गणित सीखने का रोचक तरीका

गणित एक ऐसा विषय है जिसका प्रयोग हम दैनिक जीवन में प्रतिदिन करते हैं | गणना (calculation) की सामान्य जानकारी न होने से हमें बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा | लाभ -हानी, जोड़ -घटाव, प्रतिशतता इत्यादि ऐसी चीजें हैं जिनसे हम समय समय पर रु-बरु होते रहते हैं ! लेकिन इतना महत्वपूर्ण विषय होने के बावजूद , कई बार हमें गणित ‘बोरिंग’ या अत्यधिक कठिन लगने ;लगता है | माता-पिता के तौर पर, अभिभावकों के सामने कई बार यह एक चुनौती होती है कि बच्चों में इस विषय के प्रति रूचि कैसे जगाई जाए ! गणित में महारत हासिल करने के लिए मार्गदर्शन और निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है, और सम्भव है कि यह बच्चों के लिए कठिन हो ! इसीलिए BYJU’S के मंच पर हम बच्चों और उच्च कक्षा के विद्यार्थियों के लिए दिलचस्प तरीके से गणित सीखने का एक सरल और आसान तरीका प्रस्तुत करते हैं जिससे यह विषय ‘ऊबाऊ’ नहीं बल्कि रुचिकर हो जाता है | यहां हमारा ज़ोर गणित के मूल सिद्धांतों को स्पष्ट करने, मौलिक अंक -गणितीय गणनाओं को हल करने के सरल तरीकों को समझाने और गणित को एक रुचिकर विषय बनाने पर है |

विद्यार्थी गणित की मौलिक अवधारणा तक पहुंच सकें और शीघ्र इसे सीख सकें, इसी मकसद से निःशुल्क ऑनलाइन गणित का मंच लाया गया है | यहाँ विद्यार्थी को कक्षा 1 से 12 तक के लिए गणित की सभी मूल एवं अनिवार्य सामग्रीयां उपलब्ध कराई गई हैं | साथ ही, उन्हें बेहतर ढंग से समझने में मदद करने के लिए प्रत्येक अवधारणा के लिए समाधान के साथ, गणित के प्रश्न दिए गए हैं | विद्यार्थियों से अपेक्षित है कि वे दिए गए उदाहरणों के साथ यहां गणित का अभ्यास करेंगे और 1 से 12 तक सभी कक्षाओं के प्रश्नों का प्रासंगिकता अनुरूप अभ्यास करेंगे | अभ्यास की बेहतर गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए हमारे द्वारा वर्कशीट भी प्रदान की गई है |

गणित की रूपरेखा

गणित को मूलतः 2 समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है:- 1.मूल गणित (जैसे संख्या प्रणाली, ज्यामिति, मैट्रिक्स, बीज गणित, संयोजक, टोपोलॉजी, कलन इत्यादि) और 2.अनुप्रयुक्त गणित (applied maths) (जैसे इंजीनियरिंग में गणित के अनुप्रयोग , रसायन विज्ञान, भौतिकी, संख्यात्मक विश्लेषण, आदि) | वैसे तो गणित में विभिन्न अवधारणाओं के आधार पर बहुत सारे ‘सूत्र’ हैं | लेकिन गणित का आधार है “गणना” (calculation) | इन सभी सूत्रों पर आधारित प्रश्नों का अभ्यास करके उन्हें याद किया जा सकता है | लेकिन आज के प्रतिस्पर्धा के दौर में केवल समस्याओं को हल करना ही महत्वपूर्ण नहीं , बल्कि उन्हें जल्दी से जल्दी हल करना भी महत्वपूर्ण हो गया है | इसके लिए कुछ “ट्रिक्स” का उपयोग करके उन समस्याओं को जल्दी हल किया जा सकता है | कक्षा 1 से 10 तक गणित को सामान्य गणितीय अवधारणाओं के साथ पढ़ाया जाता है, लेकिन कक्षा 11 और 12 में इसका स्तर बढ़ जाता है और विद्यार्थियों का परिचय नई व अपेक्षाकृत जटिल अवधारणाओं से होता है |

“ऑनलाइन गणित”

इस कोर्स में हम आपको प्रारंभिक स्तर पर, गणित की मूल अवधारणाओं जैसे संख्याओं की गिनती, जोड़, घटाव, गुणा, भाग, स्थानीय मान इत्यादि से अवगत कराने का प्रयास करेंगे | ग्रेड के स्तर में बढ़ोतरी के साथ-साथ आपको अनुपात, समानुपात, भिन्न, बीज गणित, ज्यामिति, त्रिकोणमिति, क्षेत्रमिति, आदि जैसी अधिक उन्नत अवधारणाओं की जानकारी दी जाएगी | अवकलन तथा समाकलन उच्च स्तर के विषय हैं, जो उच्च माध्यमिक विद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल हैं |

गणित कैसे सीखें?

