विषयसूची:
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1. UNDP ने महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए DAY-NULM के साथ साझेदारी की:
सामान्य अध्ययन: 2
अंतर्राष्ट्रीय संबंध, सामाजिक न्याय:
विषय: महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएं और मंच- उनकी संरचना, और जनादेश; संवेदनशील वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं एवं इन योजनाओं का कार्य-निष्पादन ,इन वर्गों की रक्षा एवं बहतरी के लिए गठित तंत्र,विधि ,संस्थान एवं निकाय।
प्रारंभिक परीक्षा: संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP), दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM)।
मुख्य परीक्षा: संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) और दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) ने उद्यमिता के क्षेत्र में सुविज्ञ कैरियर विकल्प बनाने में महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक सहयोग साझेदारी की है।इस साझेदारी के महत्व पर प्रकाश डालिये।
प्रसंग:
- संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) और दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) ने उद्यमिता के क्षेत्र में सुविज्ञ कैरियर विकल्प बनाने में महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक सहयोग साझेदारी की है।
उद्देश्य:
- यह साझेदारी देखभाल अर्थव्यवस्था, डिजिटल अर्थव्यवस्था, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, अपशिष्ट प्रबंधन, खाद्य पैकेजिंग और अन्य क्षेत्रों में अपना उद्यम प्रारम्भ करने और उद्यम का विस्तार करने की इच्छुक महिलाओं के लिए सहायता प्रदान करेगी।
- उद्यमिता विकास को प्रोत्साहित करने और उद्यम विकास में तेजी लाने पर केंद्रित तीन वर्ष की यह परियोजना, जिसे 2025 से आगे बढ़ाया जा सकता है, प्रारंभिक चरण में आठ शहरों को कवर करेगी।
विवरण:
- DAY-NULM का महत्वपूर्ण उद्देश्य शहरी समुदायों को सशक्त बनाना है।
- आशा है कि UNDP के साथ इस साझेदारी से हम मिशन के अंतर्गत अपने कार्यों को अधिक प्रभावी तथा प्रभावशाली बनाने में सक्षम होंगे।
- आज भारत में कुल उद्यमियों में महिलाओं की हिस्सेदारी केवल 15 प्रतिशत है।
- महिला उद्यमिता, वित्तीय स्वतंत्रता और लिंग मानकों को नया आकार देने के लिए प्रमाणित रणनीति है।
- इसे बढ़ाकर, न केवल महिलाओं को सशक्त बनाते हैं, बल्कि आर्थिक विकास को भी गति देते हैं और एक सुखी और स्वस्थ समाज सुनिश्चित करते हैं।
- UNDP 2,00,000 से अधिक महिलाओं को रोजगार के बेहतर अवसरों से जोड़ने में अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए DAY-NULM के लिए राष्ट्रीय स्तर की क्षमता प्रदान करेगा।
- यह सहयोग ज्ञान सृजन और प्रबंधन पर फोकस करेगा, जैसे राष्ट्रीय स्तर की योजनाओं के कार्यान्वयन को बढ़ाने के लिए शहरी गरीबी से संबंधित श्रेष्ठ व्यवहारों के संग्रह को संकलित करना।
- अपनी व्यापक क्षेत्रीय विशेषज्ञता के आधार पर UNDP और DAY-NULM विशेष रूप से देखभाल अर्थव्यवस्था क्षेत्र में नवाचारी समाधान प्रदान करने में सहयोग करेंगे।
- UNDP और DAY-NULM संयुक्त रूप से ऑन-ग्राउंड मोबिलाइजेशन गतिविधियों में शामिल होंगे, जिसमें शहरी गरीबी तथा संभावित उद्यमियों के पॉकेट को चिन्हित करने के साथ ही व्यवसाय विकास सेवाओं तक पहुंच की सुविधा प्रदान करना भी शामिल है।
- व्यवसायों को औपचारिक बनाने, बैंक लिंकेज स्थापित करने, वित्त और बाजारों तक सुरक्षित पहुंच के लिए समूह को सहयोग समर्थन प्रदान किया जाएगा।
- UNDP चयनित परियोजना स्थानों में बिज-सखी नामक सामुदायिक व्यवसाय मेंटर (सलाहकार) विकसित करके पहल में भी योगदान देगा।
- मूल्यवान और व्यावसायिक ज्ञान सम्पन्न ये सलाहकार नए और वर्तमान उद्यमों को समर्थन दे सकते हैं और बाद के चरण में DAY-NULM के लिए संसाधन के रूप में काम कर सकते हैं।
- DAY-NULM का उद्देश्य कौशल विकास के माध्यम से स्थायी आजीविका के अवसरों को बढ़ाकर शहरी गरीबों का उत्थान करना है।
- यह योजना सभी 4,041 वैधानिक शहरों और कस्बों में अपने कवरेज का विस्तार करती है, जिससे भारत की अधिकांश शहरी आबादी को कवर किया जाता है।
- DAY-NULM ने अपने आउटरीच प्रयासों के माध्यम से पूरे भारत में 8.4 मिलियन से अधिक शहरी गरीब महिलाओं को सक्रिय बनाया है, जिससे 4,000 से अधिक शहरों में 8,31,000 से अधिक स्वयं सहायता समूह (SHG) का गठन हुआ है।
