The correct option is A
There was a lack of cooperation between Hindus and Muslims.
हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सहयोग की कमी थी।
Statement 1 is incorrect.
During the entire revolt, there was complete cooperation between Hindus and Muslims at all levels—people, soldiers, leaders. According to Maulana Azad, “Two facts stand out clearly in the midst of the tangled story of the Rising of 1857. The first is the remarkable sense of unity among the Hindus and the Muslims of India in this period. The other is the deep loyalty which the people felt for the Mughal Crown.”
Statement 2 is correct.
Most Indian rulers refused to join, and often gave active help to the British. Rulers who did not participate included the Sindhia of Gwalior, the Holkar of Indore, the rulers of Patiala, Sindh and other Sikh chieftains and the Maharaja of Kashmir.
Statement 3 is correct.
The British attempts at socio-religious reform such as abolition of sati, support to widow-marriage and women's education was seen by a large section of the population as interference in the social and religious domains of Indian society by outsiders. These fears were compounded by the government’s decision to tax mosque and temple lands and making laws such as the Religious Disabilities Act, 1856, which modified Hindu customs, for instance, declaring that a change of religion did not debar a son from inheriting the property of his ‘heathen’ father.
Statement 4 is correct.
The Indian sepoy was made to feel a subordinate at every step and was discriminated against racially and in matters of promotion and privileges. The discontent of the sepoys was not limited to military matters; it reflected the general disenchantment with and the opposition to British rule. The sepoy, in fact, was a ‘peasant in uniform’ whose consciousness was not divorced from that of the rural population.
कथन 1 गलत है।
पूरे विद्रोह के दौरान जनता , सैनिकों व नेताओं के बीच सभी स्तरों पर हिंदू और मुसलमानों के बीच पूर्ण सहयोग था । मौलाना आज़ाद के अनुसार, "1857 के विद्रोह की पेचीदा कहानी के बीच में दो तथ्य स्पष्ट रूप से सामने आते हैं।पहला इस अवधि में भारत के हिंदुओं और मुसलमानों के बीच एकता की उल्लेखनीय भावना और दूसरा मुगल क्राउन के प्रति लोगों की गहरी निष्ठा। ”
कथन 2 सही है।
अधिकांश भारतीय शासकों ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया और अंग्रेजों को सक्रिय मदद दी। जिन शासकों ने भाग नहीं लिया उनमें ग्वालियर के सिंधिया, इंदौर के होल्कर, पटियाला , सिंध और अन्य सिख सरदार व कश्मीर के महाराजा शामिल थे।
कथन 3 सही है।
सामाजिक-धार्मिक सुधार जैसे सती प्रथा, विधवा-विवाह का समर्थन और महिलाओं की शिक्षा के प्रयासों को आबादी के एक बड़े वर्ग ने बाहरी लोगों द्वारा भारतीय समाज के सामाजिक और धार्मिक क्षेत्रों में हस्तक्षेप के रूप में देखा। सरकार ने मस्जिद और मंदिर की भूमि पर कर लगाने और धार्मिक अयोग्यता अधिनियम, 1856 जिसने हिन्दुओं के धार्मिक रिवाजों को बदल दिया जैसे कानून बना कर इन आशंकाओं को प्रबल कर दिया । उदाहरण के लिए, यह घोषणा की गई कि धर्म परिवर्तन करने वाले बेटे को दूसरे धर्म के पिता की विरासत में मिलने वाली संपत्ति से वंचित नहीं किया जायेगा ।
कथन 4 सही है।
भारतीय सिपाहियों को हर कदम पर अधीनस्थ समझा गया और नस्लीय आधार पर पदोन्नति और विशेषाधिकारों के मामलों में भेदभाव किया जाता था। सिपाहियों का असंतोष सैन्य मामलों तक सीमित नहीं था बल्कि उन्होंने ब्रिटिश शासन के प्रति सामान्य विरोध को प्रतिबिंबित किया। सिपाही जो वास्तव में वर्दी में एक 'किसान' था उसकी चेतना ग्रामीण आबादी से जुदा नहीं थी।