Q. With reference to the Champaran Movement, which of the following statements is/are correct?
Select the correct answer using the code given below:
Q. चंपारण आंदोलन के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
निम्नलिखित कूट का उपयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिए:
Explanation:
Indigo cultivators of the district Champaran in Bihar were severely exploited by the European planters who had bound the peasants to compulsorily grow indigo on lease on 3/20th of their fields or also known as tinkathia system and sell it at the rates fixed by the planters. This system squeezed the peasants and eventually reduced them to penury. On an invitation by peasants of Champaran Gandhi headed to Champaran. Accompanied by local leaders such as Rajendra Prasad, Mazharul Huq, Acharya Kripalani and Mahadeva Desai, Gandhi conducted a detailed enquiry. The British officials ordered Gandhi to leave the district. But he refused and told the administration that he would defy the order because it was unjust and face the consequences.
Statement 1 is incorrect: It was not against the land revenue policies of British authorities. It was against the exploitation of Indigo cultivators by the European planters and the attitude of the British government towards this issue.
Statement 2 is correct: It is the first Civil disobedience movement by Gandhi In India.
Statement 3 is correct: An enquiry committee with Gandhi also as a member was formed by the government.
व्याख्या:
बिहार में चंपारण जिले के नील काश्तकारों का यूरोपीय बागान मालिकों द्वारा अत्यधिक शोषण किया जा रहा था। उन्हें अपने खेतों के 3/20वें भाग पर लीज पर अनिवार्य रूप से नील की खेती करने (या जिसे तिनकठिया प्रणाली के रूप में भी जाना जाता था) और इसे बागान मालिकों द्वारा निर्धारित दरों पर बेचने के लिए मजबूर किया जाता था। इस प्रणाली ने किसानों को गंभीर रूप से प्रभावित किया और अंततः उन्हें गरीब बना दिया। चंपारण के किसानों के आमंत्रण पर गांधी जी ने चंपारण का दौरा किया। गांधी ने स्थानीय नेताओं जैसे राजेंद्र प्रसाद, मज़हरुल हक, आचार्य कृपलानी और महादेव देसाई के साथ इस समस्या पर विस्तृत चर्चा एवं जाँच-पड़ताल की। ब्रिटिश अधिकारियों ने उन्हें जिला छोड़ने का आदेश दिया। लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया और प्रशासन से कहा कि वह आदेश की अवहेलना करेंगे क्योंकि यह अन्यायपूर्ण है और वो परिणाम भुगतने के लिए तैयार हैं।
कथन 1 गलत है: यह ब्रिटिश अधिकारियों की भू-राजस्व नीतियों के खिलाफ नहीं था। यह यूरोपीय बागान मालिकों द्वारा नील काश्तकारों के शोषण और इस मुद्दे के प्रति ब्रिटिश सरकार के रवैये के खिलाफ था।
कथन 2 सही है: यह गांधी द्वारा भारत में शुरू किया गया पहला सविनय अवज्ञा आंदोलन है।
कथन 3 सही है: सरकार द्वारा एक जांच समिति का गठन किया गया था और गांधी जी भी इस समिति के सदस्य थे।