11 जून 2022 : समाचार विश्लेषण
A.सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 1 से संबंधित: आज इससे संबंधित कुछ नहीं है। B.सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित: राजव्यवस्था एवं शासन:
C.सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3 से संबंधित: अर्थव्यवस्था:
D.सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 4 से संबंधित: आज इससे संबंधित कुछ नहीं है। E.सम्पादकीय: आज इससे संबंधित कुछ नहीं है। F. प्रीलिम्स तथ्य: आज इससे संबंधित कुछ नहीं है। G.महत्वपूर्ण तथ्य:
H. UPSC प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न: I. UPSC मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न : |
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सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3 से संबंधित:
अर्थव्यवस्था
सूरत के हीरा व्यापार पर युद्ध का असर
विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।।
प्रारंभिक परीक्षा : भारत में हीरा व्यापार
मुख्य परीक्षा :भारत में हीरा व्यापार एवं उससे जुड़े मुद्दे
भारत में हीरा व्यापार:
- भारत को हीरों की कटिंग और पॉलिशिंग के लिए विश्व का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है। उच्च कुशल श्रम की आसान उपलब्धता, अत्याधुनिक तकनीक और कम परिचालन लागत जैसे कारक इसके लिए जिम्मेदार है।
- भारत अपने कच्चे माल का 100% रूस, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीकी देशों जैसे दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और कांगो से आयात करता है।
- अंतिम उत्पादों का लगभग 75% यू.एस. द्वारा प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उपभोग किया जाता है।
भारत में हीरा उद्योग से जुड़े मुद्दे
- रूस और यूक्रेन के बीच समस्याओं के कारण अमेरिका ने रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। रूस से लगभग 27% से 30% कच्चा माल आता है।
- ज्यादातर रूस से आने वाले कच्चे माल की अनुपलब्धता ने हीरा उद्योग के श्रमिकों को बेरोजगार कर दिया है।
- भारतीय हीरा उद्योग कोविड-19 के प्रकोप से पहले ही विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के कारण मंदी का सामना कर रहा था और धीमी गति से गुजर रहा था।
- इनमें कीमती रत्नों पर आयात शुल्क में वृद्धि भी शामिल है। पॉलिश किए गए हीरे और रंगीन रत्न, बैंकों द्वारा लोन की शर्तों को कड़ा करना, कड़े सीमा शुल्क निरीक्षण प्रक्रियाएं, आयात कम होने और USA द्वारा GSP लाभ को वापस लेना,आदि।
गुजरात के लिए चिंताएं:
- छोटे हीरे की कटिंग और पॉलिशिंग का सारा काम गुजरात के ग्रामीण इलाकों में होता है।
- सॉलिटेयर रत्न ,जो थोड़े महंगे और बड़े होते हैं,पर सूरत के प्रसंस्करण इकाइयों का नियंत्रण है।
भारत में हीरा उद्योग के समर्थन के लिए नीतियां :
- भारत ने संयुक्त अरब अमीरात के साथ एक एफटीए पर हस्ताक्षर किए हैं जो निर्यात को अधिक बढ़ावा देगा और इसके 52 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लक्ष्य तक पहुंचने की उम्मीद है।
- सरकार ने कटे एवं पॉलिश किए हुए हीरे और रंगीन रत्नों पर सीमा शुल्क को 7.5% से घटाकर 5% और शून्य कर दिया है।
- संशोधित SEZ अधिनियम से रत्नों और आभूषणों के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
भावी कदम
- आने वाले वर्षों में,रत्न और आभूषण क्षेत्र के विकास में बड़े खुदरा विक्रेताओं/ब्रांडों का अधिक योगदान होगा।
- स्थापित ब्रांड संगठित बाजार का मार्गदर्शन कर रहे हैं और विकास के नए अवसर खोल रहे हैं। इस क्षेत्र में संगठित कंपनियों की बढ़ती पैठ उत्पादों और डिजाइनों के मामले में विविधता प्रदान करती है।
