Q15. Which of the following conspiracy cases is/are not associated with Communist Movement in British India?
1. Peshawar Conspiracy Case
2. Kanpur Conspiracy Case
3. Meerut Conspiracy Case
Select the correct answer using the code given below.
ब्रिटिश भारत में कम्युनिस्ट आंदोलन के साथ कौन सा/से षड्यंत्र के मामले निम्नलिखित से नहीं जुड़े है/हैं?
1. पेशावर षड्यंत्र प्रकरण
2. कानपुर षड्यंत्र प्रकरण
3. मेरठ षड्यंत्र प्रकरण
नीचे दिए गए कूट का उपयोग कर सही उत्तर का चयन करें:
None of the above
इनमें से कोई नहीं
All these cases are related to Communist movement in India.
Peshawar Conspiracy case (1922-23) is related to the Muslims taking interest in the Communist revolution of Russia. Many Muslims from Peshawar went to Moscow and started getting training related to Military and Communist regimes.
Kanpur Conspiracy Case (1924) was also against the communists which were abhorred by the British Government. Some newly turned communists named M N Roy, Muzaffar Ahamed, S A Dange, Shaukat Usmani, Nalini Gupta, Singaravelu Chettiar, Ghulam Hussain were caught by the Government and were tried for conspiring against the Government.
Meerut Conspiracy Case (1929-33) - It continued for over three and a half years and attracted worldwide publicity. It resulted in conviction of Muzaffar Ahmed, Dange, Joglekar, Spratt, Bradley, Usmani and others.
ये सभी मामले भारत में कम्युनिस्ट आंदोलन से संबंधित हैं।
पेशावर षड्यंत्र का मामला (1922-23) रूस के कम्युनिस्ट क्रांति में रूचि लेने वाले मुसलमानों से संबंधित है। पेशावर से कई मुस्लिम मास्को गए तथा सैन्य और कम्युनिस्ट शासन से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त करना शुरू कर दिया।
कानपुर षड्यंत्र प्रकरण (1924) उन कम्युनिस्टों के खिलाफ भी था जो ब्रिटिश सरकार से घृणा करते थे। कुछ नए बने कम्युनिस्टों ने एम एन रॉय, मुजफ्फर अहमद, एस ए डांगे, शौकत उस्मानी, नलिनी गुप्ता, सिंगरवेलु चेट्टियार, गुलाम हुसैन को सरकार द्वारा पकड़ा गया और सरकार के खिलाफ षड्यंत्र करने के जुर्म में मुकदमा चला।
मेरठ षड्यंत्र का मामला (1929 -33) - यह साढ़े तीन सालों तक जारी रहा और दुनिया भर में चर्चित रहा । इसके परिणामस्वरूप मुजफ्फर अहमद, डांगे, जोगलकर, स्प्राट, ब्रैडली, उस्मानी और अन्य लोगों को सजा हुई।