Q. Which of the following factors led to the ruin of Indian traditional industry after the British conquest of India?
1. Import of machine-made goods from Britain
2. Indian craftsmen were compelled to abandon their professions
3. Disappearance of the courts of Indian rulers
4. Introduction of the railways
Select the correct statement using the code given below:
Q. निम्नलिखित कारकों में से किसने भारत की ब्रिटिश विजय के बाद भारतीय पारंपरिक उद्योग को बर्बाद कर दिया?
1. ब्रिटेन से मशीन से बने सामान का आयात।
2. भारतीय शिल्पकारों को अपने व्यवसायों को छोड़ने के लिए मजबूर किया गया ।
3. भारतीय शासकों की अदालतों का गायब होना।
4. रेलवे की शरुआत ।
नीचे दिए गए कूट का उपयोग करके सही कथन का चयन करें:
The British never became an integral part of Indian life. They always remained foreigners in the land, exploiting Indian resources and carrying away India’s wealth as tribute. With the British conquest of India, there was a sudden and quick collapse of the urban handicrafts which had for centuries made India’s name a byword in the markets of the entire civilised world.
Statement 1 is correct:
Indian goods were not able to compete with the machine made goods of Britain. The British imposed a policy of one-way free trade on India after 1813 and the invasion of British manufactures, in particular cotton textiles, immediately followed. Indian goods made with primitive techniques could not compete with goods produced on a mass scale by powerful steam-operated machines.
Statement 2 is correct:
Indian craftsmen had to abandon their professions as they were forced by the British to provide their services below the prevailing wages. A profession cannot flourish without practitioners. The oppression practised by the East India Company and its servants on the craftsmen of Bengal during the second half of the 18th century, forcing them to sell their goods below the market price and to hire their services below the prevailing wage, compelled a large number of them to abandon their ancestral professions In the normal course Indian handicrafts would have benefited from the encouragement given by the company to their export, but this oppression had an opposite effect.
Statement 3 is correct:
The disappearance of the courts of Indian rulers led to the loss of patronage for Indian craftsmen The gradual disappearance of Indian rulers and their courts who were the main customers of Indian handicrafts also gave a big blow to these industries. For instance, the production of military weapons depended entirely on the Indian states. The British purchased all their military and other government stores in Britain. Moreover, Indian rulers and nobles were replaced as the ruling class by British officials and military officers who patronised their own home- products almost exclusively.
Statement 4 is correct:
The ruin of Indian industries, particularly rural artisan industries, proceeded even more rapidly once the railways were built. The railways enabled British manufactures to reach, and uproot the traditional industries in the remotest villages of the country. As the American writer, D, H. Buchanan, has put it, “The armour of the isolated self- sufficient village was pierced by the steel rail, and its life blood ebbed away.”
Additional Information
There were other factors as well:
अंग्रेज कभी भारतीय जीवन का अभिन्न अंग नहीं बने। वे हमेशा यहाँ विदेशी बन कर रहे, भारतीय संसाधनों का दोहन किया और भारत की संपत्ति को शुक्राने के रूप में ले गए। भारत की ब्रिटिश विजय के साथ उस शहरी हस्तशिल्प का अचानक और त्वरित पतन हुआ जिसने सदियों तक भारत के नाम को पूरी सभ्य दुनिया के बाजारों में एक प्रतिरूप बना दिया।
कथन 1 सही है।
भारतीय सामान मशीन से बने ब्रिटेन के सामान से प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम नहीं था ।
अंग्रेजों ने 1813 के बाद भारत पर एक तरफा मुक्त व्यापार की नीति लागू की और ब्रिटिश सूदखोरों के आक्रमण ने, विशेष रूप से सूती वस्त्र उद्योग को कैप्चर कर लिया । आदिम तकनीकों से बना भारतीय सामान शक्तिशाली भाप से संचालित मशीनों द्वारा बड़े पैमाने पर उत्पादित वस्तुओं से प्रतिस्पर्धा नहीं कर सका।
कथन 2 सही है।
भारतीय कारीगरों को अपने व्यवसायों को छोड़ना पड़ा क्योंकि उन्हें अंग्रेजों ने प्रचलित मजदूरी से कम पर अपनी सेवाएं देने के लिए मजबूर किया । ईस्ट इंडिया कंपनी और उसके नौकरों द्वारा 18 वीं शताब्दी के उत्तरार्ध के दौरान बंगाल के कारीगरों पर किए गए अत्याचार ने उन्हें बाजार मूल्य से नीचे अपना माल बेचने और प्रचलित मजदूरी से कम पर अपनी सेवाएं देने के लिए मजबूर किया । सामान्य तौर पर भारतीय हस्तशिल्प को कंपनी द्वारा उनके निर्यात को दिए गए प्रोत्साहन से लाभ हुआ होगा, लेकिन इस उत्पीड़न का विपरीत प्रभाव पड़ा।
कथन 3 सही है ।
भारतीय शासकों की अदालतों के गायब होने से भारतीय कारीगरों के संरक्षण का नुकसान हुआ।
भारतीय शासकों और उनके न्यायालयों का क्रमिक रूप से गायब होना, जो भारतीय हस्तशिल्प के मुख्य ग्राहक थे, ने भी इन उद्योगों को एक बड़ा झटका दिया। उदाहरण के लिए, सैन्य हथियारों का उत्पादन पूरी तरह से भारतीय राज्यों पर निर्भर करता था लेकिन अंग्रेजों ने ब्रिटेन में अपने सभी सैन्य और अन्य सरकारी स्टोर खरीद लिए । इसके अलावा, भारतीय शासकों और रईसों को ब्रिटिश अधिकारियों और सैन्य अधिकारियों द्वारा शासक वर्ग के रूप में प्रतिस्थापित किया गया था जिन्होंने अपने स्वयं के घरेलू उत्पादों को संरक्षण दिया ।
कथन 4 सही है।
रेलवे बनने के बाद भारतीय उद्योगों, विशेषकर ग्रामीण कारीगरों के उद्योगों की बर्बादी और भी तेजी से बढ़ी। रेलवे ने ब्रिटिश मैन्युफैक्चरर्स को देश के दूरस्थ गांवों में पारंपरिक उद्योगों तक पहुंचाने और उखाड़ने में सक्षम बनाया। अमेरिकी लेखक डी एच बुकानन के अनुसार "अलग-थलग पड़े स्वयंभू गाँव का कवच स्टील रेल द्वारा छेदा गया था और उसके शरीर का रक्त बहा दिया गया।"
अतिरिक्त जानकारी
अन्य कारक भी थे: