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Question

Q. Which of the following statements is/are correct regarding Lord Dalhousie?

Select the correct answer using the codes given below:

Q. लॉर्ड डलहौजी के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?

निम्नलिखित कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए:


A

1 and 2 only
केवल 1 और 2
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B

2 and 3 only
केवल 2 और 3
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C

1 only
केवल 1
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D

1, 2 and 3
1, 2 और 3
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Solution

The correct option is A
1 and 2 only
केवल 1 और 2

Explanation:

Statement 1 is correct: Lord Dalhousie, Governor-General of India from 1848 to 1856. Born on 22 April 1812, he became the youngest Governor-General of India.

Statement 2 is correct: Lord Dalhousie implemented the Doctrine of Lapse policy which later turned out to be one of the major causes of the Revolt of 1857. The doctrine of lapse was a policy of annexation initiated by the British East India Company in India about the princely states.

Statement 3 is incorrect: Lord Charles Canning was the Governor-General of India during the 1857 revolt. The tenure of Lord Dalhousie ended on the 6th of March 1856 and he left for England.

Perspective:

Context: Some of the important Governor Generals and their policies are often asked in UPSC.

The 1857 revolt is a very important event in the history of India. Hence one needs to study the prominent events deeply to cover minute details. We know that Lord Dalhousie was not the Governor-General of India during the Revolt of 1857 (it was Lord Canning). This helps us to eliminate statement 3 and we are left with options (a) and (c).

Alternatively, we may know that Lord Canning was the last Governor-General and first Viceroy of India. This change in designation was due to the reforms brought by the British Government as a consequence of the revolt of 1857. The above information helps us in eliminating statement 3 as Lord Dalhousie was not the Governor General during the revolt of 1857. Eliminating statement 3 will leave us with options (a) and (c).

Now, we all might have heard or read (or watched in movies or TV programmes!) about Rani Lakshmibai. We may recall that Jhansi was annexed using the policy of ‘Doctrine of Lapse’ when Rani Lakshmibai’s adopted son was not recognised as a legal heir by the British. Similarly, ‘Doctrine of Lapse was used to annex many other princely states and was a major source of discontent that led to the Revolt of 1857. We also know that Lord Dalhousie is famous for implementing the policy of ‘Doctrine of Lapse’. So, statement 2 is correct and option (c) gets eliminated. This leaves us with the answer i.e. option (a).


व्याख्या:

कथन 1 सही है: लॉर्ड डलहौजी,1848 से 1856 तक भारत के गवर्नर-जनरल रहे। उनका जन्म 22 अप्रैल 1812 को हुआ , वह भारत के सबसे युवा गवर्नर-जनरल बने।

कथन 2 सही है: लॉर्ड डलहौज़ी ने ‘व्यपगत सिद्धांत’ की नीति लागू की जो बाद में 1857 के विद्रोह के प्रमुख कारणों में से एक बन गई। व्यपगत सिद्धांत रियासतों से संबंधित ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा भारत में शुरू की गई विलय की नीति थी।

कथन 3 गलत है: 1857 के विद्रोह के दौरान लॉर्ड चार्ल्स कैनिंग भारत के गवर्नर-जनरल थे। लॉर्ड डलहौजी का कार्यकाल 6 मार्च 1856 को समाप्त हुआ और वह इंग्लैंड चले गए ।

परिप्रेक्ष्य:

संदर्भ : यूपीएससी में अक्सर कुछ महत्त्वपूर्ण गवर्नर जनरलों और उनकी नीतियों के बारे में पूछा जाता है।

1857 का विद्रोह भारत के इतिहास की एक बहुत महत्त्वपूर्ण घटना है। इसलिए किसी सूक्ष्म विवरण को कवर करने के लिए प्रमुख घटनाओं का गहराई से अध्ययन करने की आवश्यकता है। हम जानते हैं कि 1857 के विद्रोह के समय लॉर्ड डलहौजी भारत के गवर्नर-जनरल नहीं थे (लॉर्ड कैनिंग थे)। इससे हमें कथन 3 को ख़ारिज करने में मदद मिलती है और हमारे पास विकल्प (a) और (c) से शेष रह जाते हैं।

वैकल्पिक रूप से, हम यह जान सकते हैं कि लॉर्ड कैनिंग भारत के अंतिम गवर्नर-जनरल और पहले वायसराय थे। पदनाम में यह बदलाव 1857 के विद्रोह के परिणामस्वरूप ब्रिटिश सरकार द्वारा लाए गए सुधारों के कारण हुआ था। उपरोक्त जानकारी हमें कथन 3 को ख़ारिज करने में मदद करती है, क्योंकि 1857 के विद्रोह के दौरान लॉर्ड डलहौजी गवर्नर जनरल नहीं थे। कथन 3 को ख़ारिज करने से हमारे पास विकल्प (a) और (c) शेष रह जाएगा।

अब, हम सभी ने रानी लक्ष्मीबाई के बारे में सुना या पढ़ा (या फिल्मों या टीवी कार्यक्रमों में देखा हो सकता है)। हम इस तथ्य को याद कर सकते हैं कि रानी लक्ष्मीबाई के दत्तक पुत्र को अंग्रेजों द्वारा कानूनी उत्तराधिकारी के रूप में मान्यता नहीं दी गई थी और झांसी का ‘व्यपगत सिद्धांत’ की नीति का उपयोग करते हुए विलय कर लिया गया था। इसी प्रकार, व्यपगत सिद्धांत का उपयोग कई अन्य रियासतों के विलय के लिए किया गया था और यह असंतोष का एक प्रमुख स्रोत था जिसके कारण 1857 का विद्रोह हुआ। हम यह भी जानते हैं कि लॉर्ड डलहौजी ’व्यपगत सिद्धांत’ की नीति को लागू करने के लिए प्रसिद्ध हैं। अतः कथन 2 सही है और विकल्प (c) अमान्य हो जाता है। इस प्रकार हमारे पास सही उत्तर के रूप में विकल्प (a) रह जाता है।


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