विषयसूची:
|
1. MoHUA और MoR ने प्रोजेक्ट स्मार्ट के लिए JICA के साथ संयुक्त रूप से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए:
सामान्य अध्ययन: 2
अंतर्राष्ट्रीय संबंध:
विषय: भारत के हितों पर भारतीय परिदृश्य पर विकसित और विकासशील देशों की नीतियां और राजनीति का प्रभाव।
प्रारंभिक परीक्षा: प्रोजेक्ट-स्मार्ट, JICA ।
प्रसंग:
- आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय तथा रेल मंत्रालय ने ‘मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल के साथ स्टेशन एरिया डेवलपमेंट’ (प्रोजेक्ट-स्मार्ट) के लिए संयुक्त रूप से जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
उद्देश्य:
- इसका उद्देश्य यात्रियों और अन्य हितधारकों की पहुंच एवं सुविधा को बढ़ाना तथा स्टेशन क्षेत्रों के आसपास आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है।
- प्रोजेक्ट-स्मार्ट में मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेलवे (MAHSR) स्टेशनों के आस-पास के क्षेत्रों को विकसित करने की परिकल्पना की गई है।
विवरण:
- यह परियोजना MAHSR स्टेशनों के आसपास के क्षेत्रों की योजना, विकास और प्रबंधन के लिए राज्य सरकारों, नगर निगमों तथा शहरी विकास प्राधिकरणों की संस्थागत क्षमता को आसान बनाने और उसमें वृद्धि करने में सहायता प्रदान करेगी।
- इस समझौता ज्ञापन पर चार हाईस्पीड रेल स्टेशनों-साबरमती और सूरत (गुजरात), विरार और ठाणे (महाराष्ट्र) के लिए हस्ताक्षर किए गए हैं।
- इस मार्ग पर आने वाले 12 स्टेशनों में से सूरत, विरार और ठाणे ग्रीन फील्ड है और साबरमती ब्राउन फील्ड डेवलपमेंट है।
2. थैलेसीमिया बाल सेवा योजना के तीसरे चरण की शुरुआत:
सामान्य अध्ययन: 2
स्वास्थ्य:
विषय: स्वास्थ्य से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।
प्रारंभिक परीक्षा: थैलेसीमिया रोग, थैलेसीमिया बाल सेवा योजना (TBSY)।
प्रसंग:
- केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने 08 मई 2023 को विश्व थैलेसीमिया दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य मंत्रालय की थैलेसीमिया बाल सेवा योजना (TBSY) के तीसरे चरण का शुभारंभ किया एवं थैलेसीमिया बाल सेवा योजना पोर्टल भी लॉन्च किया, जिसे कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा उनके कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) पहल के रूप में समर्थन दिया जा रहा है।
विवरण:
- थैलेसीमिया एक वंशानुगत रोग है जो शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर सामान्य से कम होने की वजह से होता है।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत 2017 से TBSY को लागू किया जा रहा है और हाल ही में मार्च 2023 में इसका दूसरा चरण पूरा हुआ।
- इस कार्यक्रम के तहत दो चरणों में भारत के 10 इंपैनल्ड अस्पतालों में थैलेसीमिया रोगियों के लिए 356 बोन मेरो प्रत्यारोपण को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
- थैलेसीमिया और सिकल सेल बीमारी जैसी रक्त संबंधी बीमारियों के खिलाफ लड़ाई मजबूत करने के लिए बीमारी की स्क्रीनिंग को बढ़ाना, जागरूकता और सलाह के अवसर बढ़ाना और उपचार सुविधाओं को बढ़ाना महत्वपूर्ण है।
- इस अवसर पर डॉ पवार ने सिकल सेल रोग के लिए मानक उपचार वर्कफ़्लो को भी जारी किया।
- यह ICMR द्वारा विकसित किया गया है।
- केंद्रीय मंत्री ने संयुक्त सरकार की सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारियों के उपचार के लिए ई-रक्तकोश पोर्टल और ट्रांसफ्यूजन की जरूरत के लिए 1.5 लाख स्वास्थ्य और स्वस्थ वेलनेस केंद्रों के नेटवर्क जैसी विभिन्न पहलों का लाभ उठाने की जरूरत को उजागर किया।
