विषयसूची:
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1.मानवाधिकार दिवस समारोह
सामान्य अध्ययन: 2
राजव्यवस्था एवं शासन:
विषय: महत्वपूर्ण संस्थान – उसकी संरचना एवं अधिदेश।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा: मानवाधिकार एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार के बारे में तथ्य।
संदर्भ:
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा आयोजित मानवाधिकार दिवस समारोह में भाग लिया।
विवरण:
- यह संपूर्ण मानव जाति के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि वर्ष 1948 में इसी दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (UDHR) को अपनाया था।
- मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा के पाठ का 500 से अधिक भाषाओं में अनुवाद किया गया है। इसके साथ ही यह इतिहास में सबसे अधिक अनुवादित दस्तावेज भी है।
- मानवाधिकार कार्यकर्ता दुनिया भर में प्रगति के लिए काम कर रहे हैं।
- भारत में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग मानवाधिकारों के बारे में जागरूकता फैलाने के सर्वोत्तम संभव प्रयास कर रहा है। अपने 30वें वर्ष में, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मानवाधिकारों की रक्षा के साथ-साथ उन्हें बढ़ावा देने का सराहनीय काम किया है।
- 10 दिसंबर, 2022 से मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा के 75 वर्ष पूरे होने के वर्ष भर चलने वाले विश्वव्यापी समारोह की शुरुआत हो गई है और संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2022 के विषय के रूप में ‘डिग्निटी, फ्रीडम एंड जस्टिस फॉर ऑल’ यानी गरिमा, स्वतंत्रता और सभी के लिए न्याय को चुना है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC):
- राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एक सांविधिक (संवैधानिक नहीं) निकाय है।
- इसकी स्थापना 1993 में संसद द्वारा अधिनियमित एक कानून, ‘मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम, 1991’ (Protection of Human Rights Act, 1991) के तहत की गई थी ।
- आयोग देश में मानवाधिकारों का प्रहरी है, इन अधिकारों में जीवन, स्वतंत्रता, समानता और व्यक्ति की गरिमा से संबंधित अधिकारों की गारंटी से संबंधित संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकार, अंतरराष्ट्रीय अनुबंधों में शामिल अधिकार तथा भारत में विभिन्न न्यायालयों द्वारा घोषित किए गए अधिकार सम्मिलित हैं।
- संरचना : आयोग एक बहु-सदस्यीय निकाय है जिसमें एक अध्यक्ष और पांच सदस्य होते हैं।
- अध्यक्ष : आयोग का अध्यक्ष भारत का सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश या सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश होता है।
नियुक्ति प्रक्रिया:
- अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा छह सदस्यीय समिति की अनुशंसाओं पर की जाती है ।
- चयन समिति: इसमें प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा के उपसभापति, संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता और केंद्रीय गृह मंत्री शामिल होते हैं।
- इसके अलावा, भारत के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श के बाद ही सर्वोच्च न्यायालय के एक मौजूदा न्यायाधीश या किसी उच्च न्यायालय के एक मौजूदा मुख्य न्यायाधीश को नियुक्त किया जा सकता है।
प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- स्वाहिद दिवस:
- ऐतिहासिक असम आंदोलन में असम के पहले शहीद खड़गेश्वर तालुकदार के 1979 में शहादत दिवस के स्मरण में स्वाहिद दिवस मनाया गया।
- गोवा के पंजिम में फ्रांसिस्को लुइस गोम्स गार्डन में आयोजित कार्यक्रम असम सोसाइटी ऑफ गोवा द्वारा आयोजित किया गया था और इसमें असमिया समुदाय के सदस्यों एवं कई गणमान्य व्यक्तियों तथा स्थानीय लोगों ने भाग लिया।
- असम आंदोलन वर्ष 1979 से 1985 तक छह साल तक चला था। राज्य को अवैध अप्रवासियों से बचाने के लिए छह साल तक चले आंदोलन में असम के लोगों ने भाग लिया और भारत की एकता व अखंडता की रक्षा के लिए 860 शहीदों ने अपना बलिदान दिया।
- असम आंदोलन राष्ट्र की रक्षा के लिए असम के मूल निवासियों के एकजुट प्रयासों का एक शानदार उदाहरण है और इसका दूरगामी प्रभाव रहा है।
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