विषयसूची:
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1. आठ प्रमुख उद्योगों का संयुक्त सूचकांक अगस्त 2022 की तुलना में अगस्त 2023 में 12.1 प्रतिशत (अनंतिम) बढ़ा
सामान्य अध्ययन: 3
आर्थिक विकास:
विषय: आधारभूत अवसंरचना, वृद्धि एवं विकास।
प्रारंभिक परीक्षा: आठ प्रमुख उद्योगों-कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली संबंधित तथ्य
प्रसंग:
- अगस्त 2023 में सभी आठ प्रमुख उद्योगों (सीमेंट, कोयला, कच्चा तेल, बिजली, उर्वरक, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और इस्पात) के उत्पादन में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई।
विवरण:
- आठ प्रमुख उद्योगों (आईसीआई) के संयुक्त सूचकांक में अगस्त 2022 के सूचकांक की तुलना में अगस्त 2023 में 12.1 प्रतिशत (अनंतिम) की वृद्धि हुई।
- सभी आठ प्रमुख उद्योगों (अर्थात् सीमेंट, कोयला, कच्चा तेल, बिजली, उर्वरक, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और इस्पात) के उत्पादन में अगस्त 2023 में पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई।
- आईसीआई आठ प्रमुख उद्योगों-कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली के उत्पादन के संयुक्त और विशिष्ट निष्पादन की माप करता है।
- आठ कोर उद्योगों में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में शामिल वस्तुओं का 40.27 प्रतिशत हिस्सा शामिल है।
- मई 2023 के लिए आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक की अंतिम वृद्धि दर को संशोधित कर 5.2 प्रतिशत कर दिया गया है।
- अप्रैल से अगस्त, 2023-24 के दौरान आईसीआई की संचयी वृद्धि दर पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 7.7 प्रतिशत (अनंतिम) है।
- आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक का सारांश :
- सीमेंट – सीमेंट उत्पादन (भारांक: 5.37 प्रतिशत) अगस्त, 2022 की तुलना में अगस्त, 2023 में 18.9 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल से अगस्त, 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 12.7 प्रतिशत बढ़ा।
- कोयला – कोयला उत्पादन (भारांक: 10.33 प्रतिशत) में अगस्त, 2022 की तुलना में अगस्त, 2023 में 17.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल से अगस्त, 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 11.5 प्रतिशत बढ़ा।
- कच्चा तेल – कच्चे तेल के उत्पादन (भारांक: 8.98 प्रतिशत) में अगस्त, 2022 की तुलना में अगस्त, 2023 में 2.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल से अगस्त, 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 0.4 प्रतिशत कम हो गया।
- बिजली – बिजली उत्पादन (भारांक: 19.85 प्रतिशत) में अगस्त, 2022 की तुलना में अगस्त, 2023 में 14.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल से अगस्त, 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.3 प्रतिशत बढ़ गया।
- उर्वरक – उर्वरक उत्पादन (भारांक: 2.63 प्रतिशत) में अगस्त, 2023 में अगस्त, 2022 की तुलना में 1.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल से अगस्त, 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 7.5 प्रतिशत बढ़ गया।
- प्राकृतिक गैस – प्राकृतिक गैस के उत्पादन (भारांक: 6.88 प्रतिशत)में अगस्त, 2022 की तुलना में अगस्त, 2023 में 10.0 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल से अगस्त, 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 3.9 प्रतिशत बढ़ गया।
- पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद – पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन (भारांक: 28.04 प्रतिशत) में अगस्त, 2022 की तुलना में अगस्त, 2023 में 9.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल से अगस्त, वर्ष 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले की इसी अवधि की तुलना में 3.7 प्रतिशत बढ़ गया।