गणित वस्तुतः एक मनोरंजक विषय है | लेकिन गणित सीखना कभी आसान नहीं रहा,और जैसा की उपर बताया गया है , इसे सही ढंग से न पढने के कारण यह कई बार ऊबाऊ भी लगता है | BYJU’S के मंच पर हमारा उद्देश्य आपको इस विषय में एक ऐसा मजबूत आधार प्रदान करना है, जिसकी मदद से आप किसी भी गणितीय समस्या को आसानी से हल कर सकें | समझ और निरंतर अभ्यास के माध्यम से गणित की बुनियादी अवधारणाओं में अच्छी पकड़ हासिल कर, आप अपनी बौद्धिक -तार्किक क्षमता का विकास करने में सफल होंगे और आपको इसका लाभ अन्य सभी विषयों में भी सामान रूप से देखने को मिलेगा |

यहाँ हम कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों के लिए नवीनतम पाठ्यक्रम के आधार पर शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराते हैं | इन कक्षाओं में, विद्यार्थी गणित के सभी महत्वपूर्ण सिद्धांतों से परिचय करते हैं, जैसे कि पूर्णांक, मूल ज्यामिति, संख्या प्रणाली, दशमलव प्रणाली, बीजगणित, अनुपात और समानुपात, आदि | हमारा ऐसा मानना है कि जब सीखने की प्रक्रिया को खेल के साथ जोड़ दिया जाए तो बच्चे सीखने के लिए अधिक ग्रहणशील होते हैं | यह उन्हें बोझ नही लगता | नई शिक्षा नीति -2020 (NEP) में भी इसी बात पर बल दिया गया है , जहाँ शिक्षा को चारदीवारी से निकाल कर मनोरंजक बनाने पर बल दिया गया है | इसलिए हमारा प्रयास यह है कि बच्चों को मनोरंजक तरीके से गणित की जानकारी दी जाए | इस क्रम में हम कक्षा 12 तक के छात्रों के लिए पाठ प्रदान करते हैं, जहां वे 3 -D ज्यामिति, वेक्टर (सदिश) बीजगणित, अंतर समीकरण, मैट्रिक्स आदि जैसे सबसे जटिल विषयों का अध्ययन करते हैं |

BYJU’S के विशेषज्ञों द्वारा एनिमेशन और शिक्षण के नवीन तकनीकों की मदद से, गणित के विचार और अवधारणाएं आपको इस प्रकार से संप्रेषित किये जाते हैं कि वे आपके दिमाग में हमेशा बनी रहें | इसका उद्देश्य गणित को मनोरंजक बनाना और बच्चों को यह समझने में मदद करना है कि गणित ऊबाऊ या कठिन नहीं है | हमारा उद्देश्य इस विषय के बारे में बच्चों के मन से डर को समाप्त कर एक उत्साह जागृत करना है | आप अपने आप को इंटरेक्टिव वीडियो व हमारे विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए गए नियमित परीक्षणों के साथ संलग्न कर सकते हैं और स्वयं अपने प्रदर्शन के आधार पर विश्लेषण कर सकते हैं | हम शिक्षा में गुणवत्ता के लिए प्रतिबद्ध हैं |

मौलिक गणित

गणित के मूल सिद्धांत सरल अंक -गणितीय संक्रियाओं से संबंधित हैं, जो इस प्रकार हैं:-

  • जोड़ (+)
  • घटाव (-)
  • गुणा (x)
  • भाग (÷)

इन बुनियादी अवधारणाओं पर पकड़ बनाने के लिए, विद्यार्थियों को अधिक से अधिक प्रश्नों का अभ्यास करने और उनके आधार पर वर्कशीट्स को हल करने की आवश्यकता होती है | कुछ और बुनियादी बातों जैसे HCF, LCM इत्यादि, से छात्रों को उनकी माध्यमिक कक्षाओं में परिचित कराया जाएगा | गुणन सारणी भी जिसे हम बोलचाल की भाषा में पहाड़ा (tables) कहते हैं , गणित के मूल सिद्धांतों में से एक है | इनका ज्ञान अत्यंत आवश्यक है | गुणन समस्याओं को हल करने के लिए छात्रों को अपनी प्राथमिक कक्षाओं में ही 1 से 20 तक पहाड़े याद होने चाहिए |

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1.हम गणित क्यों सीखते हैं?

