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04 अगस्त 2022 : PIB विश्लेषण

विषयसूची:

  1. स्वदेशी लेजर-गाइडेड टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल का सफल परीक्षण: 
  2. स्वदेश दर्शन योजना के तहत देश में पर्यटन के बुनियादी ढांचे के लिए 5399.15 करोड़ रुपये की लागत वाली 76 परियोजनाओं को मंजूरी: 
  3.  भारत-मॉरीशस उच्चाधिकार प्राप्त संयुक्त व्यापार समिति का पहला सत्र आयोजित:
  4.  भारतीय नौसेना की सर्व-महिला एयरक्रू ने इतिहास रचा:
  5. भारतीय राष्ट्रीय आभासी पुस्तकालय (एनवीएलआई):
  6. प्रशासन सुधार विभाग और जन शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) के 4 मौलिक प्रकाशनों का शुभारंभ किया जायेगा:
  7.  ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेरिटेज’ (आईआईएच) की स्थापना डीम्ड यूनिवर्सिटी के रूप होगी:

1. स्वदेशी लेजर-गाइडेड टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल का सफल परीक्षण: 

सामान्य अध्ययन: 3

सुरक्षा: 

विषय: रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की दिशा में डीआरडीओ की स्वदेशी रूप से विकसित मिसाइल का महत्व।  

प्रारंभिक परीक्षा: लेजर-गाइडेड टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल।       

प्रसंग: 

  • रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय सेना ने स्वदेश में ही विकसित की गई लेजर-गाइडेड टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल-एटीजीएम का 04 अगस्त, 2022 को सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। 

उद्देश्य:

  • महाराष्ट्र में अहमदनगर के आर्मर्ड कोर सेंटर एवं स्कूल (एसीसी एंड एस) के सहयोग से केके रेंज में मुख्य युद्धक टैंक (एमबीटी) अर्जुन की सहायता से यह परीक्षण किया गया।  

विवरण:  

  • इस दौरान मिसाइलों ने पूरी सटीकता के साथ प्रहार किया और दो अलग-अलग रेंज में स्थित लक्ष्यों को सफलतापूर्वक भेद दिया।
  • परीक्षण के समय टेलीमेट्री प्रणाली ने मिसाइलों के शानदार प्रदर्शन को रिकॉर्ड किया।
  • विस्फोटक से बचने में सक्षम (ईआरए) सुरक्षित बख्तरबंद वाहनों से निपटने के लिए पूर्ण रूप से स्वदेश में निर्मित लेजर गाइडेड एटीजीएम मिसाइल काफी उपयोगी है।
  • लक्ष्य को भेदने के लिए उच्च विस्फोटक क्षमता वाले टैंक रोधी (हीट) मुखास्त्र का इस्तेमाल किया जाता है।
  • एटीजीएम मिसाइल को कई सारे प्लेटफॉर्म से लॉन्च किया जा सकता है,वर्तमान में मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन की 120 मिमी राइफल्ड गन से इसका तकनीकी मूल्यांकन परीक्षण किया जा रहा है।

2. स्वदेश दर्शन योजना के तहत देश में पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 5399.15 करोड़ रुपये की लागत वाली 76 परियोजनाओं को मंजूरी: 

सामान्य अध्ययन: 2

शासन: 

विषय: विषय: पर्यटन परियोजनाएं, स्वदेश दर्शन योजना और महत्वपूर्ण वित्तीय पहलू। 

प्रारंभिक परीक्षा: स्वदेश दर्शन योजना,स्वदेश दर्शन 2.0 (एसडी 2.0) 

प्रसंग: 

  • पर्यटन मंत्रालय ने अपनी स्वदेश दर्शन योजना (एसडीएस) के तहत देश में पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 5399.15 करोड़ रुपये की लागत वाली 76 परियोजनाओं को मंजूरी दी है।

उद्देश्य:

  • इन स्वीकृत परियोजनाओं में जनजातीय और ग्रामीण क्षेत्र पर्यटन परियोजनाएं शामिल हैं।  

विवरण:  

