विषयसूची:
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1. नई दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन मानव-केंद्रित और समावेशी विकास का एक नया मार्ग तैयार करेगा : प्रधानमंत्री
सामान्य अध्ययन: 2
अंतरराष्ट्रीय संबंध
विषय: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते
प्रारंभिक परीक्षा: जी20
मुख्य परीक्षा: भारत के लिए जी-20 का महत्व एवं निहित चुनौतियां
प्रसंग:
- प्रधानमंत्री ने कहा कि नई दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन मानव-केंद्रित और समावेशी विकास का एक नया मार्ग तैयार करेगा।
विवरण:
- भारत की जी20 अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णयात्मक और कार्योन्मुख रही है जहां विकासशील और गरीब देशों की विकास से जुड़ी चिंताओं को सक्रिय रूप से आवाज दी गई है।
- वंचितों की सेवा करने के गांधी जी के ध्येय का अनुकरण करने के महत्व से प्रेरित भारत विकास को गति देने के मानव-केंद्रित उपायों पर काफी जोर देता है।
- प्रधानमंत्री ‘एक धरती’, ‘एक परिवार’ और ‘एक भविष्य’ पर सत्र की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें मजबूत, स्थाई, समावेशी और संतुलित विकास को आगे बढ़ाने के साथ विश्व समुदाय की मुख्य चिंताओं से जुड़े कई विषय शामिल होंगे।
- इस सम्मेलन के तहत मित्रता और सहयोग के बंधन को और गहरा करने के लिए कई नेताओं और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों के साथ द्विपक्षीय बैठकों का आयोजन होगा।
- समापन समारोह में जी 20 नेता एक स्वस्थ, ‘एक पृथ्वी’ के लिए ‘एक परिवार’ की तरह मिलकर स्थाई और निष्पक्ष ‘एक भविष्य’ के लिए अपने सामूहिक दृष्टिकोण को साझा करेंगे।
- यह भारत द्वारा आयोजित होने वाला पहला जी-20 शिखर सम्मेलन है। आशा है कि नई दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन मानव-केंद्रित और समावेशी विकास का एक नया मार्ग तैयार करेगा।”
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- केंद्र ने अनिवार्य हॉलमार्किंग के तीसरे चरण को 8 सितंबर, 2023 से अधिसूचित किया
- अनिवार्य हॉलमार्किंग के अंतर्गत 55 अतिरिक्त जनपदों को शामिल करने के लिए तीसरा चरण शुरू किया गया।
- सोने के आभूषणों एवं कलाकृतियों की हॉलमार्किंग (तीसरा संशोधन) आदेश, 2023 के अंतर्गत अनिवार्य हॉलमार्किंग का तीसरा चरण 8 सितंबर, 2023 से लागू हो गया है।
- अनिवार्य हॉलमार्किंग के तीसरे चरण में अनिवार्य हॉलमार्किंग प्रणाली के अंतर्गत अतिरिक्त 55 नए जनपदों को शामिल किया जाएगा, जिसमें अनिवार्य हॉलमार्किंग आदेश के दूसरे चरण के कार्यान्वयन के बाद एक हॉलमार्किंग केंद्र स्थापित किया गया है, जिससे अनिवार्य हॉलमार्किंग के अंतर्गत शामिल किए गए जनपदों की कुल संख्या 343 हो गई है।
- भारत सरकार ने इस बारे में आदेश की अधिसूचना 8 सितंबर, 2023 को जारी की है।
- पहले चरण में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) 23 जून 2021 से देश के 256 जनपदों में और दूसरे चरण में 04 अप्रैल 2022 से अतिरिक्त 32 जनपदों में अनिवार्य हॉलमार्किंग लागू करने में सफल रहा है, जिसमें 4 लाख से अधिक सोने की वस्तुओं को हर दिन हॉलमार्क विशिष्ट पहचान (एचयूआईडी) के साथ हॉलमार्क किया जा रहा है।
- उपभोक्ताओं को भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) केयर ऐप में ‘सत्यापित हॉलमार्क विशिष्ट पहचान (एचयूआईडी)’ का उपयोग करके खरीदे गए हॉलमार्क विशिष्ट पहचान संख्या के साथ हॉलमार्क वाले सोने के आभूषणों की प्रामाणिकता और शुद्धता को सत्यापित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
- भारत फ्रांस द्विपक्षीय नौसेना अभ्यास ‘वरुण’ का 21वां संस्करण – 2023
- भारतीय और फ्रांस की नौसेना के द्विपक्षीय अभ्यास के 21वें संस्करण का दूसरा चरण, वरुण (वरुण -23) अरब सागर में आयोजित किया गया।
- इस अभ्यास में दोनों पक्षों के गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट, टैंकर, समुद्री गश्ती विमान और संयुक्त हेलीकॉप्टरों ने भाग लिया।
- तीन दिवसीय अभ्यास में संयुक्त संचालन, पुनर्गठन और विभिन्न सामरिक युद्धाभ्यास शामिल थे। दोनों नौसेनाओं की इकाइयों ने अपनी युद्ध क्षमताओं में सुधार करने, आपसी अंतरसंचालनीयता बढ़ाने और क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने की अपनी क्षमता प्रदर्शित करने पर जोर दिया।
- ‘वरुण-2023’ का पहला चरण 16 से 20 जनवरी तक भारत के पश्चिमी तट पर आयोजित किया गया था।
- विशेष अभियान 2.0:खान मंत्रालय का स्वच्छता की ओर एक कदम
- इस अभियान में वर्षा जल संचयन, कम्पोस्ट पिट, झीलों / तालाबों की सफाई और कचरे का पर्यावरण-निपटान शामिल रहा।
- स्क्रैप निपटान से 17 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व जुटाया गयाऔर 34,549 वर्ग फुट जगह खाली हुई।
- विशेष अभियान 2.0 के हिस्से के रूप में, खान मंत्रालय ने अपने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के साथ मिलकर नवंबर, 2022 से अगस्त, 2023 तक विभिन्न गतिविधियां आयोजित कीं।
- मंत्रालय ने देशभर में 84 साइट कार्यालयों की पहचान कर इनमें 116 स्वच्छता अभियान आयोजित किए।
- मंत्रालय के निर्धारित लक्ष्य में ‘पर्यावरण को वापस देना’ (गिविंग बैक टू इनवायरमैंट) अभियान के तहत वर्षा जल संचयन, कम्पोस्ट पिट, झीलों/ तालाबों की सफाई और कचरे का पर्यावरण-निपटान शामिल था।
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