- उनकी प्रभावशाली जमीनी पहल आर्थिक सशक्तिकरण की सुविधा प्रदान करती है और SC/ST, अल्पसंख्यकों, महिला नेतृत्व वाले परिवारों, स्ट्रीट वेंडर्स और कचरा बीनने वालों सहित शहरी आबादी के हाशिये वाले वर्गों की आवाज को और मुखर बनाती है।
2. रक्षा मंत्री ने कोच्चि में समेकित सिमुलेटर परिसर ‘ध्रुव‘ का उद्घाटन किया:
सामान्य अध्ययन: 3
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी:
विषय: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां; देशज रूप से प्रौद्योगिकी का विकास और नई प्रौद्योगिकी का विकास।
प्रारंभिक परीक्षा: समेकित सिमुलेटर परिसर (ISC) ‘ध्रुव‘ से संबंधित जानकारी।
प्रसंग:
- रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 21 जून, 2023 को भारतीय नौसेना कार्मिकों के व्यावहारिक प्रशिक्षण को बढ़ाने के लिए कोच्चि के दक्षिणी नौसेना कमान में समेकित सिमुलेटर परिसर (ISC) ‘ध्रुव‘ का उद्घाटन किया।
उद्देश्य:
- ISC ‘ध्रुव‘ में आधुनिक और अत्याधुनिक स्वदेशी तरीके से निर्मित्त सिमुलेटर स्थित हैं जो भारतीय नौसेना में व्यावहारिक प्रशिक्षण को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाएंगे।
विवरण:
- इन सिमुलेटरों की परिकल्पना नेविगेशन, बेड़ा प्रचालनों और नौसेना के युद्ध कौशलों पर वास्तविक समय अनुभव प्रदान करने को लेकर की गई है।
- इन सिमुलेटरों का उपयोग मित्र देशों के कार्मिकों के प्रशिक्षण के लिए भी किया जाएगा।
- परिसर में परिकल्पना किए गए कई सिमुलेटरों के बीच, रक्षा मंत्री ने मल्टी स्टेशन हैंडलिंग सिमुलेटर (MSSHS), एयर डायरेक्शन और हेलिकॉप्टर नियंत्रण सिमुलेटर (ADHCS) तथा एस्ट्रोनैविगेशन डोम का अवलोकन किया।
- नई दिल्ली स्थित एआरआई प्रा. लि. द्वारा निर्मित्त शिप हैंडलिंग सिमुलेटर का निर्यात 18 देशों में किया गया है।
- इंफोविजन टेक्नोलॉजिज प्रा. लि. द्वारा निर्मित्त एस्ट्रोनैविगेशन डोम भारतीय नौसेना में अपनी तरह का पहला डोम है।
- DRDO प्रयोगशाला के इंस्टीच्यूट फ़ॉर सिस्टम्स स्टडीज एंड एनालिसिस द्वारा विकसित ADHCS प्रशिक्षुओं को वास्तविक समय प्रचालनगत वातावरण परिदृश्य उपलब्ध कराने में सक्षम होगा।
- प्रौद्योगिकी के मामले में उन्नत ये सिमुलेटर ‘आत्मनिर्भर भारत‘ पहल का संकेत देते हैं और राष्ट्र के लिए बड़ी निर्यात क्षमता की संभावना उत्पन्न करते हैं।
- स्वदेशी तरीके से विकसित कुछ अन्य सिमुलेटरों में कौम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम और मैरीटाइम डोमेन लैब शामिल हैं।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 9वां वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस:
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 21 जून, 2023 को न्यूयॉर्क शहर में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के प्रतिष्ठित नॉर्थ लॉन में 9वें वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व किया।
- 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस – 2023 के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग किया एवं संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष महामहिम श्री साबा कोरोसी, महामहिम अमीना मोहम्मद, संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव सहित और वहां सभी लोगों तथा दुनिया भर के लोगों को सम्बोधित किया।
- इस वर्ष की थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग’ है। “वसुधैव कुटुम्बकम” यानी “एक पृथ्वी – एक परिवार – एक भविष्य”।
- उन्होंने बताया की योग का अर्थ है – एकजुट होना।
- योग भारत से आता है। और यह बहुत पुरानी परंपरा है। लेकिन सभी प्राचीन भारतीय परंपराओं की तरह यह भी जीवंत और गतिशील है।
- योग मुफ़्त है – कॉपीराइट से मुक्त, पेटेंट से मुक्त, और रॉयल्टी भुगतान से मुक्त।
- योग आपकी उम्र, लिंग और फिटनेस स्तर के अनुसार अनुकूल है।
- योग पोर्टेबल है – आप इसे घर पर, या काम पर, या ट्रांज़िट में कर सकते हैं।
- योग लचीला है – आप इसे अकेले या समूह में अभ्यास कर सकते हैं, शिक्षक से सीख सकते हैं, या स्व-सिखा जा सकता है।
- योग की क्रिया-सभी के लिए है, सभी जातियों के लिए है, सभी धर्मों के लिए है, और सभी संस्कृतियों के लिए है। इस प्रकार योग वास्तव में सार्वभौमिक है। योग जीवन का एक तरीका है, स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण है।
- विचारों और कार्यों में सावधानी बरतने का एक तरीका है।
- जब हम योग करते हैं तो हम शारीरिक रूप से स्वस्थ, मानसिक रूप से शांत और भावनात्मक रूप से संतुष्ट महसूस करते हैं।
- स्वयं के साथ, दूसरों के साथ और प्रकृति के साथ सद्भाव से रहने का एक तरीका है।
