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04 मई 2023 : PIB विश्लेषण

विषयसूची:

  1. भारत-इजराइल मित्रता – औद्योगिक अनुसंधान और विकास सहयोग के नए युग का प्रारंभ: 
  2. देशभर में 100 स्वस्थ और स्वच्छ फूड स्ट्रीट का विकास करने के लिए ‘फूड स्ट्रीट प्रोजेक्ट’ की समीक्षा: 
  3. सितवे बंदरगाह की शुरूआत: 
  4. वैशाख पूर्णिमा:

1.  भारत-इजराइल मित्रता – औद्योगिक अनुसंधान और विकास सहयोग के नए युग का प्रारंभ:

सामान्य अध्ययन: 2

अंतर्राष्ट्रीय संबंध: 

विषय: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह और भारत से जुड़े और/ या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार। 

मुख्य परीक्षा: हाल ही में भारत और इजराइल के बीच हुए समझौतों पर चर्चा कीजिए।    

प्रसंग: 

  • भारत और इजराइल के बीच विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग में एक महत्‍वपूर्ण उपलब्धि के रूप में भारत के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) तथा इजराइल के रक्षा मंत्रालय के रक्षा अनुसंधान और विकास निदेशालय (DDR&D) के बीच औद्योगिक अनुसंधान और विकास के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किए गए।

उद्देश्य:

  • समझौता ज्ञापन विशिष्‍ट परियोजनाओं को लागू करने के माध्‍यम से पारस्‍परिक रूप से सहमत औद्योगिक प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में औद्योगिक अनुसंधान और विकास कार्यक्रमों में सहयोग को सक्षम बनाएगा।   

विवरण:  

  • सहयोग में हेल्‍थ केयर सहित एयरो स्‍पेस और इलेक्‍टॉनिक्‍स इंस्‍ट्रूमेंटेशन, सिविल, अवसंरचना तथा इंजीनियरिंग, रसायन तथा पेट्रो केमिकल्‍स, ऊर्जा उपकरणों सहित सतत ऊर्जा, इकोलॉजी, पर्यावरण, पृथ्‍वी और समुद्र विज्ञान तथा जल, खनन, खनिज, धातु और पदार्थ, कृषि, पोषण तथा जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र शामिल है। 
    • समझौता ज्ञापन के माध्‍यम से सहयोग को आगे बढ़ाया जाएगा तथा औद्योगिक प्रौद्योगिकी सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए CSIR – DDR&D के प्रमुखों के नेतृत्‍व में एक संयुक्‍त संचालन समिति द्वारा क्रियान्‍वयन की निगरानी की जाएगी।
  • CSIR और DSIR ने CSIR के प्राथमिक विषयों को साझा करते हुए आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस, क्‍वांटम तथा सेमीकंडक्‍टरों, सिंथेटिक बॉयोलॉजी जैसे उच्‍च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में इजराइल के साथ सहयोग को आगे बढाने में DDR&D के हित पर सहमति व्‍यक्‍त की।
  • CSIR – भारतीय रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्‍थान (CSIR-IICT) और मैसर्स 101 थैरेप्‍यूटिक्‍स के बीच कोविड-19 दवा के नैदानिक परीक्षण के संचालन के लिए इसकी चिकित्‍सकीय क्षमता पर विशेष सहयोग के बारे में जानकारी दी गई। 
    • यदि यह असफल होता है तो यह भविष्‍य की महामारियों की तैयारी के लिए काफी उपयुक्‍त और प्रभावी साबित होगा। 
    • बैठक में CSIR- IICT और मैसर्स 101 थेरेप्‍यूटिक्‍स के बीच सहयोग समझौता ज्ञापन पर भी हस्‍ताक्षर किए गए।
  • भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में यह वर्ष बहुत महत्‍वपूर्ण है क्‍योंकि भारत G-20 की अध्‍यक्षता कर रहा है, मोटे अनाजों का अंतर्राष्‍ट्रीय वर्ष मना रहा है और साथ ही भारत और इजराइल में सफल राजनयिक संबंधों के तीस वर्ष पूरे हुए हैं।

2. देशभर में 100 स्वस्थ और स्वच्छ फूड स्ट्रीट का विकास करने के लिए ‘फूड स्ट्रीट प्रोजेक्ट’ की समीक्षा:

