Q. Consider the following statements regarding the Amaravati school of sculpture:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. मूर्तिकला की अमरावती शैली के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
Explanation:
Three prominent schools of sculpture developed in the post-Mauryan period at three different regions of India – centred at Gandhara, Mathura and Amaravati.
Amaravati school of sculpture flourished in the Andhra region of southeastern India from about the 2nd century BC to the end of the 3rd century AD.
Statement 1 is correct: The sculptures of Amaravati School were made using white marbles.
Statement 2 is correct: There is less emphasis on the individual features of Buddha because the sculptures are generally part of narrative art, depicting life stories of Buddha and the Jataka tales.
Statement 3 is incorrect: It was also patronised by the successors of the Satavahanas, the Ikshvakus.
व्याख्या:
मौर्य काल के पश्चात भारत के तीन अलग-अलग क्षेत्रों- गांधार,मथुरा और अमरावती में मूर्तिकला की तीन प्रमुख शैलियाँ विकसित हुईं।
मूर्तिकला की अमरावती शैली दक्षिण-पूर्वी भारत के आंध्र क्षेत्र में दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से तीसरी शताब्दी के अंत में विकसित हुई।
कथन 1 सही है: अमरावती शैली की मूर्तियाँ सफेद संगमरमर का उपयोग करके बनाई गई थीं।
कथन 2 सही है: इसमें बुद्ध की व्यक्तिगत विशेषताओं पर कम बल दिया गया है क्योंकि मूर्तियाँ आमतौर पर कथात्मक कला का हिस्सा होती हैं, जो बुद्ध के जीवन की कहानियों और जातक कथाओं को दर्शाती हैं।
कथन 3 गलत है: इसे सातवाहन के उत्तराधिकारियों, इक्ष्वाकुओं ने भी संरक्षण दिया था।