- इस्पात – इस्पात उत्पादन (भारांक: 17.92 प्रतिशत) अगस्त, 2022 की तुलना में अगस्त, 2023 में 10.9 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल से अगस्त, 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 14.8 प्रतिशत बढ़ा।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
1. शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के व्यापार और वित्त मंत्रियों की बैठक हाइब्रिड मोड में 27 सितंबर, 2023 को आयोजित की गई
- भारत ने व्यापार और निवेश, डिजिटलीकरण, सीमा पार भुगतान प्रणाली, हरित अर्थव्यवस्था और सशक्त आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ावा देने के लिए की गई पहलों पर प्रकाश डाला।
- किर्गिस्तान के बिश्केक में किर्गिज गणराज्य की अध्यक्षता में विदेशी आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों के लिए उत्तरदायी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों (व्यापार मंत्रियों) के मंत्रियों की 22वीं बैठक 27 सितंबर, 2023 को आयोजित हुई।
- फार्मास्यूटिकल, इलेक्ट्रॉनिक, मेडिकल डिवाइस, एसी, एलईडी, सोलर पीवी मॉड्यूल, एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल बैटरी, ऑटोमोबाइल और मोटर वाहन पुर्जों जैसे क्षेत्रों में विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए घरेलू उद्योगों को सहायता प्रदान करने सहित भारत द्वारा की गई विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला गया।
- एससीओ क्षेत्र में वैश्विक आबादी का 40 प्रतिशत और विश्व की अर्थव्यवस्था का 30 प्रतिशत हिस्सा है। इसलिए एससीओ क्षेत्र के भीतर व्यापार बढ़ाने की अत्यधिक संभावना है।
- बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के मूल सिद्धांतों और लक्ष्यों की सुरक्षा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण, पर्यावरण सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभावों को कम करने और जैव विविधता के संरक्षण के महत्वपूर्ण क्षेत्रों सहित कई प्रमुख समस्याओं पर भी प्रकाश डाला गया।
2. ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ बना ‘जन आंदोलन’
- 15 से 29 सितंबर, 2023 के बीच दैनिक आधार पर 2.3 करोड़ लोगों की भागीदारी के साथ 32 करोड़ से अधिक लोग राष्ट्रव्यापी अभियान में शामिल हुए
- 15 करोड़ नागरिकों ने श्रमदान में भाग लिया और 3.68 लाख ‘स्वच्छ भारत’ गतिविधियों में योगदान दिया
- 1 अक्टूबर को ‘एक तारीख एक घंटा एक साथ’ अभियान के हिस्से के रूप में प्रधानमंत्री के एक घंटे के नागरिकों के नेतृत्व वाले ‘स्वच्छता के लिए श्रमदान’ के आह्वान के साथ समारोह का समापन होगा।
- यह ‘जन आंदोलन’ राष्ट्र के लिए व्यापक परिणाम प्राप्त कर रहा है, जिसमें भारत के 75 प्रतिशत गांवों को ओडीएफ प्लस के रूप में घोषित करना यानी ठोस या तरल कचरा प्रबंधन की व्यवस्था करने के साथ-साथ गांवों को खुले में शौच से मुक्त की स्थिति बनाए रखना शामिल है। यह स्वच्छता और साफ-सफाई के प्रति समुदायों एवं सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता पर भी जोर देता है।
- इस वर्ष के समारोहों का समापन 1 अक्टूबर को होगा, जब सरकार के संपूर्ण दृष्टिकोण के साथ-साथ देश के नागरिक ‘एक तारीख एक घंटा एक साथ’ के हिस्से के रूप में विभिन्न स्थानों पर स्वच्छता अभियान चलाने के लिए सुबह 10 बजे नागरिकों के नेतृत्व में ‘स्वच्छता के लिए श्रमदान’ के एक घंटे के लिए सहयोग करेंगे।
- पर्यटन मंत्रालय ने 108 चयनित स्थलों पर स्वच्छता अभियान के लिए ट्रेवल फॉर लाइफ शुरू किया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने देश भर के सभी सिनेमा स्क्रीन पर स्वच्छता ही सेवा से जुड़े वीडियो चलाना सुनिश्चित किया है, जबकि दूरसंचार विभाग सभी मोबाइल नेटवर्क पर स्वच्छता ही सेवा वाली रिंगटोन बजा रहा है।
- नागर विमानन विभाग और रेलवे बोर्ड सभी हवाई अड्डों और रेलवे क्षेत्रों में स्वच्छता ही सेवा अभियान से संबंधित गतिविधियों में सहायता कर रहे हैं, वहीं एएसआई ने स्वच्छता ही सेवा ब्रांडिंग के साथ सभी प्रमुख स्मारकों को रोशन किया है।
