The correct option is
D
Cotton, diamond, spices and pepper
कपास, हीरा, मसाले और काली मिर्च
Explanation: The vibrant India -China trade during medieval India included following the commodities-
Imports | Silk, Hard-glaze ceramics like porcelain, Camphor |
Exports | Cotton, diamonds, Spices, Pepper |
- The import spice trade to China, larger in volume than that to the west, was also different in character, for the reason that many spices, notably cinnamon and ginger, were grown in China itself. Putchuk, a type of spice, was widely exported to China from India. The thirteenth-century Chinese geographer Chau Ju-kua thought that this also came from Arabia and the Somali coast, as well as from Coromandel. It is in fact the root of a shrub growing only on the southern slopes of the Himalayas and in Kashmir.
- The diamonds supplied by the famous mines of the eastern Deccan were important exports to China.
- There was a considerable demand for cotton cloths, as cotton was not manufactured on a large scale in China. Ibn Battuta noted that fine cotton cloths were rarer and more highly prized than silk in the cities of China.
- India imported camphor, porcelain potteries, silk from China.
व्याख्या:
मध्ययुगीन भारत के दौरान वाइब्रेंट इंडिया -चीन व्यापार में निम्न वस्तुओं का व्यापार शामिल था-
आयात
रेशम, चीनी मिट्टी के बरतन जैसे सख्त शीशे का आवरण, कपूर
निर्यात
कपास, हीरे, मसाले, काली मिर्च
चीन से हो रहे व्यापार में आयात द्वारा मसाला सबसे महत्वपूर्ण था ,यह व्यापार पश्चिम की तुलना में बड़ा और चरित्र में भी अलग था, इसके पीछे का कारण यह था कि कई मसाले, जिनमे विशेष रूप से दालचीनी और अदरक, चीन में ही उगाए जाते थे।पुचुक, जो की एक प्रकार का मसाला था, भारत से चीन को व्यापक रूप से निर्यात किया जाता था। तेरहवीं शताब्दी के चीनी भूगोलवेत्ता चाऊ जू-कुआ ने निष्कर्ष दिया की कि यह अरब और सोमाली तट के साथ-साथ कोरोमंडल तट से भी आया है। यह वास्तव में, एक झाड़ी है जो केवल हिमालय के दक्षिणी ढलानों और कश्मीर में होती है। पूर्वी दक्कन की प्रसिद्ध खानों द्वारा चीन को आपूर्ति किए गए हीरे एक महत्वपूर्ण निर्यात थे।सूती कपड़ों की काफी मांग थी, क्योंकि चीन में बड़े पैमाने पर कपास का उपादान नहीं किया जाता था। इब्न बतूता ने कहा कि महीन सूती कपड़े चीन के शहरों में रेशम की तुलना में कहीं अधिक दुर्लभ और बेशकीमती थे।भारत ने चीन से कपूर, चीनी मिट्टी के बरतन व, रेशम का आयात किया।