सामान्य अध्ययन: 2

स्वास्थ्य: 

विषय: स्वास्थ्य से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।  

प्रारंभिक परीक्षा: ‘फूड स्ट्रीट प्रोजेक्ट’।  

मुख्य परीक्षा: ‘फूड स्ट्रीट प्रोजेक्ट’ से सुरक्षित तथा स्वस्थ खाद्य प्रचलनों तथा खाद्य जनित रोगों को कम करने एवं समग्र स्वास्थ्य परिणामों में किस प्रकार सुधार होगा। समीक्षा कीजिए।   

प्रसंग: 

  • केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ देश भर में 100 स्वस्थ और स्वच्छ फूड स्ट्रीट का विकास करने के लिए ‘फूड स्ट्रीट प्रोजेक्ट’ की समीक्षा की। 

उद्देश्य:

  • इस परियोजना का लक्ष्य खाद्य व्यवसायों एवं समुदाय के सदस्यों के बीच सुरक्षित तथा स्वस्थ खाद्य प्रचलनों को प्रोत्साहित करना है और इस प्रकार खाद्य जनित रोगों को कम करना तथा समग्र स्वास्थ्य परिणामों में सुधार लाना है।  

विवरण:  

  • फूड स्ट्रीटों को प्रचालनगत करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) देश के विभिन्न स्थानों पर ऐसी 100 फूड स्ट्रीटों की सहायता करने के लिए एक प्रायोगिक परियोजना के रूप में प्रति फूड स्ट्रीट 1 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएगा। 
    • अनुदान NHM के तहत 60 : 40 या 90 : 10 के अनुपात में इस शर्त के साथ दिया जाएगा कि इन फूड स्ट्रीटों की ब्रांडिंग FSSAI के दिशानिर्देशों के अनुरुप की जाएगी।
  • वित्तीय सहायता पीने के सुरक्षित पानी, हाथ धोने, शौचालय की सुविधाओं, कॉमन एरिया में टाइल वाले फर्शों, उचित तरल और ठोस अपशिष्ट निपटान, कूड़ेदान का प्रावधान, बिलबोर्ड का उपयोग, मुखौटा तैयार करने और स्थायी प्रकृति का साइनेज, कॉमन भंडारण स्थान, प्रकाश व्यवस्था, विशिष्ट प्रकार के व्यापारों के लिए विशिष्ट कार्ट, ब्रांडिंग आदि जैसे कार्यकलापों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी।
  • FSSAI की तकनीकी सहायता के अतिरिक्त इस पहल का कार्यान्वयन संयुक्त रूप से आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सहयोग से किया जाएगा। 
    • तकनीकी सहायता में फूड स्ट्रीटों की डिजाइनिंग में सहायता, एक एसओपी की तैयारी और हानिकारक विश्लेषण तथा महत्वपूर्ण नियंत्रण बिन्दु (HACCP) प्रोटोकॉल के तहत प्रशिक्षण प्रदान करना शामिल है।
  • स्ट्रीट फूड भारत की खाद्य संस्कृति का एक अभिन्न अंग रहा है और इसने भारतीय खाद्य अर्थव्यवस्था को बनाये रखने तथा इसे आकार देने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 
    • यह न केवल लाखों भारतीयों के लिए किफायती और स्वादिष्ट भोजन का स्रोत है, बल्कि देश के आर्थिक विकास में एक प्रमुख योगदानकर्ता भी है। 
    • तेजी से हो रहे शहरीकरण के साथ, स्ट्रीट फूड हब ने भोजन की सरल सुविधा प्रदान की है लेकिन इन हबों में खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता चिंता का विषय बनी हुई है।
  • स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने फूड स्ट्रीट हबों के लिए स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा मानक प्रोटोकॉल में सुधार लाने के लिए विभिन्न कदम उठाये हैं। 
    • इन पहलों में फूड हैंडलरों का प्रशिक्षण, स्वतंत्र थर्ड पार्टी ऑडिट, ईट राइट इंडिया मूवमेंट की क्लीन स्ट्रीट फूड हब पहल के तहत प्रमाणन शामिल हैं।