  • पर्यटन मंत्रालय ने अब अपनी स्वदेश दर्शन योजना को स्वदेश दर्शन 2.0 (एसडी 2.0) का नया स्वरूप दिया है ताकि देश में पर्यटक और पर्यटन स्थल केंद्रित दृष्टिकोण के साथ पर्यटन स्थलों का विकास किया जा सके।
  • स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के लिए दिशा-निर्देश महाराष्ट्र और तमिलनाडु सहित सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन को जारी किए गए हैं, हालांकि स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत विकास के लिए अभी किसी भी पर्यटन स्थल की पहचान नहीं की गई है।
  • पर्यटन मंत्रालय पहले ही स्वदेश दर्शन योजना के तहत महाराष्ट्र में 2 और तमिलनाडु में 1 परियोजना को मंजूरी दे चुका है।
  • राज्य सरकारों/संघ राज्य क्षेत्र प्रशासनों द्वारा दी गई सूचना के अनुसार कुल 76 स्वीकृत परियोजनाओं में से 50 परियोजनाएं अब तक भौतिक रूप से पूर्ण हो चुकी हैं।
  • पर्यटन मंत्रालय प्रत्येक सर्किट में पर्यटन के लिए जाने वाले पर्यटकों की कुल संख्या के संबंध में आंकड़े एकत्र नहीं कर रहा है।

 3. भारत-मॉरीशस उच्चाधिकार प्राप्त संयुक्त व्यापार समिति का पहला सत्र आयोजित:

सामान्य अध्ययन: 2

अंतर्राष्ट्रीय संबंध: 

विषय:भारत के हितों पर विभिन्न  विभिन्न विकसित एवं विकासशील देशों की नीतियां,अंर्तष्ट्रीय संघठनों, सम्मेलनों और राजनीति का प्रभाव।  

मुख्य परीक्षा: भारत-मॉरीशस संबंधों पर एक लेख लिखिए।    

प्रसंग: 

  • भारत और मॉरीशस ने 01-03 अगस्त 2022 को नई दिल्ली में भारत-मॉरीशस उच्चाधिकार प्राप्त संयुक्त व्यापार समिति का पहला सत्र आयोजित किया गया। 

उद्देश्य:

  • 1 अप्रैल 2021 को लागू हुए भारत-मॉरीशस सीईसीपीए के सामान्य कामकाज और कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए भारत-मॉरीशस व्यापक आर्थिक सहयोग और साझेदारी समझौते (सीईसीपीए) के अधिदेश के अनुसार उच्चाधिकार प्राप्त संयुक्त व्यापार समिति का गठन किया गया था।
  • सीईसीपीए दरअसल अफ्रीका के किसी भी देश के साथ भारत द्वारा हस्ताक्षरित पहला व्यापार समझौता है।

विवरण:  

  •  भारत और मॉरीशस के बीच द्विपक्षीय वाणिज्यिक व्यापार, जो कि 2021-22 में बढ़कर 786.72 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया और जो कि 2019-20 में 690.02 मिलियन अमेरिकी डॉलर था, में वृद्धि की सराहना करते हुए दोनों पक्ष द्विपक्षीय व्यापार को और ज्‍यादा बढ़ाने एवं विशेष रूप से सीईसीपीए के तहत द्विपक्षीय संबंध की वास्तविक क्षमता को साकार करने के लिए द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए।
  • दोनों ही पक्ष सीईसीपीए में सामान्य आर्थिक सहयोग (जीईसी) अध्याय और ऑटोमैटिक ट्रिगर सेफगार्ड मैकेनिज्म (एटीएसएम) को शामिल करने पर सहमत हो गए।

 4. भारतीय नौसेना की सर्व-महिला एयरक्रू ने इतिहास रचा: 

सामान्य अध्ययन: 3

सुरक्षा: 

विषय: महिला अधिकारियों द्वारा एक बहु-चालक समुद्री निगरानी विमान में एक स्वतंत्र परिचालन मिशन।

मुख्य परीक्षा: भारतीय वायुसेना में नारी शक्ति के प्रदर्शन का परिचय दीजिए।  

प्रसंग: 

  • नेवल एयर एन्क्लेव, पोरबंदर में स्थित भारतीय नौसेना के आईएनएएस 314 की पांच अधिकारियों ने 3 अगस्त, 2022 को डोर्नियर 228 विमान पर सवार होकर उत्तरी अरब सागर में पहला सर्व-महिला स्वतंत्र समुद्री टोही और निगरानी मिशन पूरा कर इतिहास रच दिया।

