The correct option is B
Sangama dynasty, Saluva dynasty, Tuluva dynasty, Aravidu dynasty.
संगम वंश, सालुव वंश, तुलुव वंश, आरविडु वंश।
Explanation:
The Vijayanagar kingdom was successively ruled by four dynasties over a period of more than three hundred years: the Sangama dynasty (1336–1485), the Saluva dynasty (1485–1505), the Tuluva dynasty (1505–1570) and the Aravidu dynasty (1570–1650).
Option (b) is correct:
Sangama Dynasty: It was the first dynasty to rule over the Vijaynagar empire. The founders of the empire, Harihar I and Bukka, belonged to this dynasty. It ruled from 1334 AD to 1485 AD.
Saluva Dynasty: After the death of Deva Raya II, there was a series of civil wars among the contenders. After some time, the throne was usurped by the king’s minister, Saluva Narsimha, and the Saluva dynasty was established. This dynasty ruled from 1485 to 1505 AD.
Tuluva Dynasty: Vira Narsimha (1503–04) the regent of Immadi Narasimha, usurped the throne after his assassination and laid the foundation of the Tuluva dynasty in 1505. The most famous king of the Vijayanagar empire, Krishna Deva Raya, belonged to this dynasty. It ruled from 1491 AD to 1570 AD.
Aravidu Dynasty: This was the fourth and last dynasty that ruled over the Vijaynagar empire in southern India. Aliya Rama Raya, who had been the regent for the Tuluva dynasty's last king, soon declared the foundation of his own dynasty, the Aravidu. It ruled from 1542 AD to 1565 AD
व्याख्या:
विजयनगर साम्राज्य पर तीन सौ से अधिक वर्षों तक चार राजवंशों द्वारा क्रमिक रूप से शासन किया गया था: संगम वंश (1336-1485), सालुव वंश (1485-1505), तुलुव वंश (1505-1570) और अरविडु वंश (1570-1650)।
विकल्प (b) सही है:
संगम वंश: यह विजयनगर साम्राज्य पर शासन करने वाला पहला राजवंश था। साम्राज्य के संस्थापक हरिहर प्रथम और बुक्का इसी वंश के थे। उन्होंने 1334 ई. से 1485 ई. तक शासन किया।
सलुव राजवंश: देवराय द्वितीय की मृत्यु के बाद, सत्ता के दावेदारों के बीच गृह युद्धों की एक लंबी श्रृंखला चली थी। कुछ समय बाद राजा के मंत्री सालुव नरसिम्हा द्वारा सिंहासन पर कब्जा कर लिया गया, और सालुव वंश की स्थापना हुई। इस राजवंश ने 1485 से 1505 ई. तक शासन किया।
तुलुव राजवंश: इम्माडी नरसिम्हा के संरक्षक वीर नरसिम्हा (1503–04) ने उसकी हत्या के बाद सिंहासन पर कब्ज़ा कर लिया और 1505 में तुलुव वंश की नींव रखी। विजयनगर साम्राज्य के सबसे प्रसिद्ध राजा कृष्ण देव राय इसी वंश से संबंधित थे। इसने 1491 ई. से 1570 ई. तक शासन किया।
अरविडु राजवंश: यह चौथा और अंतिम राजवंश था जिसने दक्षिण भारत में स्थित विजयनगर साम्राज्य पर शासन किया। आलिया राम राय, जो तुलुव वंश के अंतिम राजा का संरक्षक था, ने जल्द ही अपने स्वयं के वंश अर्थात अरविडु वंश के स्थापना की घोषणा की। इसने 1542 ई. से 1565 ई. तक शासन किया।