- साथ ही, सोने के आयात पर प्रतिबंधों में छूट से इन उद्योगों को प्रोत्साहन मिलने की संभावना है।
- कम लागत वाले स्वर्ण धातु ऋणों को फिर से शुरू करने तथा उपलब्धता में सुधार के साथ ही निचले स्तरों पर सोने की कीमतों के स्थिर होने की संभावना से लघु एवं मध्यम अवधि में जौहरियों की मात्रा में वृद्धि होने की संभावना है।
सारांश:
भारतीय हीरा उद्योग अपने उत्पादन एवं प्रसंस्करण क्षमताओं के मामले में सबसे मजबूत माना जाता है। हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध से सामने आने वाली हीरा क्षेत्र की अस्थिरता को देखते हुए, तैयार रहना बेहतर है। हालांकि देश में एफडीआई को बढ़ावा देने के लिए अनेक नियम बनाए गए हैं, तो भारत को इस क्षेत्र के विकास के संदर्भ में प्रौद्योगिकी विकास और प्रगति के लिए विदेशी कंपनियों के साथ गठजोड़ करने की आवश्यकता है।
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2 से संबंधित:
राजव्यवस्था एवं शासन:
तमिलनाडु ने ऑनलाइन गेमिंग के संबंध में अध्यादेश को प्रख्यापित किया:
विषय: सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय।
मुख्य परीक्षा : ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म के लिए नियम
संदर्भ:
तमिलनाडु सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग से संबंधित मुद्दों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया। इस आधार पर सरकार ऑनलाइन गेमिंग के खिलाफ अध्यादेश लाने के लिए कदम उठाएगी।
ऑनलाइन गेमिंग- राज्य का मुद्दा
- ऑनलाइन गेम को भारत में “राज्य-मुद्दे” के रूप में नामित किया गया है, जिसका अर्थ है कि प्रत्येक राज्य अपने अनुसार गेम को प्रबंधित और विनियमित करने का विकल्प चुन सकता है।
- जबकि कुछ कानून और नियम में सभी “ऑनलाइन गेम” को अवैध बताया गया है, वहीं अन्य क़ानून उन्हें वैध बनाने के लिए इतने आगे बढ़ गए हैं यदि वे अवसर-आधारित होने के बजाय कौशल-आधारित होने की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं तो कोई समस्या नहीं है।
- ई-गेम को नियंत्रित करने वाले कानून और नियम अभी भी भारत में पूर्णतः तैयार नहीं हैं,जो सभी पक्षों, जांच एजेंसियों,निगमों एवं ग्राहकों के बीच बड़ी चिंता उत्पन्न कर रही है।
ऑनलाइन गेमिंग पर लगने वाला कर:
- ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर, जो ई-स्पोर्ट्स, रम्मी, पोकर, शतरंज और फैंटेसी गेम्स जैसे कौशल-आधारित गेम उपलब्ध कराता है, ऐसे गेम पर GST की दर 18% तक सीमित करने की वकालत कर रहा है।
- वर्तमान में, ऑनलाइन गेम में शामिल सट्टेबाजी या जुए के लिए जीएसटी दर 28% है, जबकि सट्टेबाजी या जुआ जिसमें शामिल नहीं है, वैसे गेम में GST की दर 18% है।
- प्रत्येक ऑनलाइन गेम के लिए जुआ साइटों द्वारा प्राप्त कमीशन पर भी 18% कर का भुगतान किया जाता है।
- उद्योग के अनुसार, GST की दर अधिक होने पर यह पूरे ऑनलाइन गेमिंग क्षेत्र को अव्यावहारिक बना देगी।
सारांश:
भारत के नीतिगत परिचर्चा में, लंबे समय तक खेलों से जुड़ाव को अक्सर जुआ खेलने की लत के सामान लिया जाता है। इसके अलावा, भारतीय ऑनलाइन गेमिंग क्षेत्र सालाना लगभग 30% की दर से बढ़ रहा है, जिससे यह मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ने वाला क्षेत्र बन गया है।इस प्रकार, यह जरूरी है कि नीति निर्माता गेमिंग उद्योग के लिए बेहतर नीति का निर्माण कर उन्हें लागू करने के लिए इसके साथ जुड़ें।
महत्वपूर्ण तथ्य:
अमेरिकी मुद्रास्फीति अपने 41 वर्षों के उच्च स्तर पर पहुंची
- संयुक्त राज्य अमेरिका में गैसोलीन की कीमतों में उच्च स्तर की वृद्धि होने के कारण भोजन की लागत में बढ़ोतरी हो गई है जिससे उपभोक्ता कीमतों में 8.6% की तेजी आई, जो 1981 के बाद से सबसे बड़ी वार्षिक वृद्धि है।
