29 अप्रैल 2022 : PIB विश्लेषण
विषय सूची:
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- क्वालकॉम और MEITY का सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (सी-डैक) पार्टनर भारतीय सेमीकंडक्टर स्टार्टअप्स में सहयोग करेगा
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र-3
अर्थव्यवस्था:
विषय:भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।
प्रारंभिक: क्वालकॉम,सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (सी-डैक)।
संदर्भ:
- 2022 के लिए, क्वालकॉम इंडिया ने भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की एक स्वायत्त वैज्ञानिक सोसाइटी, सी-डैक के साथ सहयोग की घोषणा की है।
विवरण:
- इस सहयोग के अंतर्गत सी-डैक और क्वालकॉम इंडिया का निम्नलिखित व्यापक उद्देश्यों की दिशा में काम करना है:
- भारतीय इकोसिस्टम में सेमीकंडक्टर डिजाइन के लिए आवश्यक तकनीकी प्रगति और बौद्धिक संपदा संचालित नवाचार और उत्पाद विकास को बढ़ावा देना
- नवोन्मेष में जोखिम को कम करने में मदद करना, व्यवसाय विकास की गति को तीव्र करना और सेमीकंडक्टर डिजाइन में लगे भारतीय स्टार्टअप के व्यक्तित्व की विशिष्टता (सॉफ्ट स्किल) और ज्ञान के आधार का विकास करना।
- चयनित स्टार्टअप के लिए डोमेन विशेषज्ञों, वीसी, एक्सेलेरेटर, इन्क्यूबेटरों, उद्योग संघों और बड़ी कंपनियों के साथ पहुंच की सुविधा प्रदान करना जो उन्हें अपने व्यवसाय को बढ़ाने में सहायता कर सकें।
- ऐसे प्लेटफ़ॉर्म और फ़ोरम निर्मित करना जो उच्च-विकास-क्षमता वाले छोटे व्यवसायों और स्टार्टअप्स के साथ काम करने के अवसर प्रदान करें, जिनके पास संभावित रूप से बाजार के सामान्य कार्य को प्रभावित करने वाली प्रौद्योगिकियाँ हों जो भविष्य में सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखलाओं को विकसित कर सकती हैं या फिर से आकार दे सकती हैं।
- क्वालकॉम इंडिया QSMP 2022 के लिए 10 भारतीय सेमीकंडक्टर स्टार्टअप की संक्षिप्त सूची (शॉर्टलिस्ट) बनाएगा। प्रत्येक संक्षिप्त सूची के स्टार्टअप को उत्पाद योजना और विकास हेतु परामर्श के लिए क्वालकॉम इंडिया लीडर के साथ जोड़ा जाएगा। स्टार्टअप और सलाहकार समय-समय पर व्यक्तिगत रूप से या ऑनलाइन बैठकों के माध्यम से मिलेंगे। क्वालकॉम इंडिया सेमीकंडक्टर डिजाइन पहलुओं जैसे डिजाइन, परीक्षण और सत्यापन पैकेजिंग के साथ-साथ पिच, आईपीआर, मार्केटिंग, सरकारी प्रोत्साहन/ अवसरों जैसे गैर-तकनीकी विषयों पर शॉर्टलिस्ट किए गए स्टार्टअप के लिए “मास्टरक्लास” कार्यशालाओं और टीमों को बढ़ाने की सुविधा प्रदान करेगा। सी-डैक और क्वालकॉम इंडिया इन स्टार्टअप्स के लिए बैठकों, वेबिनार, सेमिनारों या ट्रेडशो के माध्यम से सरकारी हितधारकों के लिए एक्सपोजर की सुविधा प्रदान करेंगे।
क्वालकॉम के बारे में
- क्वालकॉम दुनिया का अग्रणी वायरलेस टेक्नोलॉजी इनोवेटर है तथा 5G के विकास, लॉन्च और विस्तार के पीछे की प्रेरक शक्ति है। जब फोन को इंटरनेट से जोड़ा गया, तो मोबाइल क्रांति का जन्म हुआ। आज, हमारी मूलभूत प्रौद्योगिकियां मोबाइल इकोसिस्टम को सक्षम बनाती हैं तथा यह 3जी, 4जी और 5जी स्मार्टफोन में पाई जाती है। मोबाइल के लाभ में ऑटोमेटिव, इंटरनेट के जरिए आपस में संपर्क, और कंप्यूटिंग सहित नए उद्योगों, और सहजता से संवाद और बातचीत है।