- कार्यक्रम के तीसरे चरण में HSCT करने वाली संस्थाओं को CIL से सीधे 10 लाख रुपये की शुल्क दर के पैकेज के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना जारी रहेगा।
- यह कार्यक्रम गरीब थैलेसीमिया रोगियों और एप्लास्टिक एनीमिया के रोगियों को लाभ पहुंचाएगा, जो एक ऐसी बीमारी है, जिसका यदि उपचार न हो तो जीवन खतरे में पड़ सकता है।
- CIL ने योजना के लिए ऑनलाइन आवेदनों को सशक्त बनाने के लिए एक वेब-पोर्टल बनाया है।
- मरीज पंजीकरण करने से लेकर बंद करने तक अपने आवेदन की प्रगति को पोर्टल के माध्यम से रियल-टाइम में जान सकेंगे।
- यह पोर्टल योजना के तीसरे चरण के साथ शुरू किया जा रहा है।
- यह कार्यक्रम CSR की एक सफल पहल का उत्कृष्ट उदाहरण है, जो थैलेसीमिया रोगियों और उनके परिवारों के जीवन में वास्तविक बदलाव ला रहा है।
3. भारत – संयुक्त अरब अमीरात व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (CEPA):
सामान्य अध्ययन: 2
अंतर्राष्ट्रीय संबंध:
विषय: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह और भारत से जुड़े और/ या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।
मुख्य परीक्षा: भारत – संयुक्त अरब अमीरात व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) का महत्व।
प्रसंग:
- उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) और संयुक्त अरब अमीरात के विदेश व्यापार राज्य मंत्री थानी बिन अहमद अल जौदी ने संयुक्त रूप से भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (CEPA) के लागू होने की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
उद्देश्य:
- भारत के लिए, संयुक्त अरब अमीरात के साथ यह CEPA इस क्षेत्र में पहला समझौता है और संयुक्त अरब अमीरात के लिए, यह उनका अब तक का सबसे पहला CEPA है।
विवरण:
- इस CEPA के लागू होने के बाद से, भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच द्विपक्षीय व्यापार में पिछले वर्ष की तुलना में 20 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि देखी गई है।
- भारत द्वारा संयुक्त अरब अमीरात को किए जाने वाले निर्यात में भी 12 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई, जो 2022-2023 में 31.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर का हो गया।
- संयुक्त अरब अमीरात वर्तमान में 18 बिलियन अमेरिकी डॉलर के अनुमानित निवेश के साथ भारत में सातवां सबसे बड़ा निवेशक है।
- भारत- संयुक्त अरब अमीरात व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (CEPA), जिसे मात्र 88 दिनों की वार्ता के बाद संपन्न किया गया था, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ बन गया है।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
1.नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन ने साइबर सुरक्षित भारत के तहत 36वें मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी विस्तृत विश्लेषण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया:
- नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन (NEGD) ने अपनी क्षमताओं में बढ़ोतरी के उद्देश्य से एक विशेष परियोजना के तहत 8 से 12 मई 2023 तक 36वें मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी विस्तृत विश्लेषण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।
- साइबर सुरक्षित भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) की पहल है, जिसकी शुरुआत साइबर अपराध के बारे में जागरूकता फैलाने और सभी सरकारी विभागों में मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों (CISO) तथा अग्रिम पंक्ति के सूचना प्रौद्योगिकी कर्मियों की क्षमताओं में बढ़ोतरी लाने के मिशन के साथ की गई थी।
