Q. With reference to ‘Demands for Grants’, consider the following statements:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. 'अनुदान मांग' (Demands for Grants) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Explanation:
Article 113 of the Constitution requires that any proposal or estimate seeking the withdrawal of money from the Consolidated Fund of India should be presented to the Lok Sabha in the form of a demand for grants.
Statements 1 and 2 are incorrect: Demand for Grants is the form in which estimates of expenditure from the Consolidated Fund, included in the Annual Financial Statement (AFS) (hence these are not separate but the same, included under the AFS), are submitted. These are required to be voted upon in the Lok Sabha.
Statement 3 is correct: The demand for grants includes provisions with respect to revenue expenditure, capital expenditure, grants to State and Union Territory governments, along with loans and advances. Usually, one demand for a grant is presented in respect of each ministry/department. For large ministries and departments, more than one demand is presented.
व्याख्या:
संविधान के अनुच्छेद 113 में यह अनिवार्य किया गया है कि भारत की संचित निधि से धन की निकासी के लिए कोई प्रस्ताव या अनुमान, अनुदान मांग के रूप में लोकसभा में प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
कथन 1 और 2 गलत हैं: अनुदान मांग वह रूप है जिसमें वार्षिक वित्तीय विवरण (AFS) में शामिल समेकित निधि से व्यय के अनुमान प्रस्तुत किए जाते हैं (इसलिए ये अलग नहीं हैं, लेकिन AFS के तहत शामिल हैं)। लोकसभा में इन पर मतदान होना आवश्यक है।
कथन 3 सही है: अनुदान मांग में राजस्व व्यय, पूंजीगत व्यय, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सरकारों को ऋण और अग्रिम के साथ अनुदान के संबंध में प्रावधान शामिल हैं। आमतौर पर, प्रत्येक मंत्रालय/विभाग के संबंध में अनुदान मांग प्रस्तुत की जाती है। बड़े-बड़े मंत्रालयों और विभागों के लिए एक से अधिक मांग प्रस्तुत की जा सकती है।