- क्वालकॉम इनकॉर्पोरेटेड में लाइसेंसिंग व्यवसाय, QTL, और पेटेंट पोर्टफोलियो शामिल हैं। क्वालकॉम इनकॉर्पोरेटेड की एक सहायक कंपनी क्वालकॉम टेक्नोलॉजीज इंक में काफी हद तक हमारे सभी इंजीनियरिंग, अनुसंधान और विकास कार्य, और काफी हद तक हमारे QCT सेमीकंडक्टर व्यवसाय सहित सभी उत्पाद और सेवा व्यवसाय शामिल हैं।
- क्वालकॉम एक ट्रेडमार्क या क्वालकॉम इनकॉर्पोरेटेड का पंजीकृत ट्रेडमार्क है।
सी-डैक के बारे में
- सी-डैक इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) का एक प्रमुख अनुसंधान और विकास संगठन है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्पादों और समाधानों के डिजाइन, विकास और तैनाती के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में कार्य करता है। सीडैक सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्रांति में सबसे आगे रहा है, उभरती/ सक्षम प्रौद्योगिकियों में लगातार क्षमता निर्माण कर रहा है और अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों के लिए सरकार के निर्देशानुसार आईटी उत्पादों और समाधानों को विकसित करने और तैनात करने के लिए अपनी विशेषज्ञता, क्षमता, कौशल को बढ़ाता है।
- सीडैक को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अधिसूचित डिजाइन लिंक्ड इंसेंटिव (DLI) को निष्पादित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है ताकि देश में सेमीकंडक्टर चिप डिजाइन इकोसिस्टम को मजबूत करने और स्टार्टअप और एमएसएमई के लिए सेमीकंडक्टर डिजाइन बुनियादी ढांचे तक पहुंच की सुविधा प्रदान करने के लिए घरेलू उद्योग की अक्षमता को दूर किया जा सके।
- वेल्डिंग कार्य को तेज, ऊर्जा कुशल और पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए नई स्मार्ट मशीन
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र-3
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी:
विषय: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विकास एवं अनुप्रयोग और रोज़मर्रा के जीवन पर इसका प्रभाव।
मुख्य परीक्षा: नवीन स्मार्ट मशीन के अनुप्रयोग।
संदर्भ:
- शोधकर्ताओं ने पारंपरिक फ्यूजन वेल्डिंग या ठोस अवस्था प्रक्रियाओं की तुलना में फेरस ट्यूबों की तेजी से वेल्डिंग करने के लिए स्मार्ट IOT आधारित मशीन विकसित की है।
विवरण:
- वर्तमान समय में इस मशीन का उपयोग ऊर्जा की कम खपत के साथ किया जाता है। मैन्युफैक्चरिंग उद्योगों के उन्नत प्रौद्योगिकियों की ओर बढ़ने के साथ ऊर्जा की खपत को कम करने तथा मानव प्रेरित त्रुटियों से बचने के लिए वेल्डिंग प्रक्रिया को स्वचालित बनाना तथा पर्यावरण अनुकूल तरीके से उत्पादों का तेजी से निर्माण करना आवश्यक होता है।
- दयानंद सागर विश्वविद्यालय बेंगलुरु के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग इलेक्ट्रॉनिक्स तथा संचार विभाग के प्रोफेसर डॉ. एस. अरुंगलई वेंदन ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IOT) एकीकृत मशीन विकसित की है। जिसका नाम “मैग्नेटिकली इमपेल्ड आर्क बट वेल्डिंग इक्विमेंट है।”
- वेल्डिंग की गुणवत्ता का अनुमान व्यक्त करने के उद्देश्य से डेटा हेतु प्रोसेसर के साथ ध्वनि, कंपन, चाप प्रकाश की तीव्रता, तापमान के साथ-साथ धुंए के लिए मशीन सेंसर लगी होती है। कम लागत वाली IOT एकीकृत मशीन के मामले में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा सहयोग प्रदान किया गया।