- बढ़ते साइबर खतरे से निपटने हेतु पर्याप्त सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से संगठनों के द्वारा अपने डिजिटल बुनियादी ढांचे की सुरक्षा बढ़ाने और साइबर हमलों से निपटने के लक्ष्य के साथ भविष्य के लिए तैयार होने की आवश्यकता है।
- विस्तृत विश्लेषण प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य विशेष रूप से मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों को साइबर हमलों के बारे में व्यापक जानकारी देना और इसकी कार्य प्रणाली को पूरी तरह से समझने के लिए प्रशिक्षित करना एवं क्रियान्वयन हेतु सक्षम बनाना है।
- इस कार्यक्रम का लक्ष्य सुरक्षा की नवीनतम तकनीकों में आवश्यक अनुभव प्राप्त करना और बड़े पैमाने पर व्यक्तिगत संगठनों एवं नागरिकों के लिए एक लचीले ई-बुनियादी ढांचे के लाभों का प्रसार करना भी है।
- प्रशिक्षण कार्यक्रम कानूनी प्रावधानों का एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करने पर भी केंद्रित है, जो मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों को साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में नीतियां बनाने और ठोस साइबर संकट प्रबंधन योजना तैयार करने में सक्षम बनाता है।
- यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उद्योग जगत, शिक्षा क्षेत्र और सरकार के विषय-विशेषज्ञों को साइबर सुरक्षा के प्रमुख डोमेन मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच पर लाएगा।
- जिनमें शासन के जोखिम एवं अनुपालन, भारत में साइबर सुरक्षा उत्पादों का परिदृश्य, अंतिम छोर तक और कार्यस्थल संबंधी डिजिटल सुरक्षा, नेटवर्क की हिफाजत, अनुप्रयोग व डेटा बचाव, CCMP तथा घटना के संबंध में कार्रवाई, मोबाइल उपयोग निश्चितता, क्रिप्टोग्राफी, साइबर सिक्योरिटी उपाय परीक्षण एवं लेखापरीक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी के साइबर सुरक्षा संबंधी प्रावधान ISO 27001, भयमुक्त संलेखन और सुरक्षा संचालन केंद्र के संचालन तथा निगरानी सहित अन्य अधिनियम व ISMS मानक आदि शामिल हैं।
- मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी विस्तृत विश्लेषण प्रशिक्षण कार्यक्रम 2018 में शुरू किया गया था।
- यह प्रशिक्षण सार्वजनिक निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत सरकार और उद्योग संघों के बीच अपनी तरह की पहली साझेदारी है।
2.ICAR – राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो:
- ICAR – राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ, कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, भारत सरकार के अधीन एक प्रमुख मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान है, जो भारतीय मत्स्य प्रजातियों के अन्वेषण, सूचीकरण, मूल्यांकन और लक्षण वर्णन के माध्यम देश में मत्स्य उत्पादन बढ़ाने और प्राकृतिक आवासों में मत्स्य प्रजातियों के संरक्षण संबंधी अनुसंधान में संलग्न हैI
- संस्थान ने संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण, मत्स्य जनसंख्या आनुवंशिकी, मत्स्य ट्रांसक्रिप्टोमिक्स, एक्स-सीटू और इन-सीटू मत्स्य संरक्षण, मत्स्य शुक्राणु क्रायोबैंकिंग, मत्स्य आणविक रोग निदान और चिकित्सा, जलीय जीव रोगों के लिए राष्ट्रीय निगरानी कार्यक्रम, मत्स्य पालन, जलीय कृषि में रोगाणुरोधी प्रतिरोध तथा मत्स्य विविधता के आकलन के लिए नए और अनछुए भौगोलिक क्षेत्रों की खोज जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपने अनुसंधान कार्यक्रमों का विस्तार किया है I
- मछलियों में होने वाला रोग- ऊमायसीट रोग।
- इस रोग से बचाव के लिए भारत में विकसित की गयी औषधि ‘ऊनिल’I
08 May PIB :- Download PDF Here
लिंक किए गए लेख में 07 May 2023 का पीआईबी सारांश और विश्लेषण पढ़ें।
सम्बंधित लिंक्स:
Comments