे, जिन्हें आज भी भारत में प्रेम और सम्मान दिया जाता है।
जोड़ी 1 सही सुमेलित है: खानकाह, उत्तर भारत में सूफियों द्वारा स्थापित संस्थानों (सूफियों का निवास) ने इस्लाम को देश में प्रबल रूप से स्थापित किया।
जोड़ी 2 सही सुमेलित नहीं है: टाकिया (मुस्लिम संत का विश्राम स्थल) भी इस्लामिक विचारों के प्रचार का केंद्र बन गया। इन्हें अभिजात वर्ग और आम लोगों दोनों द्वारा संरक्षण दिया गया था। सूफियों ने सभी मनुष्यों के सम्मान पर जोर दिया। भँवर ध्यान शारीरिक रूप से सक्रिय ध्यान का एक रूप है जिसकी शुरुआत सूफियों ने की।
जोड़ी 3 सही सुमेलित है: दरगाह श्रद्धेय मुस्लिम संतों की कब्रों पर बने पवित्र स्थान हैं।
जोड़ी 4 सही सुमेलित है: सूफियों को धार्मिक क्रम या सिलसिलों में व्यवस्थित किया गया था। इन सिलसिलों का नाम उनके संस्थापकों जैसे चिश्ती, सुहरावर्दी, कादरी और नक्शबंदीस के नाम पर रखा गया था। आइन-ए-अकबरी के लेखक अबुल फ़ज़ल के अनुसार, सोलहवीं शताब्दी के दौरान भारत में चौदह सिलसिले थे। प्रत्येक क्रम का अपना खानकाह था, जो सूफी संतों और आश्रितों के लिए एक आश्रय के रूप में कार्य करता था, और बाद में शिक्षा केन्द्रों के रूप में विकसित हुए।