विषयसूची:
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1. सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर का एक सप्ताह एक प्रयोगशाला (वन वीक वन लैब) कार्यक्रम
सामान्य अध्ययन: 3
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
विषय: विज्ञान और विज्ञान नीति के साथ सार्वजनिक जुड़ाव पर बल।
प्रारंभिक परीक्षा: वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद – राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान
प्रसंग:
- विज्ञान नीति एवं कूटनीति सम्मेलन (साइंस पॉलिसी एंड डिप्लोमेसी मीट) के साथ एक सप्ताह एक प्रयोगशाला कार्यक्रम (वन वीक वन लैब कार्यक्रम) का सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर में समापन हुआ।
विवरण:
- वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद – राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर – नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस कम्युनिकेशन एंड पॉलिसी रिसर्च -एनआईएससीपीआर) ने अपने अत्यधिक सफल ” एक सप्ताह एक प्रयोगशाला कार्यक्रम (वन वीक वन लैब प्रोग्राम – ओडब्ल्यूओएल)” कार्यक्रम का समापन किया, जिसकी शुरुआत 11 सितंबर, 2023 को हुई थी।
- एक सप्ताह एक लैब कार्यक्रम (ओडब्ल्यूओएल) के दौरान, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद – राष्ट्रीय वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद -विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर – नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस कम्युनिकेशन एंड पॉलिसी रिसर्च -एनआईएससीपीआर) ने 9 प्रमुख कार्यक्रमों, जैसे कि भारत की स्टार्टअप क्रांति: विचार से बाजार तक, ग्रामीण विकास के लिए जमीनी स्तर पर नवाचार और कौशल विकास सम्मेलन (कॉन्क्लेव), विज्ञान संचार कार्यशाला, छात्र-विज्ञान सम्पर्क (कनेक्ट), विज्ञान संचार: सार्वजनिक विज्ञान, विज्ञान ज्ञान सम्मेलन, विज्ञान नीति और कूटनीति बैठक के साथ जुड़ाव का आयोजन किया ।
- ओडब्ल्यूओएल कार्यक्रम के दौरान, एनआईएससीपीआर ने अपने प्रमुख हितधारकों जैसे विज्ञान नीति निर्माताओं, राजनयिकों, विज्ञान संचारकों, वैज्ञानिकों, उद्योग, नवप्रवर्तकों, उद्यमियों, स्टार्टअप, किसानों, शिक्षकों, छात्रों और विज्ञान प्रकाशकों आदि को आमंत्रित किया और उनके समक्ष एनआईएससीपीआर की नई पहल और उपलब्धियों का प्रदर्शन किया ।
- कार्यक्रम के दौरान कई प्रतिष्ठित विज्ञान प्रकाशकों ने भाग लिया और अपने स्टॉल लगाए। प्रमुख विज्ञान प्रकाशकों में विली, क्लैरिवेट, एल्सेवियर, अमेरिकन केमिकल सोसाइटी (एसीएस), एसीएस इंटरनेशनल इंडिया, साइफाइंडर, ग्रामरली और इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स (आईओपी) शामिल हैं।
- सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर का एक सप्ताह एक लैब कार्यक्रम, जिसका उद्देश्य विज्ञान और विज्ञान नीति के साथ सार्वजनिक जुड़ाव को बढ़ावा देना और सीएसआईआर- एनआईएससीपीआर की उपलब्धियों को प्रदर्शित करना है, अपने प्रतिभागियों और आयोजकों के समर्पण और कड़ी मेहनत के कारण एक शानदार सफलता बना है।
- यह पहल वैज्ञानिक ज्ञान को आगे बढ़ाने और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर – नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस कम्युनिकेशन एंड पॉलिसी रिसर्च-एनआईएससीपीआर) की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
- इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण विज्ञान कूटनीति पर एक विशेष प्रकाशन का विमोचन था। यह प्रकाशन विज्ञान कूटनीति के क्षेत्र में ज्ञान के प्रसार में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
- इस आयोजन ने विज्ञान कूटनीति, विज्ञान नीति और वैज्ञानिक ज्ञान को आगे बढ़ाने और सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर ठोस चर्चा के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
1. पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 29वां विश्व ओजोन दिवस मनाया
- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफएंडसीसी) ने 29वां विश्व ओजोन दिवस मनाया।
- विश्व ओजोन दिवस हर साल 16 सितंबर को ओजोन क्षयकारी पदार्थों के उत्पादन और खपत को चरणबद्ध रूप से समाप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण संधि मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर करने की याद में मनाया जाता है।
- यह संधि 1987 में आज ही के दिन लागू हुआ था। आकाश में ओजोन परत के क्षरण और इसे संरक्षित करने के लिए किए गए/किए जाने वाले उपायों के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए विश्व ओजोन दिवस हर साल मनाया जाता है।
- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में ओजोन सेल 1995 से राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर विश्व ओजोन दिवस मना रहा है।
- विश्व ओजोन दिवस 2023 का विषय “मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल: ओजोन परत को ठीक करना और जलवायु परिवर्तन को कम करना” है।
2. बांध सुरक्षा पर जल शक्ति मंत्रालय का अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आरआईसी, जयपुर में संपन्न
- केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने बांधों के लिए आपातकालीन कार्य योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए एक संयुक्त कार्य बल की स्थापना सहित प्रमुख कार्रवाई योग्य बिंदुओं पर सुझाव दिया।
- जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय बांध सुरक्षा सम्मेलन (आईसीडीएस) जयपुर में राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) में संपन्न हुआ।
- केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) के साथ बांधों के लिए आपातकालीन कार्य योजनाओं (ईएपी) को आगे बढ़ाने के लिए एक संयुक्त कार्य बल की स्थापना सहित प्रमुख कार्रवाई योग्य बिंदुओं पर सुझाव दिया, जिसमें बांध सुरक्षा समीक्षाओं के अनुसार निर्माण डिजाइन तैयार करने के दौरान सामने आने वाली कमियों का विश्लेषण करने के बाद एक सार-संग्रह का निर्माण; इसके कार्यान्वयन के लिए सम्मेलन के विचार-विमर्श और परिणामों को एकीकृत करने के लिए एक पूरी रणनीति तैयार करना आदि शामिल है।
- दो दिवसीय सम्मेलन में विभिन्न तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया ताकि क्षेत्र के अग्रणी विशेषज्ञों और नेताओं को बांध सुरक्षा बढ़ाने की क्षमताओं को मजबूत करने में सक्षम बनाया जा सके।
3. चंद्रयान-3 मिशन के सफल प्रक्षेपण में योगदान के लिए इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड, एफसीआरआई, बीएचईएल और एचएमटी सम्मानित
- केरल के पलक्कड़ में तरल पदार्थ नियंत्रण अनुसंधान संस्थान (एफसीआरआई) में आयोजित एक समारोह में इसरो के चंद्रयान-3 मिशन के सफल प्रक्षेपण में उत्कृष्ट योगदान के लिए इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड, एफसीआरआई, बीएचईएल और एचएमटी की त्रिची और रानीपेट इकाइयों को सम्मानित किया गया।
- इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड, एफसीआरआई, बीएचईएल और एचएमटी को स्मृति चिह्न और प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
- आईएल ने क्रायोजेनिक इंजन सहित एलवीएम-3 के विभिन्न घटकों, इसरो की परीक्षण सुविधाओं के लिए नियंत्रण वाल्व का निर्माण किया।
- एफसीआरआई ने नियंत्रण वाल्वों के सीवी के विशेष परीक्षण के लिए परीक्षण सुविधाएं प्रदान की। बीएचईएल ने एलएमवी-3 रॉकेट के क्रायोजेनिक चरण के लिए द्वि-धातु एडाप्टर, टाइटेनियम मिश्र धातु प्रणोदक टैंक और लैंडर के लिए लिथियम आयन बैटरी की आपूर्ति की।
- एचएमटी ने चंद्रयान-3 लॉन्च वाहन के सॉलिड रॉकेट मोटर्स की मशीनिंग के लिए मशीनें उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
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