प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:

1.सितवे बंदरगाह की शुरूआत:

  • एक समारोह में पोत, नौवहन और जल मार्ग राज्य मंत्री श्री शांतनु ठाकुर ने म्यांमार के रखाइन राज्य में सितवे बंदरगाह को चालू करने के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट, कोलकाता से MV-ITT लायन (V-273) को झंडी दिखाकर रवाना किया।
  • यह बंदरगाह, कालादान मल्टी मॉडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट (KMTTP) के भाग के रूप में भारत सरकार की अनुदान सहायता से बनाया गया है। 
    • भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) ने बंदरगाह के क्रियान्वन और अंतर्देशीय जलमार्ग संबंधित कार्यों को पूरा करने के  लिए परियोजना विकास सलाहकार के रूप में सफलतापूर्वक इस कार्य को सम्पन्न किया है।
  • MV-ITT लायन (V-273) 1,000 मीट्रिक टन सीमेंट से भरे 20,000 बैग लेकर 9 मई, 2023 को सितवे बंदरगाह पहुंचेगा।
  • भारत में मिजोरम राज्य के साथ म्यांमार में सितवे बंदरगाह को जोड़ने वाली कालादान नदी पर मल्टीमॉडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट सुविधा के निर्माण और उसके संचालन के लिए भारत और म्यांमार के बीच एक समझौते के तहत सितवे बंदरगाह को विकसित किया गया है। 
    • बंदरगाह एक अंतर्देशीय जलमार्ग के माध्यम से म्यांमार में पलेटवा से और सड़क मार्ग से मिजोरम में पलेटवा से ज़ोरिनपुई से जुड़ता है। 
    • एक बार पूरी तरह से चालू हो जाने के बाद, KMTTP सितवे बंदरगाह के माध्यम से भारत के पूर्वी तट से उत्तर-पूर्वी राज्यों तक वैकल्पिक कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
  • बंदरगाह म्यांमार, विशेष रूप से रखाइन राज्य से व्यापार और आने जाने के लिए नए अवसरों को खोलेगा और दोनों देशों और एक बडे क्षेत्र के बीच व्यापार और वाणिज्य को और बढ़ाएगा।

2.वैशाख पूर्णिमा:

  • संस्कृति मंत्रालय अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (IBC) के साथ मिलकर 5 मई को वैशाख पूर्णिमा का शुभ दिवस मनाएगा। 
    • IBC हिमालयाई बौद्ध संस्कृति संघ (HBCA) के सहयोग से राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली में कार्यक्रम का आयोजन करेगा।
  • वैशाख बुद्ध पूर्णिमा पूरे विश्व में बौद्धों के लिए वर्ष का सबसे पवित्र दिन होता है क्योंकि यह दिवस भगवान बुद्ध के जीवन की तीन मुख्य घटनाओं – जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण का प्रतीक है। 
    • यह दिन भारत में बौद्ध धर्म की उत्पत्ति के रूप में विशेष महत्व रखता है। 
    • वर्ष 1999 से इसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा ‘संयुक्त राष्ट्र के वैशाख दिवस’ के रूप में भी मान्यता दी गई है।
    • इस वर्ष वैशाख बुद्ध पूर्णिमा 5 मई को मनाई जा रही है।
  • अभी हाल ही में, संस्कृति मंत्रालय ने पहले वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन (20-21 अप्रैल) का आयोजन किया है, जिसमें 30 देशों के 500 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए। 
    • इस शिखर सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। 
    • संस्कृति मंत्रालय ने अपने अनुदान प्राप्त करने वाले एक वैश्विक बौद्ध अम्ब्रेला निकाय IBC के साथ मिलकर “साझी बौद्ध विरासत” पर शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विशेषज्ञों की एक अंतर्राष्ट्रीय बैठक का 14 से 15 मार्च तक सफल आयोजन किया था, ताकि SCO देशों की बौद्ध कला में एक दूसरे के सांस्कृतिक संबंधों को पुनः स्थापित किया जा सके और समानताओं की तलाश की जा सके। 
    • IBC का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।

 

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लिंक किए गए लेख में 03 May 2023 का पीआईबी सारांश और विश्लेषण पढ़ें।

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