Q. Which of the following social reformers supported the cause of widow remarriage?
Select the correct answer using the codes given below:
Q. निम्नलिखित समाज सुधारकों में से किसने विधवा पुनर्विवाह का समर्थन किया?
निम्नलिखित कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए:
Explanation: Raja Ram Mohan Roy in 1829 led the movement to abolish the practice of sati which eventually led to the Widow remarriage Act of 1856 with the effort of his successors.
Point 1, 2 and 3 are correct: Ishwarchandra Vidyasagar used the ancient texts to suggest that widows could remarry. His suggestion was adopted by British officials, and a law was passed in 1856 permitting widow remarriage. In the Telugu-speaking areas of the Madras Presidency, Veerasalingam Pantulu formed an association for widow remarriage. Swami Dayanand Saraswati, who founded the reform association called Arya Samaj, also supported widow remarriage.
Point 4 is incorrect: When Ishwar Chandra Vidyasagar proposed the Hindu Widow Remarriage Act in the council, a counter petition was filed by Radhakant Deb and his organisation Dharma Sabha.
व्याख्या: राजा राम मोहन राय ने 1829 में सती प्रथा को समाप्त करने के लिए आंदोलन का नेतृत्व किया, जिसके परिणामस्वरूप उनके उत्तराधिकारियों के प्रयास से 1856 का विधवा पुनर्विवाह अधिनियम अस्तित्व में आया।
बिंदु 1, 2 और 3 सही हैं: ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने प्राचीन ग्रंथों का उपयोग यह सुझाव देने के लिए किया कि विधवाएं पुनर्विवाह कर सकती हैं। उनके सुझाव को ब्रिटिश अधिकारियों ने स्वीकार कर लिया और वर्ष 1856 में विधवा पुनर्विवाह की अनुमति देने वाला एक कानून पारित किया गया। मद्रास प्रेसीडेंसी के तेलुगु भाषी क्षेत्रों में, वीरेशलिंगम पंतुलु ने विधवा पुनर्विवाह के लिए एक संघ का गठन किया। स्वामी दयानंद सरस्वती, जिन्होंने आर्य समाज नामक सुधार संघ की स्थापना की, ने भी विधवा पुनर्विवाह का समर्थन किया।
बिंदु 4 गलत है: जब ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने परिषद में हिंदू विधवा पुनर्विवाह अधिनियम का प्रस्ताव रखा, तो राधाकांत देव और उनकी संस्था धर्म सभा द्वारा एक प्रत्यावेदन (जवाबी याचिका) दायर किया गया था।