- इससे पता चलता है कि फेडरल रिजर्व मुद्रास्फीति से निपटने के लिए सितंबर तक अपनी ब्याज दरों में 50 आधार अंक की वृद्धि जारी रख सकता है।
- मुद्रास्फीति के आंकड़े भी किराए में वृद्धि को दर्शाते हैं,जिसमें 1990 के बाद से सर्वाधिक वृद्धि हुई है।
इतिहासकारों का कहना है कि ‘नस्लीय शुद्धता’ पर कोई भी अध्ययन हानिकारक है
- 100 से अधिक प्रमुख जीव विज्ञानियों, इतिहासकारों, मानव विज्ञानियों और बुद्धिजीवियों ने “भारतीय जनसंख्या समूहों के डीएनए (जेनेटिक) प्रोफाइल में आनुवंशिक समानता एवं अंतर” का अध्ययन करने के लिए एक परियोजना को निधि देने की योजनाओं का विरोध करते हुए संस्कृति मंत्रालय को एक संयुक्त पत्र लिखा है।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि यह योजना “आनुवंशिक इतिहास की स्थापना और भारत में नस्लों की शुद्धता का पता लगाने” के लिए नवीनतम डीएनए अनुक्रमण उपकरण खरीदने के लिए थी।
- संस्कृति मंत्रालय ने भी ट्वीट किया कि रिपोर्ट गलत थी और यह परियोजना “नस्लों के आनुवंशिक इतिहास” को स्थापित करने से संबंधित नहीं थी।
- “नस्ल” शब्द का आविष्कार हड्डियों की संरचना और त्वचा के रंग जैसी भौतिक विशेषताओं और विश्वास और धर्म जैसी सामाजिक विशेषताओं के आधार पर मनुष्यों को अलग-अलग समूहों में वर्गीकृत करने के प्रयास के हिस्से के रूप में किया गया था।
पूर्व CAG ने सरकार की अधिक जवाबदेही पर बल दिया
- भारत के सेवानिवृत्त नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) राजीव महर्षि ने कहा कि जब आश्वासन की बात आती है तो CAG निजी कंपनियों के चार्टर्ड एकाउंटेंट के मानकों को भी पूरा नहीं कर पाता है।
- CAG के अधिकारी खाते में केवल वही देखते हैं जो सरकारी विभाग उन्हें दिखाना चाहते हैं।
- बड़ा मुद्दा संसदीय लोकतंत्र के मूल सिद्धांत का है, क्योंकि विधायिका को अर्जित या खर्च किए गए प्रत्येक रुपये का लेखा-जोखा देना होता है।
UPSC प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न:
प्रश्न 1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
- जादूगोड़ा (Jaduguda) देश की पहली खदान है जिसमें व्यावसायिक स्तर पर यूरेनियम अयस्क का उत्पादन होता है।
- पूर्वोत्तर राज्यों में यूरेनियम के भंडार नहीं पाए जाते हैं।
- यूरेनियम के विमान नियंत्रण सतहों के प्रतिभार (counterweights) और विकिरण परिरक्षण में अनुप्रयोग हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
- केवल 1 और 2
- केवल 2 और 3
- केवल 3
- केवल 1 और 3
उत्तर: d
व्याख्या:
- जादूगोड़ा (Jaduguda) देश की सबसे गहरी भूमिगत खदान है जो संचालन में है। इसकी गहराई लगभग 3000 फीट है, जो देश में सबसे गहरी खदानों में से एक है। यह भारत की पहली यूरेनियम खदान थी। अत: कथन 1 सही है।
- परमाणु खनिज विभाग (AMD) के अनुसार, पूर्वोत्तर राज्यों में यूरेनियम के भंडार अब तक केवल मेघालय में ही उपलब्ध हैं। इसलिए कथन 2 गलत है।
- यूरेनियम मुख्य रूप से ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों में ईंधन के रूप में उपयोग किया जाता है। दुनिया की बिजली का लगभग 14% उत्पादन करने के अलावा, यूरेनियम का उपयोग कई अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जिनमें ये शामिल हैं: रेडियोआइसोटोप का उपयोग निदान एवं अनुसंधान के लिए दवा में किया जाता है। इसका उपयोग विमान नियंत्रण सतहों के प्रतिभार और विकिरण परिरक्षण में भी किया जाता है। अत: कथन 3 सही है।
प्रश्न 2. निम्नलिखित कथनों में से कौन सा अमाइलॉइडोसिस (Amyloidosis) का सर्वोत्तम वर्णन करता है?
