'उसकी आँखों में पानी भरा था। जैसे उनमें एक शिकायत थी, पक्षपात के प्रति तिरस्कार था।' क्यों?
Open in App
Solution
गूँगा चमेली को माँ के समान ही समझने लगा था। आरंभ में चमेली में उसे करुणामयी माँ का रूप दिखा था। धीरे-धीरे चमेली के साथ रहते हुए उसे अहसास होने लगा कि उसके लिए वह कुछ नहीं है। जब चमेली के बेटे बसंता ने उस पर चोरी का झूठा इल्ज़ाम लगाया, तो उससे यह सहा नहीं गया। उसे उम्मीद थी कि चमेली उसका पक्ष लेगी। इसके विपरीत चमेली ने गूँगे के स्थान पर अपने बेटे का पक्ष लिया। गूँगे को यह बात बुरी लगी। चमेली के इस व्यवहार ने उसे दुखी ही नहीं किया बल्कि उसकी आँखों में पानी भी भर दिया। उसकी आँखों में चमेली ने अपने पक्षपातपूर्ण व्यवहार की शिकायत पढ़ ली थी। वह चमेली के पक्षपात भरे व्यवहार से आहत था और उसके लिए उसमें तिरस्कार भी था।