wiz-icon
MyQuestionIcon
MyQuestionIcon
1
You visited us 1 times! Enjoying our articles? Unlock Full Access!
Question

Q. With reference to the High Court’s power of Judicial review, consider the following statements:

Which of the statements given above is/are correct?

Q. उच्च न्यायालय की न्यायिक समीक्षा की शक्ति के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A

1 and 2 only
केवल 1 और 2
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
B

2 only
केवल 2
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
C

1 and 3 only
केवल 1 और 3
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
D

1, 2 and 3
1, 2 और 3
Right on! Give the BNAT exam to get a 100% scholarship for BYJUS courses
Open in App
Solution

The correct option is D
1, 2 and 3
1, 2 और 3
Explanation:

Statement 1 is correct:
High courts derive the power of Judicial review under Articles 13 and 226 of the Constitution. Though the phrase ‘Judicial Review’ has nowhere been used in the Constitution.

Statement 2 is correct:
It can review an executive order if it is outside the competence of the framing authority. High Courts can conduct judicial review of a legislation/executive order on the following grounds:
  • It is outside the competence of the framing authority.
  • It infringes on fundamental rights.
  • It is contrary to the constitutional framework.
Statement 3 is correct: The 42nd Constitution Amendment Act limited the power of Judicial review of High Courts. They were debarred from considering the constitutional validity of any Central law. The 43rd Constitutional Amendment Act restored the original powers of the High Courts.

व्याख्या:

कथन 1 सही है:
उच्च न्यायालय को संविधान के अनुच्छेद 13 और 226 के तहत न्यायिक समीक्षा की शक्ति प्राप्त है । हालांकि 'न्यायिक समीक्षा' उक्ति का इस्तेमाल संविधान में कहीं नहीं किया गया है।

कथन 2 सही है: यह किसी कार्यकारी आदेश की समीक्षा कर सकता है, यदि वह निर्धारण प्राधिकारी की क्षमता से बाहर है। उच्च न्यायालय निम्नलिखित आधारों पर किसी कानून/कार्यकारी आदेश की न्यायिक समीक्षा कर सकते हैं:
  • यह निर्धारण प्राधिकारी की क्षमता से बाहर है।
  • यह मौलिक अधिकारों का हनन करता है।
  • यह संवैधानिक ढांचे के विपरीत है।
कथन 3 सही है: 42वें संविधान संशोधन अधिनियम ने उच्च न्यायालयों की न्यायिक समीक्षा की शक्ति को सीमित कर दिया। उन्हें किसी भी केंद्रीय कानून की संवैधानिक वैधता पर विचार करने से रोक दिया गया था। 43वें संविधान संशोधन अधिनियम ने उच्च न्यायालयों की मूल शक्तियों को बहाल कर दिया।

flag
Suggest Corrections
thumbs-up
1
similar_icon
Similar questions
Q.

Q27. With reference to the power of judicial review of high courts, consider the following statements:

1. High court can review the laws enacted by state legislatures only and not the ones enacted by the Centre.

2. High court cannot interpret the Constitution while reviewing any law or order passed by the government, as Supreme Court is the sole interpreter of Constitution.

Which of the above statement(s) is/are correct?

उच्च न्यायालयों की न्यायिक समीक्षा की शक्ति के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

1. उच्च न्यायालय केवल राज्य विधायिकाओं द्वारा अधिनियमित कानूनों की समीक्षा कर सकता है, न कि केंद्र द्वारा अधिनियमित किए गए कानून का।

2. उच्च न्यायालय सरकार द्वारा पारित किसी भी कानून या आदेश की समीक्षा करते समय संविधान की व्याख्या नहीं कर सकता है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट संविधान का एकमात्र व्याख्याकर्ता है।

उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?


View More
Join BYJU'S Learning Program
similar_icon
Related Videos
thumbnail
lock
An Independent Judiciary
CIVICS
Watch in App
Join BYJU'S Learning Program
CrossIcon