Q. Consider the following statement with reference to Avadanas
Which of the above statements is/ are correct ?
Q. अवदान के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
उपरोक्त कथनों में कौन सा/से सही है/हैं?
Explanation :
Statement 1 is incorrect : The progress of Mahayana school of buddhism led to the composition of numerous avadanas. Most of these texts were written with the objective of teaching the philosophies of Mahayana Buddhism to the people.
Statement 2 is incorrect : Most of the avadanas were composed in what is known as Buddhist - Hybrid Sanskrit. Thus it was neither chaste sanskrit nor in pure prakrit. This ensured the spread of the ideals to a greater populace.
Statement 3 is correct : Mahavastu and Divyavadana are considered as the most important books in the genre of avadanas. Avadanamala is the composition of different books where Bodhisattva is considered as a hero. Mahavastu catalogues 36 kinds of workers living in the town of Rajgir.
व्याख्या:
कथन 1 गलत है: बौद्ध धर्म के महायान मत की प्रगति ने कई अवदानों की रचना की।इनमें से अधिकांश पाठ लोगों को महायान बौद्ध धर्म के दर्शन पढ़ाने के उद्देश्य से लिखे गए थे।
कथन 2 गलत है: अधिकांश अवदानों की रचना बौद्ध - हाइब्रिड संस्कृत के रूप में जानी जाती है।इस प्रकार यह न तो पवित्र संस्कृत थी और न ही शुद्ध प्राकृत । इससे आदर्शों का अधिक से अधिक आबादी में प्रसार सुनिश्चित हुआ।
कथन 3 सही है: महावस्तु और दिव्यवदना को अवदान की शैली में सबसे महत्वपूर्ण पुस्तक माना जाता है।अवदानमाला विभिन्न पुस्तकों की रचना है जहां बोधिसत्व को नायक माना जाता है।महावस्तु राजगीर शहर में रहने वाले 36 प्रकार के श्रमिकों को सूचीबद्ध करता है।