The correct option is B
2 only
केवल 2
There was marked economic digression towards the end of the Mughal rule. The financial position of the state deteriorated rapidly towards the end of the Mughal rule. It was mainly because zamindars and rebellious elements refused to pay land revenue.
Statement 1 is incorrect:
Land revenue was collected through revenue farming (Ijara system) during this period. In this system, the state’s share was fixed and the intermediary/zamindar was allowed to extort at will from the peasants. The system was inimical to the peasants but strengthened the finances of the zamindars. It led to peasant rebellions and rural unrest. This also contributed to the increase in political power of the zamindars which was detrimental to the power of the central authority over the zamindars. This in turn led to the fragmentation of the polity. It adversely affected trade as each local magnate started taxing traders separately. Thus, the ijara system was in no way good for the economy. Its discontinuation could have had a positive effect on the economy. But it was not abolished.
Statement 2 is correct:
Corrupt officials misappropriated state revenue during this period. This had a considerable impact on the state exchequer.
Statement 3 is incorrect:
Even though they took part in trade, they did not place restrictions on trade by monopolising it.If anything, they only provided impetus to trade during the medieval period.
The Portuguese government tried to monopolise Indian ocean trade by exacting fees from Indian and Arab traders and even from private Portuguese traders.
Note: Tariffs/Fees on trade can be detrimental to trade.This can in turn affect manufacturing and production.
व्याख्या: मुगल शासन की अंतिम अवस्था में आर्थिक विचलन दिखाई दिया।मुगल शासन की अंतिम अवस्था में राज्य की वित्तीय स्थिति में तेजी से गिरावट आयी।यह मुख्य रूप से जमींदारों और विद्रोही तत्वों द्वारा भू-राजस्व का भुगतान करने से इनकार करने के कारण हुआ।
कथन 1 गलत है: इस अवधि के दौरान कृषि राजस्व (इजारा प्रणाली) के माध्यम से भू-राजस्व एकत्र किया गया।इस प्रणाली में, राज्य का हिस्सा तय था और मध्यस्थ/ज़मींदार को किसानों से लगान इकठ्ठा करने की अनुमति दी गई थी।यह प्रणाली किसानों के प्रतिकूल थी, लेकिन जमींदारों को आर्थिक रूप से मजबूत करने वाली थी।इसने किसान विद्रोह और ग्रामीण अशांति को जन्म दिया।इसने ज़मींदारों की राजनीतिक शक्ति को बढ़ाने में भी योगदान दिया।इससे राजव्यवस्था का विखंडन हुआ।इसने व्यापार पर प्रतिकूल प्रभाव डाला क्योंकि प्रत्येक स्थानीय पूँजीपति ने व्यापारियों से अलग से कर लेना शुरू कर दिया।इस प्रकार इजार प्रणाली किसी भी तरह से अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी नहीं थी। इसके बंद होने से अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता था।लेकिन इसे खत्म नहीं किया गया।
कथन 2 सही है: इस दौरान भ्रष्ट अधिकारियों ने राज्य के राजस्व का दुरुपयोग किया।इससे सरकारी खजाने पर काफी असर पड़ा।
कथन 3 गलत है: यद्यपि उन्होंने व्यापार में भाग लिया, लेकिन उन्होंने व्यापार पर एकाधिकार स्थापित कर इस पर अवरोध उत्पन्न नहीं किया। उन्हें केवल मध्यकाल के दौरान व्यापार करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान किया गया।पुर्तगाली सरकार ने भारतीय और अरब व्यापारियों और यहां तक कि निजी पुर्तगाली व्यापारियों से भी शुल्क लेकर हिन्द महासागरीय व्यापार पर एकाधिकार स्थापित करने की कोशिश की।
नोट : व्यापार पर टैरिफ/शुल्क व्यापार के लिए हानिकारक हो सकता है।इससे विनिर्माण और उत्पादन प्रभावित हो सकता है।