Q. With reference to the proclamation of the National Emergency under the Indian Constitution, consider the following statements:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. भारतीय संविधान के तहत राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Explanation:
Statement 1 is correct: The proclamation of an Emergency must be approved by both the Houses of Parliament within one month from the date of its issue.
Statement 2 is correct: Once the national emergency is approved by both the Houses of the Parliament, the emergency continues for six months, and with the approval of the Parliament every six months, it can be extended indefinitely.
Statement 3 is incorrect: A national emergency can be extended indefinitely. The three-year rule is applicable in case of constitutional emergency (President’s rule), where it cannot be extended beyond three years.
व्याख्या:
कथन 1 सही है: आपातकाल की उद्घोषणा को संसद के दोनों सदनों द्वारा इसके जारी होने की तारीख से एक महीने के भीतर अनुमोदित किया जाना अनिवार्य है।
कथन 2 सही है: एक बार जब संसद के दोनों सदनों द्वारा राष्ट्रीय आपातकाल को मंजूरी दे दी जाती है, तो आपातकाल छह महीने तक जारी रहता है और हर छह महीने में संसद की मंजूरी से अनिश्चित काल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
कथन 3 गलत है: राष्ट्रीय आपातकाल को अनिश्चित काल के लिए बढ़ाया जा सकता है। तीन साल का नियम संवैधानिक आपातकाल (राष्ट्रपति शासन) के मामले में लागू होता है, जहां इसे तीन साल से आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है।