Q. With respect to the features of the Fundamental Duties, consider the following statements:
Which of the statements given above are correct?
Q. मौलिक कर्तव्यों की विशेषताओं के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन से सही हैं?
Explanation:
The Fundamental Duties have been defined under Article 51A of the Indian Constitution.
Statement 1 is incorrect: The Fundamental Duties defined in the Indian Constitution are non-justiciable. There is no provision in the Constitution for their direct enforcement by the courts. But, the Parliament is free to enforce them by suitable legislation. For example, the Prevention of Insults to National Honour Act, 1971, prevents insults to the National Flag and Constitution of India.
Statement 2 is correct: In Mohan Kumar Singhania v Union of India case 1992, the Supreme Court held that courts could uphold the constitutionality of a statute, whose object is in consonance with a provision in Article 51A of the Constitution.
Statement 3 is correct: Civic as well as moral duties are included in the fundamental duties listed in Article 51A of the Indian Constitution. For example, cherishing the noble ideals of freedom struggle is a moral precept, whereas respecting the National Flag is a civic duty.
व्याख्या:
मौलिक कर्तव्यों को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51A के तहत परिभाषित किया गया है।
कथन 1 गलत है: भारतीय संविधान में परिभाषित मौलिक कर्तव्य गैर-न्यायोचित हैं। संविधान में न्यायालयों द्वारा उनके प्रत्यक्ष प्रवर्तन से संबंधित कोई प्रावधान नहीं है। लेकिन, संसद उपयुक्त कानून द्वारा उन्हें लागू करने के लिए स्वतंत्र है। उदाहरण के लिए, राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम, 1971, भारत के राष्ट्रीय ध्वज और संविधान के अपमान पर रोक लगाता है।
कथन 2 सही है: 1992 के मोहन कुमार सिंघानिया बनाम भारत संघ मामले में, उच्चतम न्यायालय ने कहा कि अदालतें एक क़ानून की संवैधानिकता को बरकरार रख सकती हैं, जिसका उद्देश्य संविधान के अनुच्छेद 51A के प्रावधान के अनुरूप है।
कथन 3 सही है: भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51A में सूचीबद्ध मौलिक कर्तव्यों में नागरिक के साथ-साथ नैतिक कर्तव्यों को भी शामिल किया गया है। उदाहरण के लिए, स्वतंत्रता संग्राम के महान आदर्शों को संजोना एक नैतिक मूल्य है, जबकि राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करना एक नागरिक कर्तव्य है।