3. भारत की सतत नवाचार उत्कृष्टता: वैश्विक नवाचार सूचकांक 2023 में 40वां स्थान बरकरार रखना
- नीति आयोग ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ), जिनेवा के सहयोग से भारत में वैश्विक नवाचार सूचकांक (जीआईआई) 2023 के अनावरण का उत्सव मनाया।
- भारत ने 132 अर्थव्यवस्थाओं में से 40वां स्थान बरकरार रखा है। इसके साथ देश ने कई नवाचार मापदंडों में निरंतर प्रगति की है।
- इस तरह, भारत जो पहले 2015 में 81वें स्थान पर था, वह इस उल्लेखनीय उपलब्धि के जरिये आगे बढ़ा है।
- भारत एक रोमांचकारी भविष्य की नवाचार यात्रा के लिए “स्वीट स्पॉट” है, जो विशेष रूप से अपने सक्षम, उच्च शिक्षित, उद्यमशील मेधा वाले और बौद्धिक संपदा से ओतप्रोत युवाओं पर आधारित है।
- जीआईआई 2023 की मुख्य विशेषताएं:
- भारत का सतत उदय: जीआईआई में भारत की सतत प्रगति, 2015 में अपनी 81वीं रैंक से लेकर वर्तमान 40वीं स्थिति को बरकरार रखना, नवाचार के प्रति देश की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
- समकक्षों के बीच नेतृत्वकारी भूमिका: भारत 37 निम्न-मध्यम-आय समूह अर्थव्यवस्थाओं के बीच अग्रणी बनकर उभरा है। वह नवाचार के संबंध में मध्य और दक्षिणी एशिया की 10 अर्थव्यवस्थाओं में सबसे ऊपर है।
- सतत नवाचार उत्कृष्टता: भारत ने अपने विकास के स्तर के संबंध में अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए सबको प्रभावित किया है। वह लगातार 13वें वर्ष “नवाचार उपलब्धिकर्ता” के रूप में अपनी स्थिति पर कायम है।
- क्षमता और फोकस क्षेत्र: भारत बाजार परिष्कार (इनपुट पिलर) और ज्ञान व प्रौद्योगिकी आउटपुट (आउटपुट पिलर) श्रेणियों में सर्वोच्च स्थान पर है। इसे अवसंरचना और संस्थानों के पिलर (इनपुट पिलरों) में शीर्ष 10 में शुमार किया जाता है।
- शीर्ष क्रम वाला संकेतक: भारत ने “घरेलू बाजार पैमाने, बीएन पीपीपी” संकेतक में शीर्ष स्थान हासिल किया है। इसके अलावा, भारत को छह अतिरिक्त संकेतकों में शीर्ष 10 में स्थान दिया गया है।
- नवाचार आउटपुट: भारत नवाचार आउटपुट में 35वें स्थान पर है, जो पिछले वर्ष से सुधार दर्शाता है।
- विज्ञान और इंजीनियरिंग में उच्च स्नातक: भारत ने 2021 में विज्ञान और इंजीनियरिंग में कुल तृतीयक स्नातकों में से 34 प्रतिशत की हिस्सेदारी दर्ज की है, जो इस संकेतक में 11वें स्थान पर है।
- स्टार्टअप वित्त मान्यता: स्टार्टअप और स्केलअप के लिए भारत का वित्त इस श्रेणी में 9वें स्थान पर है, जबकि वेंचर कैपिटल प्रदर्शन के सिलसिले में उसे छठवां स्थान प्राप्त है, भले ही पिछले वर्ष की तुलना में यह थोड़ा कम है।
- विविध घरेलू उद्योग: भारत घरेलू उद्योग विविधीकरण में वृद्धि दर्शाता है। पिछले वर्ष की तुलना में इसमें 0.46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस तरह सूचकांक में वह 10वें स्थान पर है।
- पेटेंट और उल्लेखनीय दस्तावेज़: भारत मूल रूप से पेटेंट में पर्याप्त वृद्धि दर्शाता है और वैश्विक स्तर पर 28वें स्थान पर है। इसके अतिरिक्त, इसने 2022 में उपयुक्त दस्तावेज़ एच-इंडेक्स में 20वीं रैंक हासिल की।
- यूनिकॉर्न मूल्यांकन: भारत का यूनिकॉर्न मूल्यांकन 2023 में सकल घरेलू उत्पाद का 5.04 प्रतिशत है, जो इस संकेतक में 9वां स्थान हासिल करता है।
- हाई-टेक विनिर्माण: हाई-टेक विनिर्माण ने 2019 में कुल विनिर्माण उत्पादन में 34.23 प्रतिशत का योगदान दिया। इस श्रेणी में भारत 35वें स्थान पर है।
- अमूर्त संपदा सघनता: भारत ने अमूर्त संपदा सघनता में प्रभावशाली 8वां स्थान हासिल किया, और 2023 में 210.907 अरब अमरीकी डालर का वैश्विक ब्रांड मूल्य कायम रखा। इस तरह वह विश्व स्तर पर 31वें स्थान पर है।
- सांस्कृतिक और रचनात्मक निर्यात: भारत की सांस्कृतिक और रचनात्मक सेवाओं का निर्यात 2021 में बढ़ गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 21.4 प्रतिशत अधिक है और उसने इस गतिशील सेक्टर में 18वां स्थान हासिल किया है।
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