Q29. Consider the following statements regarding pottery in Mauryan period:
Which of the statements given above is/ are correct?
Q29. मौर्य काल में मिट्टी के बर्तनों (मृदभांडों) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. मौर्य काल में मृदभांडों की संस्कृति की शुरुआत हुई।
2. इस अवधि के मृदभांडों को आमतौर पर चित्रित घूसर मृदभांड के रूप में जाना जाता है।
3. उनमें लाल रंग की विशेषता के साथ खुरदुरा सतह था।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
(b) Only 2
(b) केवल 2
Ans:29)(b)
Explanation: Pottery making has been in practice since Harappan Age.
Pottery of the Mauryan period is generally referred to as Northern Black Polished Ware (NBPW) or painted grey ware. They were characterised by the black paint and highly lustrous finish and were generally used as luxury items. They have often been referred to as the highest level of potteryउत्तर:29)(b)
व्याख्या: मृदभांडों का निर्माण हड़प्पा युग से ही चलन में है।
मौर्य काल की मिट्टी के मृदभांडों को आमतौर पर नॉर्दर्न ब्लैक पॉलिश्ड वेयर (NBPW) या चित्रित घूसर मृदभांड के रूप में जाना जाता है। उनमें काले रंग के साथ अत्यधिक चमकदार सतह की विशेषता थी और आमतौर पर विलासिता वस्तुओं के रूप में उपयोग किया जाता था। उन्हें अक्सर मृदभांडों के निर्माण में उच्चतम स्तर की कृति के रूप में जाना जाता है।