- मस्तिष्क और विभिन्न आंतरिक अंगों में असामान्य आयरन संचय वाला एक दुर्लभ आनुवंशिक विकार।
- एक दुर्लभ बीमारी जो तब होती है जब एक असामान्य प्रोटीन अंगों में बनता है और सामान्य कार्यप्रणाली में हस्तक्षेप करता है।
- एक दुर्लभ सूजन संबंधी विकार जो पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है।
- एक ऐसा विकार जिसमें बालों के झड़ने की समस्या होती है।
उत्तर : b
व्याख्या:
अमाइलॉइडोसिस (Amyloidosis) एक दुर्लभ बीमारी है जो तब होती है जब एक असामान्य प्रोटीन, जिसे अमाइलॉइड कहा जाता है, आपके अंगों में बनता है और अंगों की सामान्य कार्यप्रणाली में हस्तक्षेप करता है। अमाइलॉइड आमतौर पर शरीर में नहीं पाया जाता है, लेकिन यह कई अलग-अलग प्रकार के प्रोटीन से बन सकता है।
अत: विकल्प b सही है।
प्रश्न 3. फर्नांडीना विशाल कछुआ IUCN लाल सूची की निम्नलिखित में से किस श्रेणी में सूचीबद्ध है?
- गंभीर रूप से संकटग्रस्त (CR)
- संकटग्रस्त (EN)
- सुभेद्य (VU)
- संकटापन्न (NT)
उत्तर: a
व्याख्या:
- चेलोनोइडिस नाइजर फैंटास्टिकस, गैलापागोस कछुआ की एक उप-प्रजाति है जिसकी खोज 1906 में की गई थी और इसे विलुप्त मान लिया गया था, जब तक कि फरवरी 2019 में एक अभियान द्वारा फर्नांडीना द्वीप पर एक मादा कछुआ की खोज नहीं हुई थी।
- IUCN की लाल सूची के अनुसार, छह को गंभीर रूप से संकटग्रस्त, तीन सुभेद्य, तीन कमजोर और दो विलुप्त माना जाता है। फर्नांडीना कछुआ के मामले में, यह शायद विलुप्त है, लेकिन वास्तविक जानकारी से पता चलता है कि इनमें से कुछ बचे हो सकते हैं।
- अत: विकल्प a सही है।
प्रश्न 4. संत तुकाराम के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
- वे मराठा शासक शिवाजी महाराज के समकालीन थे।
- उन्होंने अपने कीर्तनों और अभंगों द्वारा समाज, सामाजिक व्यवस्था और महाराजाओं के गलत कार्यों की ओर इशारा किया।
विकल्प:
- केवल 1
- केवल 2
- दोनों
- इनमें से कोई भी नहीं
उत्तर : c
व्याख्या:
- संत तुकाराम 17वीं सदी के कवि-संत थे जो शिवाजी महाराज, एकनाथ और रामदास के समकालीन थे। उनकी कविता विष्णु के अवतार, हिंदू देवता विठोबा या विट्ठल को समर्पित थी।
- तुकाराम महाराष्ट्र के एक भक्ति संत थे और उन्हें शिवाजी का समकालीन कहा जाता है।
- तुकाराम को उनकी धार्मिक कविता अभंग के लिए जाना जाता है, साथ ही उन्हें आध्यात्मिक धुनों वाले कीर्तन के साथ ,समुदाय-उन्मुख पूजा के लिए जाना जाता है। तुकाराम ने अपने कीर्तनों और अभंगों द्वारा तत्कालीन समाज, सामाजिक व्यवस्था और महाराजाओं के गलत कार्यों की ओर इशारा किया।
- अतः दोनों कथन सही हैं।
प्रश्न 5. निम्नलिखित फसलों में कौन-सी एक, मेथेन और नाइट्रस ऑक्साइड दोनों का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण मानोद्भवी स्रोत है?
- कपास
- धान
- गन्ना
- गेहूँ
उत्तर: b
व्याख्या:
गीले धान के खेत, पशुधन, पशु अपशिष्ट, लैंडफिल, और बायोमास जलाना, बायोजेनिक मीथेन के महत्वपूर्ण मानवजनित स्रोत हैं। भूमि-उपयोग परिवर्तन, उर्वरक उत्पादन और उपयोग, और खाद का उपयोग, ये सभी बायोजेनिक नाइट्रस ऑक्साइड के महत्वपूर्ण मानोद्भवी स्रोत हैं।
इसलिए विकल्प b सही है।
UPSC मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
प्रश्न 1. अपने वर्तमान स्वरूप में, भारत का CAG उस तरह के पद से बहुत दूर है जिसकी परिकल्पना अंबेडकर ने की थी। इस संदर्भ में भारत के CAG को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक सुधारों की चर्चा कीजिए। (250 शब्द; 15 अंक) GS II (शासन)
प्रश्न 2. भारत में मत्स्य पालन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहलों पर चर्चा कीजिए। (250 शब्द; 15 अंक) GS III (रोज़गार)
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