विवरण:  

  • विमान की कप्तानी मिशन कमांडर, लेफ्टिनेंट कमांडर आंचल शर्मा ने की।
  • उनकी टीम में पायलट, लेफ्टिनेंट शिवांगी और लेफ्टिनेंट अपूर्वा गीते और सामरिक तथा सेंसर अधिकारी, लेफ्टिनेंट पूजा पांडा और एसएलटी पूजा शेखावत थीं।
  • आईएनएएस 314 पोरबंदर, गुजरात में स्थित एक फ्रंटलाइन नेवल एयर स्क्वाड्रन है और यह अत्याधुनिक डोर्नियर 228 समुद्री टोही विमान संचालित करता है।
  • स्क्वाड्रन की कमान एक योग्य नेविगेशन प्रशिक्षक कमांडर एस के गोयल संभाल रहे हैं।
  • इस ऐतिहासिक उड़ान से पहले महिला अधिकारियों को महीनों का जमीनी प्रशिक्षण और व्यापक मिशन ब्रीफिंग दी गई।
  • सशस्त्र बलों में परिवर्तन लाने में भारतीय नौसेना सबसे आगे रही है।
  • यह प्रभावी और अग्रणी महिला सशक्तिकरण पहल है, जिसके तहत महिला पायलटों को शामिल करना, हेलीकॉप्टर स्ट्रीम में महिला वायु संचालन अधिकारियों का चयन करना शामिल है और इसने 2018 में दुनिया भर में एक अखिल महिला नौकायन अभियान का संचालन किया।
  • हालांकि अपनी तरह का यह पहला सैन्य उड़ान मिशन अनूठा था और इससे विमानन क्षेत्र में महिला अधिकारियों को अधिक जिम्मेदारी और अधिक चुनौतीपूर्ण भूमिका दिए जाने का मार्ग प्रशस्त होने की उम्मीद है।
  • यह वास्तव में एक ऐसा मिशन था, जिसने “नारी शक्ति” का प्रदर्शन किया।

5. भारतीय राष्ट्रीय आभासी पुस्तकालय (एनवीएलआई): 

सामान्य अध्ययन: 1

 भारतीय विरासत और संस्कृति: 

विषय: भारत की मूर्त और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत।  

प्रारंभिक परीक्षा: भारतीय राष्ट्रीय आभासी पुस्तकालय (एनवीएलआई) 

प्रसंग: 

  • भारतीय राष्ट्रीय आभासी (वर्चुअल) पुस्तकालय को भारत की मूर्त और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के सभी रूपों को प्रदर्शित करने के लिए 10.12.2019 को भारतीय संस्कृति पोर्टल (आईसीपी) के रूप में विकसित और लॉन्च किया गया था। 

विवरण:  

इस पोर्टल की मौजूदा स्थिति का सारांश निम्नलिखित है: 

  • इसमें मेटाडेटा के साथ कुल 3.04 लाख डिजिटल कलाकृतियां हैं। इसमें 34.91 लाख से अधिक ग्रंथ सूची प्रविष्टियां भी हैं।
  • इसकी सामग्री को 18 क्यूरेटेड श्रेणियों में प्रस्तुत किया गया है।
  • इनमें दुर्लभ पुस्तकें, ई-पुस्तकें, अभिलेखागार, राजपत्र व गजेटियर, पांडुलिपियां, संग्रहालय संग्रह, पेंटिंग, ओडियो, अमूर्त सांस्कृतिक विरासत, फोटो अभिलेखागार, चित्र, वीडियो, यूनेस्को की सामग्री, शोध पत्र, भारतीय राष्ट्रीय ग्रंथ सूची, रिपोर्ट व कार्यवाही, संघीय सूची और अन्य सूचियां शामिल हैं।
  • इसमें निर्मित विषय सामग्री की 12 श्रेणियां भी हैं।
  • इनमें कहानियां, स्निपेट्स, फोटो निबंध, भारत के किले, भारत के वस्त्र व कपड़े, भारत के ऐतिहासिक शहर, भारत के संगीत वाद्ययंत्र, खान- पान व संस्कृति, वर्चुअल वॉकथ्रू (पूर्वाभ्यास), स्वतंत्रता अभिलेखागार – विस्मृत नायक, अजंता गुफाएं और उत्तर-पूर्व पुरालेख हैं।
  • वर्तमान में पोर्टल अंग्रेजी और हिंदी में उपलब्ध है।
  • पोर्टल उमंग एप के माध्यम से उपलब्ध है।
  • मंत्रालय यह सुनिश्चित करता है कि उसके सभी संगठन नियमित रूप से इंडियन कल्चर पोर्टल पर एकीकरण के लिए भारतीय राष्ट्रीय आभासी पुस्तकालय को ग्रंथ सूची और डिजिटल, दोनों संसाधन सौंपें।
  • भारतीय राष्ट्रीय आभासी पुस्तकालय के तहत पूरे देश के शैक्षणिक संस्थानों में इंडियन कल्चर पोर्टल को बढ़ावा देने के लिए एक आउटरीच टीम का गठन किया गया है।
  • इंडियन कल्चर (एनवीएलआई परियोजना) को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में दैनिक आधार पर प्रस्तुतियां व कार्यक्रम आदि आयोजित किए जाते हैं।

