रचना के संदर्भ में बीज कवि के मन में उत्पन्न होने वाला विचार है तथा इस विचार से उत्पन्न आँधी को ही अँधड़ कहा गया है। रचना का निर्माण करते समय एक कवि के मन में विचार उत्पन्न होता है। यह विचार बीज के समान कविता में उतरता है। जब एक शब्द दूसरे शब्द से मिलता है, तो यह रचना का रूप ले लेता है। इसी विचारों की आँधी को अंधड़ कहा गया है, तो कुछ भी कर गुजरने में सक्षम है।