The correct option is
B
2 and 3 only
केवल 2 और 3
Explanation: Ease of Living Index is aimed at providing a holistic view of Indian cities: beginning from the services provided by local bodies, the effectiveness of the administration, the outcomes generated through these services in terms of the liveability within cities and, finally, the citizen perception of these outcomes.
The key objectives of the Ease of Living Index are: - To generate information to guide evidence-based policy making.
- To catalyse action to achieve broader developmental outcomes including the SDGs.
- To assess and compare the outcomes achieved from various urban policies and schemes.
- To obtain the perception of citizens about their views with respect to the services provided by the city administration.
Statement 1 is incorrect: Ease of Living Index (EoLI) is launched by the Ministry of Housing & Urban Affairs.
Statement 2 is correct: Ease of Living Index (EoLI) facilitates the assessment of ease of living of citizens across
three pillars: Quality of Life, Economic Ability and Sustainability which are further divided into 14 categories across 50 indicators.
Statement 3 is correct: For the first time in 2020, as a part of the Ease of Living Index Assessment, a Citizen Perception Survey was conducted on behalf of the Ministry (which carries 30% of the marks of the Ease of Living Index). This is a very important component of the assessment exercise as it will help in directly capturing perception of citizens with respect to quality of life in their cities.
व्याख्या: जीवन सुगमता सूचकांक (Ease of Living Index) का उद्देश्य भारतीय शहरों का एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करना है, जिसके अंतर्गत स्थानीय निकायों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएँ, प्रशासन की प्रभावशीलता, इन शहरों में रहने के दौरान इन सेवाओं के माध्यम से उत्पन्न परिणाम और इन परिणामों के प्रति नागरिकों की धारणा शामिल है।
जीवन सुगमता सूचकांक के प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार हैं: - साक्ष्य-आधारित नीति निर्माण को निर्देशित करने के लिए जानकारी प्रदान करना।
- सतत् विकास लक्ष्य सहित व्यापक विकासात्मक परिणामों को प्राप्त करने के लिए कार्रवाई को उत्प्रेरित करना।
- विभिन्न शहरी नीतियों और योजनाओं से प्राप्त परिणामों का आकलन और तुलना करना।
- शहर प्रशासन द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं के संदर्भ में नागरिकों के विचार प्राप्त करना।
कथन 1 गलत है: जीवन सुगमता सूचकांक आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी किया जाता है।
कथन 2 सही है: जीवन सुगमता सूचकांक तीन प्रमुख स्तंभों:
जीवन की गुणवत्ता, आर्थिक क्षमता और स्थिरता के आधार पर नागरिकों के जीवन जीने में सुगमता का मूल्यांकन करता है, जिन्हें 14 श्रेणियों तथा 50 संकेतकों में विभाजित किया गया है।
कथन 3 सही है: 2020 में पहली बार जीवन सुगमता सूचकांक मूल्यांकन के एक भाग के रूप में मंत्रालय की ओर से एक नागरिक अनुभूति सर्वेक्षण (Citizen Perception Survey) आयोजित किया गया था (जिसे जीवन सुगमता सूचकांक में 30 प्रतिशत अंक प्रदान किए गए हैं)। यह मूल्यांकन का एक महत्त्वपूर्ण घटक है क्योंकि यह शहरों में जीवन की गुणवत्ता के संबंध में नागरिकों की धारणा का आकलन करने में सहायता करेगा।