विषयसूची:
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1. रक्षा मंत्री ने लाइन ऑफ क्रेडिट के तहत 12 रक्षक नौकाएं वियतनाम को सौंपीं:
सामान्य अध्ययन: 2
अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध:
विषय: भारत के हितों पर विभिन्न देशों की नीतियां एवं राजनीति का प्रभाव।
मुख्य परीक्षा:’मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ भारत के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को प्रगाड़ करने में किस प्रकार सहायक हैं ?
प्रसंग:
- रक्षा मंत्री ने 09 जून, 2022 को हाई फोंग में हांग हा शिपयार्ड की अपनी यात्रा के दौरान तीव्रगति से चलने वाली 12 रक्षक नौकाएं वियतनाम को सौंपीं।
उद्देश्य:
- इन नौकाओं का निर्माण भारत सरकार की 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट के तहत किया गया है।
- पहली पांच नौकाएं भारत में लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) शिपयार्ड में और सात अन्य नौकाएं हांग हा शिपयार्ड में बनाई गई थीं।
- यह ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ दृष्टिकोण और भारतीय रक्षा निर्माण में पेशेवर उत्कृष्टता का एक उदाहरण है।
विवरण:
- यह परियोजना ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ का एक ज्वलंत उदाहरण हैं।
- कोविड -19 महामारी के कारण उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद इस परियोजना का सफल होना भारतीय रक्षा विनिर्माण क्षेत्र के साथ-साथ हांग हा शिपयार्ड की प्रतिबद्धता एवं पेशेवर उत्कृष्टता का भी प्रमाण है।
- यह परियोजना भविष्य में भारत तथा वियतनाम के बीच कई और सहकारी रक्षा परियोजनाओं का मार्ग प्रशस्त करेगी।
- भारत ने वियतनाम अपने रक्षा औद्योगिक परिवर्तन का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया।
- इसका उद्देश्य भारत को एक रक्षा विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए एक घरेलू रक्षा उद्योग का निर्माण करना है, जो न केवल हमारी जरूरतों को,बल्कि अंतरराष्ट्रीय आवश्यकताओं को भी पूरा करेगा ।
पृष्ठ्भूमि:
- भारत के रक्षा मंत्री वियतनाम की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं।
- राजनाथ सिंह ने 08 जून, 2022 को हनोई में अपनी यात्रा के पहले दिन वियतनाम के रक्षा मंत्री जनरल फान वान गियांग के साथ द्विपक्षीय वार्ता की।
- दोनों रक्षा मंत्रियों द्वारा रक्षा सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से 2030 तक भारत और वियतनाम रक्षा सहयोग हेतु संयुक्त दृष्टिकोण पत्र पर हस्ताक्षर किये गए।
- दोनों देशों के बीच पारस्परिक रूप से लाभकारी लॉजिस्टिक सहयोग में प्रक्रियाओं को सरल बनाने के लिए भी एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- रक्षा मंत्री ने वियतनाम के राष्ट्रपति श्री गुयेन जुआन फुक और प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन से भी मुलाकात की।
2. प्रधानमंत्री ने बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो- 2022 का उद्घाटन किया:
सामान्य अध्ययन: 3
अर्थव्यवस्था:
विषय: भारत के विकास के लिए नीतियां,हस्तक्षेप,उनके डिजाइन और कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
प्रारंभिक परीक्षा: भारत में बायोटेक।
मुख्य परीक्षा: बीते दशक में भारत में बायोटेक क्षेत्र में हुई प्रगति और ,देश के विकास में बायोटेक उद्योग की भूमिका पर चर्चा कीजिए।
प्रसंग:
- प्रधानमंत्री ने प्रगति मैदान में बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो-2022 का उद्घाटन किया। इसके साथ ही बायोटेक उत्पाद ई-पोर्टल भी लॉन्च किया।
उद्देश्य:
- इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि बीते 8 साल में भारत की बायो-इकॉनॉमी 8 गुना बढ़ गई है।
- “10 अरब डॉलर से बढ़कर हम 80 अरब डॉलर तक पहुंच चुके हैं। भारत,जल्द ही बायोटेक के ग्लोबल इको-सिस्टम में टॉप-10 देशों की लीग में शामिल होगा ।”
- प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र के विकास में जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (बीआईआरएसी) के योगदान के बारे में भी बताया।
विवरण:
- प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को बायोटेक का हब माना जा रहा है, उसके पांच बड़े कारण हैं।
- पहला- डायवर्स पापुलेशन, डायवर्स क्लाइमेट जॉन्स, दूसरा- भारत का टैलेंटेड ह्यूमन कैपिटल पूल, तीसरा- भारत में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए किए जा रहे प्रयास।
- चौथा- भारत में लगातार बढ़ रही बायो-प्रोडक्ट्स की डिमांड और पांचवां- भारत के बायोटेक सेक्टर यानि आपकी सफलताओं का ट्रेक रिकॉर्ड।
