The correct option is A
1 only
केवल 1
Statement 1 is correct:
Alivardi Khan, the nawab of Bengal did not permit the English and the French to fortify their factories in Calcutta and Chandranagar.
Statement 2 is incorrect:
The Bengal Nawabs proved to be short-sighted and negligent, in one respect, They did not firmly put down the increasing tendency of the English East India Company after 1707 to use military force, or to threaten its use, to get its demands accepted. Nawab Siraj ud Daula was defeated in the battle of Plassey in 1757 because of this negligence.
Statement 3 is incorrect:
The Mughal license (dastak) permitting the English company to trade without paying customs was introduced after the battle of Plassey and was introduced during the rule of Mir Jaffer installed as the nawab of Bengal by the company in 1757
Mir Qasim was installed as Nawab with the support of the British East India Company. But he opposed the British East India Company's position that their imperial Mughal licence (dastak) meant that they could trade without paying taxes. Frustrated at the British refusal to pay these taxes, Mir Qasim abolished taxes on the local traders as well. This upset the advantage that the British traders had been enjoying so far, and hostilities built up.
Additional Information
The nawabs had the power to deal with the Company’s threats, but they continued to believe that a mere trading company could not threaten their power. They failed to see that the English Company was no mere company of traders but was the representative of the most aggressive and expansionist colonialism of the time. Their ignorance of, and lack of contact with, the rest of the world was to cost the state dear. Otherwise, they would have known of the devastation caused by the Western trading companies’ m Africa, South-East Asia, and Latin America.
कथन 1 सही है: बंगाल का नवाब अलीवर्दी खान ने कलकत्ता और चंद्रनगर में स्थित अंग्रेजों और फ्रांसीसियों के कारखानों की किलेबंदी की अनुमति नहीं दी।
कथन 2 गलत है: बंगाल का नवाब अदूरदर्शी और लापरवाह साबित हुआ।उन्होंने 1707 के बाद सैन्य बल का उपयोग करने, उपयोग की धमकी देने या मांगों को स्वीकार करने के लिए अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी की बढ़ती प्रवृत्ति को दृढ़ता से दबा नहीं सका।इस लापरवाही के कारण 1757 में प्लासी की लड़ाई में नवाब सिराज उद-दौला की हार हुई।
कथन 3 गलत है: मुगल लाइसेंस (दस्तक) जिसके माध्यम से अंग्रेजी कंपनी को बिना सीमा शुल्क के व्यापार करने की अनुमति दी गयी थी,प्लासी की लड़ाई के बाद शुरू किया गया था।1757 में कंपनी द्वारा मीर जाफर को बंगाल का नवाब नियुक्त किया गया।इसी के शासनकाल में दस्तक की शुरुआत की गयी।
मीर कासिम ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के समर्थन से नवाब बना था।लेकिन उसने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की उस स्थिति का विरोध किया जिसके तहत वे शाही मुगल लाइसेंस (दस्तक) के द्वारा बिना करों के भुगतान के व्यापार कर सकते थे।अंग्रेजों द्वारा इन करों का भुगतान करने से इनकार करने पर निराश होकर, मीर कासिम ने स्थानीय व्यापारियों पर भी करों को समाप्त कर दिया।इससे अंग्रेज व्यापारी को मिलने वाला लाभ समाप्त हो गया।
अतिरिक्त जानकारी:
नवाबों के पास कंपनी के खतरों से निपटने की शक्ति थी, लेकिन वे यह मानते रहे कि एक व्यापारिक कंपनी उनकी शक्ति को खतरे में नहीं डाल सकती है।वे यह देखने में असफल रहे कि अंग्रेजी कंपनी मात्र एक व्यापारिक कंपनी नहीं थी, बल्कि उस समय के सबसे आक्रामक और विस्तारवादी उपनिवेशवाद की प्रतिनिधि थी।उनकी अज्ञानता और शेष विश्व के साथ संपर्क की कमी के कारण, राज्य की इसकी कीमत चुकानी पड़ी।नहीं तो वे अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया और लैटिन अमेरिका में पश्चिमी व्यापारिक कंपनियों के कारण होने वाली तबाही के बारे में परिचित होते।