- चुंबकीय दृष्टि से प्रेरित आर्क बट (MIAV) वेल्डिंग में दो समाक्षीय रूप से रखी गई ट्यूबों के बीच एक चाप होता है। इसके बाद चाप धारा के अक्षीय घटक और चुंबकीय क्षेत्र के रेडियल घटक की परस्पर क्रिया होती है, जो लोरेंत्ज बल का कारण बनती है। यह बल चाप पर कार्य करता है और इसे संयुक्त रेखा के चारों ओर 200m/s अनुमानित रैखिक गति के साथ धकेलता है, जो समान रूप से अधिकतम तापमान जिस पर यह ठोस (ठोस तापमान) होता है तक ट्यूब की सतहों को गर्म करता है। नरम ट्यूब के किनारों (बट सिरों) को फिर वेल्ड करने के लिए फोर्जिंग से मजबूत किया जाता है।
- विकसित किए गए उपकरण को क्रमशः तीन बाहरी ब्यासों- 21.5 एमएम, 22.5 एमएम और 27 एमएम 2-3 एमएम मोटाई के हल्के स्टील/कम कार्बन स्टील ट्यूबों की वेल्डिंग के अनुरूप बनाया गया है, जो सामान्यतः मोटरवाहन और संरचनात्मक एप्लीकेशनों में लगाए जाते हैं। वैज्ञानिक दो आश्रित मानकों-चाप वेग और चक्रीय ध्वनि के लिए नए समीकरण स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं, जिसके आधार पर वेल्डिंग के बारे में सही अनुमान व्यक्त किया जा सकता है।
- राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा के विकास के लिए कार्यादेश दस्तावेज जारी किया गया
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र: 2
शिक्षा:
विषय: स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा: राष्ट्रीय शिक्षा नीति, राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा।
संदर्भ:
- केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु में आयोजित एक समारोह में ‘कार्यादेश दस्तावेज: राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा (NCF) के विकास के लिए दिशा-निर्देश’ जारी किए।
विवरण:
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एक ‘सिद्धांत’ है, राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा उसका ‘मार्ग’ है और जारी किया गया कार्यादेश दस्तावेज 21वीं सदी की बदलती मांगों को पूरा करने और भविष्य को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने वाला ‘विधान’ है। यह कार्य देश दस्तावेज़ बच्चों के समग्र विकास, कौशल पर जोर,शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका, मातृभाषा में सीखने, और सांस्कृतिक जुड़ाव पर ध्यान देते हुए एक आदर्श बदलाव लाएगा।
- ‘कार्यादेश दस्तावेज’ के आधार पर ही NCF तैयार की गई है। ‘कार्यादेश दस्तावेज’ ही दरअसल NEP 2020 और NCF को एक-दूसरे से जोड़ता है। राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा (NCF) की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं, जैसा कि इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए ‘कार्यादेश दस्तावेज’ में परिकल्पित हैं, निम्नलिखित हैं:
- इसमें NCF तैयार करने की प्रक्रिया और विशेषताओं का विस्तार से वर्णन किया गया है
इसमें एनईपी 2020 के विजन, सिद्धांतों और दृष्टिकोण के ही अनुरूप NCF के लिए स्पष्ट और विशिष्ट आधारों के बारे में बताया गया है
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- इसमें पहले से ही जारी व्यापक परामर्श का पूरी तरह से उपयोग करते हुए एक सुसंगत और व्यापक NCF तैयार करने की युक्ति बताई गई है
- तैयार की गई प्रक्रिया में समग्र, एकीकृत और बहु-विषयक शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए NEP 2020 में परिकल्पित समस्त चरणों में और एक ही चरण में समस्त विषयों में निर्बाध एकीकरण सुनिश्चित किया गया है