 6. प्रशासन सुधार विभाग और जन शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) के 4 मौलिक प्रकाशनों का शुभारंभ किया जायेगा: 

सामान्य अध्ययन: 2

शासन : 

विषय: शासन के महत्वपूर्ण पहलू, पारदर्शिता एवं जवाबदेही, प्रतिरूप, सफलताएं और सीमाएं। 

मुख्य परीक्षा: प्रशासन सुधार विभाग और जन शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) के 4 मौलिक प्रकाशनों पर प्रकाश डालिये।   

प्रसंग: 

  • कें‍द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी; पृथ्वी विज्ञान; प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रशासन सुधार विभाग और जन शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) के 4 मौलिक प्रकाशनों का शुभारंभ करेंगे। 

विवरण:  

शुरू किए जाने वाले प्रकाशन हैं:

  1. कें‍द्रीय सचिवालय कार्यालय प्रणाली नियमावली 2022
  2. कें‍द्रीय सचिवालय 2022 में निर्णय लेने की दक्षता बढ़ाने की पहल पर प्रभाव मूल्यांकन रिपोर्ट
  3. स्वच्छता आकलन रिपोर्ट 2022
  4. सीपीजीआरएएमएस मासिक रिपोर्ट जुलाई 2022
    • केन्द्रीय सचिवालय कार्यालय प्रणाली नियमावली 2022, सीएसएमओपी का 16 वां संस्करण है पहला संस्करण 1955 में प्रकाशित किया गया था ताकि एक डिजिटल कें‍द्रीय सचिवालय की तरफ बढ़ा जा सके। 
    • 16वें संस्करण में सरकार में दक्षता बढ़ाने की पहल और लंबित मामलों के निपटान के लिए विशेष अभियान के तहत केन्द्रीय सचिवालय में शुरू किए गए प्रशासनिक सुधार शामिल हैं।
    • 16वें संस्करण में “अधिकतम शासन-न्यूनतम सरकार” के संदर्भ में चल रहे शांतिपूर्ण परिवर्तन के हिस्से के रूप में विभिन्‍‍न स्‍‍तरों पर कर्मचारियों की कमी, प्रतिनिधिमंडल, डेस्क अधिकारी प्रणाली के संचालन, कें‍द्रीय पंजीकरण इकाइयों का डिजीटाइजेशन और ई-ऑफिस संस्करण 7.0 के कार्यान्वयन के चौतरफा दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
    • कें‍द्रीय सचिवालय 2022 में निर्णय लेने में दक्षता बढ़ाने के लिए पहल पर प्रभाव मूल्यांकन रिपोर्ट निम्नलिखित सफलता की कहानियों पर प्रकाश डालती है:
    • केन्द्रीय पंजीकरण इकाइयों, मंत्रालयों/विभागों में डिजिटल प्राप्तियों में 891 प्रतिशत की वृद्धि सभी प्राप्तियों को डिजिटाइज़ करने के लिए हाई ड्यूटी स्कैनर से लैस है।
    • सभी स्‍‍तरों पर कर्मचारियों की कमी और 95 प्रतिशत मंत्रालयों/विभागों में अधिकारियों को काम आवंटित करने की समीक्षा के साथ बदलाव की प्रक्रिया। 
    • कर्मचारियों की सभी स्‍‍तरों पर कमी के सफल कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप मंत्रालयों/विभागों की लाभ के इरादे से दिखावटी प्रशंसा और चुस्त संगठनात्मक संरचना अधिकारियों को काम आवंटित कर रही है।
    • 90 प्रतिशत मंत्रालयों/विभागों में वित्तीय शक्तियां सौंपने के कारण मंत्रालय/विभाग में निहित वित्तीय शक्तियां विभाग प्रमुख (जेएस स्तर) और कार्यालय प्रमुख (यूएस स्तर) को आकस्मिक/विविध व्यय करने के लिए सौंपी गई हैं।
