Q. Which of the following statements is/are correct about “Fly Ash” seen in the news?
Select the correct answer using the code given below:
Q. निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन चर्चा में रही "फ्लाई ऐश" के बारे में सही है / हैं?
निम्नांकित कूटों का प्रयोग करके सही विकल्प चुनें:
Explanation:
Statement 1 is incorrect: Fly ash is the end product of combustion released during the process of power generation in coal-based thermal power plants.
Statement 2 is incorrect: Maharashtra has a fly ash utilisation policy.
Explainer’s Perspective Aspirants can eliminate the statement 1 easily. It says fly ash is a raw material for burning coal. Just think, whether ash is the raw material for burning coal or a by-product of burning the coal. Obviously it is a by-product. So, statement 1 is incorrect. The statement tries to check the popular perception of the aspirants who tend to mark the statement as correct just by seeing “burning coal in power plants”. By applying the trick - elude the absolute words, one can mark the statement 2 as false. It says in India, no state has a policy for the utilization of fly ash. In the wake of global warming, several states are working towards its mitigation. At least one state, especially among the heavily polluted states, would have framed a law for its usage. The fact is that Maharashtra is the first state to have such a policy. |
स्पष्टीकरण:
कथन 1 गलत है: फ्लाई ऐश, कोयला आधारित ताप विद्युत संयंत्रों में बिजली उत्पादन की प्रक्रिया के दौरान दहन का अंतिम उत्पाद है
कथन 2 गलत है: महाराष्ट्र में फ्लाई ऐश उपयोग नीति है।
एक्सप्लेनर परिप्रेक्ष्य: छात्र कथन 1 को आसानी से समाप्त कर सकते हैं। इसमें कहा गया है कि फ्लाई ऐश कोयला जलाने के लिए एक कच्चा माल है | सोचिए कि क्या फ्लाई ऐश कोयले को जलाने के लिए कच्चा माल है या फिर कोयले को जलाने के बाद प्राप्त उपोत्पाद है। अतः कथन 1 गलत है।ज्यादातर प्रतियोगी छात्र जो इस कथन "बिजली संयंत्रों में कोयला जलाया जाता है" को देखते ही सही कर देंगे। यह कथन छात्रों के दृष्टिकोण को जांचने का एक प्रयास है। असीम शब्दों को ना चुनना वाले तरीक़े का उपयोग करके छात्र कथन 2 को गलत कर सकता है। इसमें कहा गया है कि भारत में किसी भी राज्य की फ्लाई ऐश के इस्तेमाल की नीति नहीं है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण कई राज्य इसकी न्यूनीकरण के लिए कार्य कर रहे हैं। इस स्थिति में कम से कम एक राज्य, विशेष रूप से अत्यधिक प्रदूषित राज्य ने इस संदर्भ में क़ानून तो बनाया ही होगा। तथ्य यह है कि महाराष्ट्र ऐसी नीति बनाने वाला पहला राज्य है। |