- इसमें समग्र शिक्षक शिक्षा क्षेत्र में NEP 2020 द्वारा परिकल्पित परिवर्तनकारी सुधारों के एक अभिन्न अंग के रूप में शिक्षक शिक्षा के पाठ्यक्रम और स्कूलों के पाठ्यक्रम के बीच महत्वपूर्ण जुड़ाव सुनिश्चित किया गया है। इस तरह से हमारे सभी शिक्षकों के लिए कठोर तैयारी, निरंतर प्रोफेशनल विकास और सकारात्मक कार्य माहौल सुनिश्चित किया गया है
- इसमें देश के सभी नागरिकों के लिए जीवनपर्यंत सीखने के अवसरों के सृजन के बारे में बताया गया है
- यह शिक्षा परिदृश्य की वास्तविकता को संभव व सशक्त बनाने, बदलने और बेहतर करने के लिए देश भर में शिक्षा के सबसे महत्वपूर्ण हितधारकों यथा शिक्षकों, छात्रों, अभिभावकों और समुदायों के प्रत्यक्ष उपयोग से संबंधित है
- यह ठोस सिद्धांत और अत्याधुनिक शोध पर आधारित है, फिर भी विभिन्न संदर्भों में कक्षाओं और स्कूलों से वास्तविक जीवन के चित्रण के साथ इसमें सरल भाषा का उपयोग किया गया है
- इसमें वर्तमान वास्तविकता से शिक्षा में इस तरह की वास्तविक प्रगति सुनिश्चित करने के आदर्श की ओर अग्रसर होने के एक चरण-दर-चरण व्यवस्थित मार्ग की रूपरेखा पेश की गई है जो सभी के जीवन में व्यापक बदलाव लाती है।
- राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा के विकास के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक रूप से परामर्श किए जा रहे हैं:
- शिक्षक, स्कूल के प्रधानाचार्य, आंगनवाड़ी शिक्षक, शिक्षकों के प्रशिक्षक, माता-पिता, समुदाय के सदस्य, छात्र, गैर-साक्षर, नव साक्षर और शिक्षा विशेषज्ञ
- देश के हर जिले में जिला-स्तरीय परामर्श
- राज्यों और केन्द्र- शासित प्रदेशों में विभिन्न विषयों और विविध विषय- वस्तु से संबंधित 700 से अधिक राज्य- स्तरीय विशेषज्ञ समूह
- अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों सहित 25 राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ समूह
- मैंडेट ग्रुप और एनसीईआरटी के साथ मिलकर संचालन समिति द्वारा NCF के विकास में सर्वश्रेष्ठ बातों को शामिल करने के उद्देश्य से एकत्र किए जा रहे इनपुट का गहराई से विश्लेषण किया जा रहा है
- इस पूरी प्रक्रिया को लगभग कागज रहित बनाने के उद्देश्य से सभी हितधारकों से इनपुट एकत्र करने और उनका मिलान करने के लिए मशीन लर्निंग सहित तकनीक का उपयोग करके एक मजबूत एवं व्यापक प्रणाली को अपनाया गया।
- इन परामर्शों के अलावा, NCF शिक्षा मंत्रालय के निपुण भारत, बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान के लिए राष्ट्रीय मिशन जैसी अन्य पहल के लिए भी पूरी तरह से जिम्मेदार होगा। इन पहलों को आवश्यक तत्परता के साथ लागू किया जा रहा है, जबकि NCF के विकास की प्रक्रिया चल रही है।
- सेमीकॉन इंडिया सम्मेलन 2022
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र-3
अर्थव्यवस्था:
विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था: नियोजन, संसाधन संग्रहण, वृद्धि एवं विकास से संबंधित विषय।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा: सेमीकॉन इंडिया सम्मेलन 2022 और भारत सेमीकंडक्टर मिशन।
संदर्भ:
- प्रधानमंत्री ने ‘सेमीकॉन इंडिया सम्मेलन 2022’ का उद्घाटन किया।
विवरण:
- वैश्विक सेमीकंडक्टर सम्मेलन, मौजूदा क्षमताओं को प्रदर्शित करने, नवाचारों पर विचार विमर्श करने और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा करने हेतु प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- प्रधानमंत्री ने सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा, “सेमीकंडक्टर आज दुनिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। भारत अपने उपभोक्ता आधार और कुशल इंजीनियरिंग कार्यबल के कारण इस क्षेत्र में प्रभावशाली भागीदार बनने की एक महत्वपूर्ण स्थिति में है। सरकार इस क्षेत्र की क्षमता से अवगत है, और देश में चिप डिजाइन व विनिर्माण इकोसिस्टम की गति में वृद्धि एवं विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह एक ऐसा इकोसिस्टम है जो ‘उच्च-प्रौद्योगिकी, उच्च गुणवत्ता और उच्च विश्वसनीयता’ के सिद्धांत पर तैयार किया गया है।”
- इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन के लिए 10 बिलियन अमरीकी डालर निर्धारित किए हैं और एक ऐसा वातावरण तैयार किया जा रहा है जो एक जीवंत सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम बनाने और भविष्य में भारत को आगे बढ़ाने के लिए विकास को प्रोत्साहित करेगा।”
- इसे इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) के लॉन्चपैड के रूप में देखा जा रहा है। सेमीकंडक्टर क्षेत्र में महाशक्ति बनने की भारत की आकांक्षाओं को साकार करने में मदद करने के लिए इस क्षेत्र के सबसे प्रतिभाशाली लोग एक साथ आए हैं। तीन दिवसीय कॉन्क्लेव को भारत की सेमीकंडक्टर रणनीति को गति प्रदान करने और भविष्य की कार्रवाई एवं विकास के महत्वपूर्ण अध्याय को तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- सम्मेलन के दौरान, सरकार ने निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने और अपनी परिकल्पना को वास्तविकता में परिवर्तित करने के लिए अपने प्रयासों को साकार करने हेतु हितधारकों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्धता और गहरी रुचि दिखाते हुए उद्योग के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत किया। सम्मेलन के दौरान निम्नलिखित समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए:
- भारत में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए SEMI और ELSINA के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- सेमीकंडक्टर में साझेदारी के लिए CDAC और क्वालकॉम के बीच उत्पादन सम्बद्ध प्रोत्साहन-PLI योजना के उद्देश्यों के अनुरूप सेमीकंडक्टर डिजाइन स्टार्टअप को लक्षित करने वाले समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- सेमीकंडक्टर क्षेत्र के लिए तकनीकी कार्यबल के प्रशिक्षण और कौशल हेतु AICTE और SEMI और ISM के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- भारत को सेमीकंडक्टर फैब स्थापित करने और भारत में स्थानीय स्तर पर फैब प्रदर्शन स्थापित करने के लिए पांच वैश्विक सेमीकॉन प्रमुखों से निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। प्रस्ताव उपभोक्ता उपकरणों, ऑटोमोटिव और व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक्स सहित उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला में उपयोग किए जाने वाले चिप्स के निर्माण के लिए हैं। डिस्प्ले और सेमीकंडक्टर चिप निर्माण के ग्रीनफील्ड सेगमेंट में अब तक 20.5 बिलियन डॉलर के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
- मटेरियल इंजीनियरिंग सॉल्यूशन में अग्रणी और दुनिया में सबसे बड़ा सेमीकंडक्टर डिस्प्ले उपकरण निर्माता एप्लाइड मैटेरियल्स ने भारत में 1800 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की। प्रस्तावित विनिर्माण केंद्र स्थापित करने के लिए कंपनी ने बेंगलुरु में एक बड़े भूखंड का अधिग्रहण किया है।
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