- बायोटेक क्षेत्र के लिए भी अभूतपूर्व कदम उठाए जा रहे हैं जो स्टार्टअप इको-सिस्टम में स्पष्ट रूप से दिख रहे हैं।
- प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि बीते 8 वर्षों में हमारे देश में स्टार्ट-अप्स की संख्या, कुछ सौ से बढ़कर 70 हजार तक पहुंच गई है।
- ये 70 हजार स्टार्ट-अप्स लगभग 60 अलग-अलग इंडस्ट्रीज में हैं,जिसमें 5 हजार से अधिक स्टार्ट अप्स, बायोटेक से जुड़े हैं।
- प्रत्येक14वां स्टार्टअप जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र में है और पिछले वर्ष में ही इस क्षेत्र में 1100 से अधिक स्टार्टअप जुड़े हैं ।”
- प्रधानमंत्री ने कहा कि बायोटेक क्षेत्र में निवेशकों की संख्या में 9 गुना और बायोटेक इन्क्यूबेटरों और उनके लिए वित्तपोषण में 7 गुना वृद्धि हुई है।
- उन्होंने कहा, “बायोटेक इन्क्यूबेटरों की संख्या 2014 में 6 थी जो अब बढ़कर अब 75 हो गई है। बायोटेक उत्पादों कि संख्या भी 10 से बढ़कर 700 से अधिक हो गई है।
- उन्होंने स्टार्टअप्स के लिए स्टार्टअप इंडिया अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए इन-स्पेस, रक्षा स्टार्टअप के लिए आई-डेक्स, सेमी कंडक्टर के लिए भारत सेमीकंडक्टर मिशन, युवाओं में नवाचारों को प्रोत्साहित करने के लिए स्मार्ट इंडिया हेकाथॉन और बायोटेक स्टार्ट-अप एक्सपो का उदाहरण दिया।
- प्रधानमंत्री ने विस्तार से बताया, “सबका प्रयास की भावना के अनुरूप सरकार, नए संस्थानों के माध्यम से उद्योग के सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को एक मंच पर ला रही है। यह देश के लिए एक और बड़ा फायदा है।
- देश को अनुसंधान और शिक्षा से नई सफलताएं मिलती हैं, उद्योग वास्तविक दुनिया के दृष्टिकोण में मदद करता है, और सरकार आवश्यक नीतिगत वातावरण और आवश्यक बुनियादी ढांचा प्रदान करती है।”
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
3. भारत के राष्ट्रपति का चुनाव, 2022 (16वां राष्ट्रपति चुनाव):
- भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई, 2022 को समाप्त हो रहा है।
- भारत के संविधान के अनुच्छेद 62 के अनुसार, निवर्तमान राष्ट्रपति के कार्यकाल की समाप्ति से पहले नए राष्ट्रपति का चुनाव पूरा करना आवश्यक है।
- संविधान के अनुच्छेद 324 में राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति चुनाव अधिनियम, 1952 तथा राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति चुनाव नियम, 1974 के अनुसार भारत के राष्ट्रपति के चुनाव के संचालन का अधीक्षण, निर्देशन और नियंत्रणकी शक्ति भारत निर्वाचन आयोग के पास है।
4. ब्रिक्स कृषि मंत्रियों की 12वीं बैठक:
- 08 जून को ब्रिक्स कृषि मंत्रियों की 12वीं बैठक वर्चुअल माध्यम से संपन्न हुई। इस बैठक में चीन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, रूस और भारत के मंत्रियों ने भाग लिया।
- केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे ने इस बैठक में भाग लिया।
- केंद्रीय मंत्री ने भारत सरकार द्वारा कृषि और किसान कल्याण के क्षेत्र में पीएम किसान, पीएम फसल बीमा योजना, सॉइल हेल्थ कार्ड, प्राकृतिक कृषि, एफपीओ का गठन और संवर्धन आदि शुरू की गई पहलों और कदमों का उल्लेख किया।
- मंत्री ने कृषि मंत्रालय द्वारा हाल में कृषि में डिजिटल प्रौद्योगिकियों का उपयोग बढ़ाने के लिए की गईं एग्री-स्टैक और इंडिया डिजिटल इकोसिस्टम फॉर एग्रीकल्चर (आईडीईए) जैसी पहलों काभी उल्लेख किया।
- उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों के टिकाऊ उपयोग के माध्यम से भूख को समाप्त करने और कृषि उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने के भारत के संकल्प पर जोर दिया है।
- केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पोषक अनाजों और फसलों की जैव फोर्टिफाइड किस्मों के विकास पर जोर के साथ राष्ट्रीय खाद्य एवं पोषण मिशन पर प्रकाश डाला।
- साथ ही खाने में बाजरा के महत्व के साथ ही पोषण सुरक्षा और जलवायु लचीलेपन पर जोर दिया। ब्रिक्स देशों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष, 2023 को समर्थन और आयोजन का आह्वान किया।
- ब्रिक्स कृषि मंत्रियों ने “समन्वित कृषि और ग्रामीण विकास के लिए ब्रिक्स सहयोग को मजबूत बनाने” के साथ 12वीं बैठक की संयुक्त घोषणा और ब्रिक्स सदस्य देशों के बीच खाद्य सुरक्षा सहयोग की ब्रिक्स रणनीति का भी समर्थन किया ।
लिंक किए गए लेख में 08 June 2022 का पीआईबी सारांश और विश्लेषण पढ़ें।
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