विषयसूची:
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1. भारत-कजाकिस्तान संयुक्त सैन्य अभ्यास काज़िंड-2023:
सामान्य अध्ययन: 2
अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध:
विषय: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह और भारत से जुड़े और/ या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।
प्रारंभिक परीक्षा: संयुक्त सैन्य अभ्यास काज़िंड-2023
प्रसंग:
- भारतीय थलसेना और भारतीय वायु सेना की 120 सैन्य कर्मियों वाली टुकड़ी संयुक्त सैन्य ‘अभ्यास काज़िंड-2023’ के 7वें संस्करण में भाग लेने के लिए कजाकिस्तान के लिए प्रस्थान किया।
उद्देश्य:
- इस सैन्य अभ्यास का आयोजन 30 अक्टूबर से 11 नवंबर 2023 तक कतर, कजाकिस्तान में किया जाएगा।
- दोनों सैन्य पक्षों को युद्ध कौशल के व्यापक स्पेक्ट्रम पर अभ्यास करने और एक-दूसरे से पारस्परिक रूप से सीखने का अवसर प्राप्त होगा।
- यह अभ्यास प्रतिभागियों को विचारों का आदान-प्रदान करने और सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा।
- ‘एक्सरसाइज काज़िंड-2023’ दोनों सेनाओं के बीच संबंधों को और अधिक प्रबल करेगा।
विवरण:
- भारतीय सेना के दल में डोगरा रेजिमेंट की एक बटालियन के नेतृत्व में 90 सैन्य कर्मी शामिल हैं।
- कजाकिस्तान के सैन्य दल का प्रतिनिधित्व मुख्य रूप से कजाख ग्राउंड फोर्सेज के दक्षिण क्षेत्रीय कमान के सैन्य कर्मियों द्वारा किया जाता है।
- इस सैन्य अभ्यास के वर्तमान संस्करण में सेना की टुकड़ियों के साथ दोनों पक्षों से वायु सेना के 30 सैन्य कर्मी भी भाग लेंगे।
- भारत और कजाकिस्तान के बीच संयुक्त अभ्यास को वर्ष 2016 में ‘एक्सरसाइज प्रबल दोस्तीक’ के रूप में शुरू किया गया था।
- दूसरे संस्करण के बाद, अभ्यास को कंपनी-स्तरीय अभ्यास में अपग्रेड किया गया और इसका नाम बदलकर ‘एक्सरसाइज काज़िंड’ कर दिया गया।
- इस वर्ष वायु सेना को शामिल करके अभ्यास को द्वि-सेवा अभ्यास के रूप में अपग्रेड किया गया है।
- अभ्यास के इस संस्करण में, दोनों सैन्य पक्ष संयुक्त राष्ट्र के अधिदेश के अंतर्गत उप-औपचारिक वातावरण में आतंकवाद विरोधी अभियानों के संचालन का अभ्यास करेंगे।
- यह टुकड़ियां संयुक्त रूप से विभिन्न सामरिक अभ्यासों का अभ्यास करेंगी,जिसमें छापेमारी, खोज और विनाश संचालन, छोटी टीम प्रविष्टि और निष्कर्षण संचालन आदि शामिल हैं।
- अभ्यास के कार्यक्षेत्र में काउंटर मानव रहित हवाई प्रणाली संचालन भी शामिल है।
- ‘एक्सरसाइज काज़िंड-2023’ दोनों सैन्य पक्षों को एक-दूसरे की रणनीति, युद्ध अभ्यास और प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा, जो संयुक्त राष्ट्र कार्यक्षेत्र के अंतर्गत कार्य संचालन के लिए जरूरी है।
- इस संयुक्त प्रशिक्षण से अर्ध-शहरी और शहरी परिस्थितियों में संयुक्त सैन्य अभियान के संचालन के लिए अपेक्षित कौशल, लचीलापन और समन्वय को विकसित करेगा।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
1. ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम समापन की ओर:
- ‘मेरी माटी मेरा देश’ के समापन कार्यक्रम के लिए 36 राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के प्रतिनिधि विशेष रूप से चलाई जा रही ट्रेनों, बसों और स्थानीय परिवहन से राष्ट्रीय राजधानी पहुंच रहे हैं।
- ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम का समापन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली में होगा।
- उस दिन मेरा युवा भारत पोर्टल की भी शुरुआत की जाएगी।
- यह देश के युवाओं को एक मंच प्रदान करेगा जहां वे राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकेंगे।
- वे 30 और 31 अक्टूबर को कर्तव्य पथ/विजय चौक पर होने वाले इस दो दिवसीय कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
- 30 अक्टूबर को “मेरी माटी मेरा देश” का एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें अमृत कलश यात्रा के समापन अवसर पर राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के प्रतिभागी औपचारिक पोशाक में मार्च करेंगे।
- राज्यवार कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें देशभक्ति गीत और कोरियोग्राफ की गई सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुतियों की श्रृंखला शामिल होगी।
- राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधि आएंगे और अपने-अपने राज्य/केंद्र-शासित प्रदेश के अमृत कलश से मिट्टी/चावल को एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना दर्शाते हुए कर्तव्य पथ पर एक विशाल अमृत कलश में डालेंगे।
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 31 अक्टूबर 2023 को विजय चौक/कर्तव्य पथ पर मेरी माटी मेरा देश अभियान के समापन कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।
- यह कार्यक्रम मेरी माटी मेरा देश अभियान की अमृत कलश यात्रा की समाप्ति का प्रतीक होगा जिसमें 766 जिलों के 7000 से अधिक ब्लॉकों के अमृत कलश यात्री मौजूद रहेंगे।
- यह आजादी का अमृत महोत्सव के दो साल लंबे अभियान का भी समापन होगा जिसकी शुरुआत भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने का उत्सव मनाने के लिए 12 मार्च 2021 को हुई थी।
- इस कार्यक्रम में स्वायत्त निकाय मेरा युवा भारत (एमवाई भारत) का भी शुभारंभ होगा जो युवा नेतृत्व वाले विकास पर सरकार का ध्यान केंद्रित करने और युवाओं को विकास का “सक्रिय वाहक” बनाने में मदद करेगा।
- इस स्वायत्त निकाय का उद्देश्य युवाओं को सामुदायिक परिवर्तन का वाहक और राष्ट्र निर्माता बनने के लिए प्रेरित करना है, जिससे वे सरकार और नागरिकों के बीच युवा सेतु के रूप में कार्य कर सकें।
- केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि 31 अक्टूबर को ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन किया जाएगा।
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