  • गणित सभी विषयों का आधार है और मनुष्य की बौद्धिक -तार्किक क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करता है | गणित का प्रयोग हम दैनिक जीवन में निरंतर करते हैं | संख्याओं का अस्तित्व और महत्त्व हर कदम पर है | गणित विज्ञान, डेटा प्रबंधन, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष और अनुसंधान आदि का केंद्र- बिंदु है | दैनिक जीवन में गणित का बहुत महत्व है | इसीलिए गणित का ज्ञान सबके लिए आवश्यक है |

2.गणित इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

  • जैसा की उपरोक्त है, गणित हमारे जीवन को संरचना प्रदान करता है और अस्पष्टता को कम करता है | गणित सीखने से हमारी तर्क शक्ति, रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच, समस्या सुलझाने की क्षमता और यहां तक कि प्रभावी संचार कौशल में सुधार होता है जिससे हम में निर्णय लेने की क्षमता और सुदृढ़ होती है |

3.गणित की विभिन्न शाखाएँ क्या हैं?

  • गणित की प्रमुख शाखाएँ हैं: संख्या प्रणाली और मूल अंकगणित (Number system and basic Arithmetic), बीजगणित (Algebra), त्रिकोणमिति (Trigonometry), ज्यामिति और कार्तीय ज्यामिति (Geometry and Cartesian Geometry), कलन या कैलकुलस- डिफरेंशियल और इंटीग्रल (Calculus- Differential and Integral), मैट्रिक्स बीजगणित (Matrix Algebra), प्रायिकता (Probability), सांख्यिकी (Statistics) इत्यादि |

4.गणित के मूल सिद्धांत क्या हैं?

  • गणित के मूल सिद्धांतों में बुनियादी अंकगणितीय संचालन या गणना जैसे जोड़, घटाव, गुणा और भाग शामिल हैं, जो हमें प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाए जाते हैं | आगे चलकर, उच्च कक्षाओं में, छात्र बीजगणित, ज्यामिति, अनुपात, समानुपात आदि जैसी बुनियादी अवधारणाओं को सीखेंगे |

5.BYJU’S में उपलब्ध विभिन्न गणित संसाधन क्या हैं?

BYJU’S अपने पाठकों को वैचारिक स्पष्टीकरण के साथ-साथ गणित के अन्य बहुत सारे संसाधन भी प्रदान करता है | कुछ संसाधन जो छात्र BYJU’S में निःशुल्क प्राप्त कर सकते हैं, वे हैं:-

  • एनसीईआरटी, आर.एस अग्रवाल और आर.डी शर्मा जैसी पुस्तकों के हल प्रश्न पत्र (सोल्यूशन)
  • सीबीएसई सैंपल पेपर और हल प्रश्न पत्र
  • वीडियो लेसन
  • गणित कार्यपत्रक (वर्कबुक)
  • पी.डी.एफ प्रारूप में पाठ्य सामग्री
  • पाठ्यक्रम और परीक्षा ब्लूप्रिंट
  • बोर्ड परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न
  • रिविजन नोट

6.ज्यामिति के मूल सिद्धांत क्या हैं?

  • ज्यामिति में, हम मूल रूप से दो-आयामी (2 D) और तीन-आयामों (3 D) में विभिन्न आकृतियों और आकारों के बारे में सीखते हैं | लेकिन बिंदु, रेखाएं और कोण ज्यामिति के आधार हैं | वृत्त, वर्ग, आयत, समांतर चतुर्भुज, समचतुर्भुज, पतंग आदि द्वि-आयामी आकृतियाँ हैं | जबकि घन, घनाभ, गोला, बेलन, शंकु इत्यादि त्रिविमीय आकृति के उदाहारण हैं |

7.बुनियादी अंकगणितीय संचालन क्या हैं?

  • चार बुनियादी गणितीय संचालन हैं: योग या जोड़ (sum); घटाव (subtraction); गुणा (multiplication); और विभाजन या भाग (division) |

गणित की विभिन्न शाखाएँ

बीजगणित (Algebra)

अंकगणित (Number system and basic Arithmetic)

त्रिकोणमिति (Trigonometry)

प्रायिकता (Probability)

ज्यामिती (Geometry)

कलन (Calculus- Differential and Integral)