Q. Consider the following pairs:
Sl.No | Ancient ports of India | State |
1. | Puhar | Tamil Nadu |
2. | Muziris | Kerala |
3. | Tamralipti | West Bengal |
4. | Motupalli | Karnataka |
क्र. स. | भारत के प्राचीन बंदरगाह | राज्य |
1. | पुहार | तमिलनाडु |
2. | मुज़िरिस | केरल |
3. | ताम्रलिप्ति | पश्चिम बंगाल |
4. | मोटुपल्ली | कर्नाटक |
Explanation:
India, since ancient times, has had contact with the outside world. This is validated by the presence of information about ports found in literature, historical accounts, etc. The ports acted as a point where goods were exchanged.
Pair 1 is correctly matched: Puhar is in Tamil Nadu (at the mouth of the Kaveri river). This port was important during the Chola period. It is mentioned in Silappadikaram.
Pair 2 is correctly matched: Muziris lies in the Malabar Coast, Kerala (near present-day Kochi). It was important from the 1st century BC onwards for the Chera Kingdom. It is mentioned in the Sangam literature. Export of spices, semi-precious stones like beryl, pearls, diamonds, sapphires, ivory, Chinese silk, Gangetic spikenard and tortoise shells to Persia, Rome, Greece and Egypt was done through this port.
Pair 3 is correctly matched: Tamralipti (present-day Tamluk, West Bengal) was an important port during the Mauryan empire. It was an exit point of the Mauryan trade route for the south and south-east. The Dudhpani rock inscription of Udaymana of the 8th century AD contains the last record of Tamralipti as a port of ancient South Asia. The Greek Geographer Ptolemy mentioned Tamralipti in his book Geographia. The Chinese pilgrim Hiuen-Tsang calls the town Tan-mo-lih-ti. It was visited by Xuanzang in 639 AD. Fahien stayed here for two years.
Pair 4 is incorrectly matched: Motupalli is located in Andhra Pradesh. It was one of the famous sea ports during the Kakatiya Period. Marcopolo, a Portuguese navigator, visited the place.
व्याख्या:
भारत का प्राचीन काल से ही बाहरी दुनिया से संपर्क रहा है। यह साहित्य, ऐतिहासिक कृतियों आदि में उल्लिखित बंदरगाहों के बारे में जानकारी से प्रमाणित होता है। बंदरगाहों ने एक ऐसे बिंदु के रूप में काम किया, जहाँ माल का आदान-प्रदान किया जाता था।
युग्म 1 सुमेलित है: पुहार तमिलनाडु में (कावेरी नदी के मुहाने पर) है। चोल काल में यह बंदरगाह काफी महत्वपूर्ण था। इसका उल्लेख सिलप्पादिकारम में मिलता है।
युग्म 2 सुमेलित है: मुजिरिस मालाबार तट, केरल (वर्तमान कोच्चि के पास) में स्थित है। यह पहली शताब्दी ईसा पूर्व से चेर साम्राज्य के लिए महत्वपूर्ण था। संगम साहित्य में इसका उल्लेख मिलता है। इस बंदरगाह के माध्यम से मसालों, फीरोज़ा, मोती, हीरे, नीलम जैसे अर्द्ध कीमती पत्थरों, हाथी दांत, चीनी रेशम, गैंगेटिक स्पाइकेनार्ड और कछुए के खोल का निर्यात फारस, रोम, ग्रीस और मिस्र को किया जाता था।
युग्म 3 सुमेलित है: मौर्य साम्राज्य के दौरान ताम्रलिप्ति (वर्तमान में तामलुक, पश्चिम बंगाल) एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था। यह दक्षिण और दक्षिण-पूर्व के लिए मौर्य व्यापार मार्ग का एक निकास बिंदु था। 8वीं शताब्दी के उदयमना के दूधपानी शिलालेख में प्राचीन दक्षिण एशिया के बंदरगाह के रूप में ताम्रलिप्ति का अंतिम उल्लेख मिलता है। यूनानी भूगोलवेत्ता टॉलेमी ने अपनी पुस्तक जियोग्राफिया में ताम्रलिप्ति का उल्लेख किया है। चीनी तीर्थयात्री ह्वेनसांग ने शहर को तन-मो-लिह-ती कहा है। 639 ईस्वी में जुआनज़ैंग (Xuanzang) द्वारा इसका दौरा किया गया था। फाह्यान यहां दो वर्ष तक रहा।
युग्म 4 सुमेलित नहीं है: मोटुपल्ली आंध्र प्रदेश में स्थित है। यह काकतीय काल के दौरान प्रसिद्ध समुद्री बंदरगाहों में से एक था। पुर्तगाली नाविक मार्कोपोलो ने इस स्थान का दौरा किया था।