Q37. With reference to Rammohan Roy, which of the following statements is/are correct?
1. He did not take up issues of political reforms as India's nationalism had not yet matured.
2. He supported modern western ideas.
3. He believed in monotheism.
4. He believed in the infallibility of Vedas.
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राजा राममोहन रॉय के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन सा/से सत्य है/हैं?
1. उन्होंने राजनीतिक सुधार के मुद्दों को नहीं उठाया क्योंकि भारत का राष्ट्रवाद अभी परिपक्व नहीं हुआ था।
2. उन्होंने आधुनिक पश्चिमी विचारों का समर्थन किया।
3. वह एकेश्वरवाद में विश्वास करते थे ।
4. वे वेदों की अपरिहार्यता में विश्वास करते थे।
नीचे दिए गए कूट का उपयोग कर सही उत्तर का चयन करें:
Only 2 and 3
केवल 2 और 3
He was initiator of public agitation on political questions like separation of executive and judiciary, Indianization of government services etc.
He followed and believed both in Indian philosophical systems and modern western ideas.
He was a believer in monotheism and wrote "Gift to Monotheists".
Although he believed in Vedas, he put rationality at a higher pedestal which could be used to critically assess the Vedas also. "Infallibility of Vedas" is attributed to Swami Dayanand Saraswati.
वह राजनैतिक प्रश्नों पर सार्वजनिक आंदोलन की शुरुआतकर्ता थे जैसे कार्यकारी और न्यायपालिका को अलग करना, सरकारी सेवाओं का भारतीयकरण आदि।
उन्होंने भारतीय दार्शनिक प्रणालियों और आधुनिक पश्चिमी विचारों दोनों का पालन किया और उनपर विश्वास किया।
वह एकेश्वरवाद में विश्वास करते थे तथा उन्होंने गीफ्ट टू मोनोथिस्ट की रचना की।
यद्यपि वे वेदों में विश्वास करते थे, पर उन्होंने तर्कसंगतता को उच्च दर्जा दिया जिसका प्रयोग वेदों का गंभीर मूल्यांकन करने के लिए भी किया जा सकता था। "वेदों की अपरिहार्यता" का श्रेय स्वामी दयानंद सरस्वती को जाता है।