    • ई-ऑफिस को सभी मंत्रालयों/विभागों में सफलतापूर्वक लागू किया गया, 33 मंत्रालयों/विभागों को ई-ऑफिस संस्करण 7.0 में अपग्रेड किया गया है।
    • स्वच्छता आकलन रिपोर्ट 2022 ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि स्वच्छता अभियान के परिणामस्वरूप केन्द्रीय मंत्रालयों/विभागों द्वारा लंबित मामलों के निपटान में स्वच्छता प्रक्रिया अपनाने पर ध्यान देने के साथ समग्र प्रक्रिया में सुधार हुआ है।
    • स्वच्छता अभियान क्रियाकलाप सभी मंत्रालयों/विभागों में 3 घंटे/सप्ताह के लिए नियमित आधार पर लागू किए जाते हैं। 
    • अभियान की सफलता जगह के कुशल प्रबंधन और महत्वपूर्ण अंतर से अनिर्णय की स्थिति को कम करने पर प्रकाश डालती है। 12 लाख वर्ग फुट जगह को मुक्त किया गया था और 62 करोड़ रुपये के स्क्रैप का निपटान किया गया था।
    • सीपीजीआरएएमएस मासिक रिपोर्ट, मंत्रालयों/विभागों के सापेक्ष प्रदर्शन के साथ-साथ भारत सरकार में सार्वजनिक शिकायतों के प्रकार और श्रेणियों तथा निपटान की प्रकृति पर एक व्यापक विश्लेषण प्रस्तुत करने की अनूठी पहल है। 
    • सीपीजीआरएएमएस मासिक रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई 2022 में 8539 अपीलों के साथ 68576 पीजी मामलों का निपटारा किया गया था। 
    • सीपीजीआरएएमएस मासिक रिपोर्ट में शिकायत निवारण सूचकांक शामिल है जो शिकायतों की समग्र गुणवत्ता और समय पर निपटान पर मंत्रालयों/विभागों को रैंक करता है। 
    • भूमि संसाधन विभाग, सार्वजनिक उद्यम विभाग और व्‍यय विभाग जुलाई 2022 के शिकायत निवारण सूचकांक में शीर्ष प्रदर्शनकर्ता हैं। 

प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:

7. ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेरिटेज’ (आईआईएच) की स्थापना डीम्ड यूनिवर्सिटी के रूप होगी:

  • सरकार ने यूजीसी (विश्वविद्यालय माने जाने वाले संस्थान) अधिनियम, 2019 के तहत उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर, नोएडा में ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेरिटेज’ (आईआईएच) को एक डीम्ड यूनिवर्सिटी के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया है।
  • यह भारतीय विरासत एवं सम्पदा संरक्षण के क्षेत्र में उच्च शिक्षा तथा अनुसंधान सुविधा प्रदान करने वाला देश में अपनी तरह का एकमात्र संस्थान होगा।
  • सरकार की देश में इस तरह के और अन्य संस्थान बनाने की कोई योजना नहीं है।

3 अगस्त 2022 का पीआईबी विश्लेषण अंग्रेजी प्रारूप में पढ़ने के लिए, लिंक किए गए लेख को देखें। – 3rd August 2022 PIB Analysis in English

4th August 2022 : PIB विश्लेषण  :-Download PDF Here

सम्बंधित लिंक्स:

UPSC Syllabus in Hindi UPSC Full Form in Hindi
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