- पिछले साल, 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मोटा अजान वर्ष के रूप में मनाने के भारत के प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए पूरी दुनिया एक साथ आई थी।
- मोटा अनाज एक सुपरफूड है।
- वे समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं और पर्यावरण के लिए भी अच्छे हैं।
- इस कार्यक्रम में 135 से अधिक देशों के योग के प्रति उत्साहित हजारों लोगों की जबरदस्त रुचि देखी गई, जिसने एक योग सत्र में अधिकतम संख्या में देशों के लोगों द्वारा भागीदारी के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव श्री एंटोनियो गुटेरेस का एक वीडियो संदेश भी चलाया गया।
- इस कार्यक्रम में 77वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष श्री साबा कोरोसी, न्यूयॉर्क सिटी के मेयर श्री एरिक एडम्स, संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समूह की अध्यक्ष सुश्री अमीना जे. मोहम्मद सहित कई महत्वपूर्ण गणमान्य व्यक्तियों तथा जीवन के सभी क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों – राजनयिकों, अधिकारियों, शिक्षाविदों, स्वास्थ्य पेशेवरों, प्रौद्योगिकीविदों, उद्योगजगत के दिग्गजों, मीडिया की हस्तियों, कलाकारों, आध्यात्मिक गुरुओं और योग साधकों ने हिस्सा लिया।
- योग सत्र से पहले, प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की, जिसका उद्घाटन दिसंबर 2022 में भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता के दौरान किया गया था। इसके बाद प्रधानमंत्री ने नॉर्थ लॉन में स्थित पीसकीपिंग मेमोरियल में श्रद्धांजलि अर्पित की।
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने योग के महत्व पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव श्री एंटोनियो गुटेरेस से सहमति व्यक्त की है।
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि एक विभाजित दुनिया में, योग दुनिया भर में लाखों लोगों को आपस में जोड़ता है, जिनके लिए यह शक्ति, सद्भाव और शांति का स्रोत है।
- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है।
- 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया था।
- यह दिन योग का अभ्यास करने के विभिन्न लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने तथा स्वास्थ्य और कल्याण के लिए समग्र दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 की थीम: “वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग” है।
- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 के अवसर पर भारतीय तटरक्षक ने भारतीय तटरेखा पर तटीय योग चक्र बनाया:
- भारतीय तट रक्षक ने 21 जून, 2023 को पूरे जोश और उत्साह के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया।
- भारतीय तट रक्षकों ने देश की समूची तटरेखा पर स्थित सभी स्टेशनों, जलयानों और तटीय राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडीशा और पश्चिम बंगाल के साथ साथ अंडमान और निकोबार तथा लक्षद्वीप जैसे सुदूर द्वीपों में स्थित यूनिटों में विशेष योग सत्र का आयोजन कर तटीय चक्र/सागरमाला बनाई।
- भारतीय प्रायद्वीप में कच्छ (गुजरात) से लेकर कोलकाता (पश्चिम बंगाल) तक भारतीय तटरक्षक बल द्वारा बनाया गया तटीय चक्र इस साल की विषयवस्तु ’ओसियन रिंग ऑफ योगा’ पर आधारित उसकी पवित्र योग भागीदारी का प्रतीक है।
- द्वीपीय ( अंडमान और निकोबार तथा लक्षद्वीप), अंतरक्षेत्रीय स्टेशन (गांधीनगर – दिल्ली) अपनी सक्रिय उपस्थिति से इस चक्र के आभूषण बने हैं।
- वहीँ भारतीय सेना ने नौवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्साह के साथ मनाया।
- सेना ने देश के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में योग का आयोजन करके एक ‘भारतमाला’ बनाई गई।
- यह भारतमाला डोंग के पूर्वी छोर से लेकर, जहां सूर्य की पहली किरणें भारत में पड़ती हैं, राजस्थान के लोंगेवाला के रेत के टीलों, जहां 1971 का भीषण युद्ध हुआ था, तक बनाई गई थी।
- उसी प्रकार, यह सियाचिन की हिमाच्छादित ऊंचाइयों से कन्याकुमारी के दक्षिणी सिरे और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह तक थी।
- इस कार्यक्रम में सैनिकों, परिवारों सहित बच्चों और रक्षा नागरिकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस:
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से संबंधित अधिक जानकारी के लिए निम्न लिंक पर क्लिक कीजिए: International Day of Yoga
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