विषयसूची:

  1. वाईएआई सीनियर नेशनल सेलिंग चैम्पियनशिप 2022:
  2. कोच्चि में ग्राम पंचायतों में सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण (LSDG) पर राष्ट्रीय कार्यशाला:
  3. भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI):
  1. वाईएआई सीनियर नेशनल सेलिंग चैम्पियनशिप 2022:

    सामान्य अध्ययन: 2

    अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध:

    विषय: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह और भारत से जुड़े समझौते या भारत के हितों को प्रभावित करना।

    प्रारंभिक परीक्षा: याचिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया (वाईएआई),नौका दौड़ के वर्ग से सम्बंधित तथ्य।

    प्रसंग:

    • इंडियन नेवी वाटरमैनशिप ट्रेनिंग सेंटर (INWTC), मुंबई द्वारा याचिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया और इंडियन नेवल सेलिंग एसोसिएशन (INSA) के तत्वावधान में बोट्स की सीनियर क्लासेस के लिए 13 से 20 नवंबर, 2022 तक याचिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया (YAI) सीनियर नेशनल सेलिंग चैंपियनशिप 2022 (एशियन गेम्स सिलेक्शन ट्रायल) का आयोजन किया जा रहा है।

    उद्देश्य:

    • एशियन गेम्स सिलेक्शन ट्रायल।

    • यह आयोजन 2023 ,सितंबर को चीन में होने वाले आगामी एशियाई खेलों के लिए वाईएआई रैंकिंग इवेंट और चयन परीक्षण है।

    • इसकी रेस मुंबई बंदरगाह से आयोजित की जाएगी।

    विवरण:  

    • देश भर के 15 सेलिंग क्लबों के 115 से अधिक नाविकों ने इस आयोजन के लिए पंजीकरण कराया है।

    • नौकाओं के आठ वर्गों में प्रति वर्ग 12 दौड़ की एक श्रृंखला निर्धारित की गई है।

    • जो इस प्रकार हैं -पुरुषों, महिलाओं और मिश्रित श्रेणियों में ILCA 7, ILCA 6, 49er, 49erFX, 470, NACRA 17, RS:X और IQ Foil ।

    • ओमान, कोरिया और सिंगापुर के विदेशी रेस अधिकारियों समेत वर्ल्ड सेलिंग क्वालिफाइड इंटरनेशनल रेस ऑफिसर्स, इंटरनेशनल जजेज़ एंड मेज़र्स सहित इवेंट अधिकारियों की एक टीम सभी प्रतियोगियों के लिए रेस का निष्पक्ष संचालन सुनिश्चित करेगी ।

  2. कोच्चि में ग्राम पंचायतों में सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण (LSDG) पर राष्ट्रीय कार्यशाला:

    सामान्य अध्ययन: 2

    शासन

    विषय:  शासन व्यवस्था, पारदर्शिता और जवाबदेहि के महत्वपूर्ण पक्ष,ई- गवर्नेस-अनुप्रयोग,मॉडल ,सफलताएं सीमाएं और संभावनाएं।

    प्रारंभिक परीक्षा: सतत विकास लक्ष्य (LSDG) ,तीन स्तरीय पंचायती राज संस्थान (PRI)से सम्बंधित तथ्य।

    प्रसंग: 

    • थीम 1: निर्धनता मुक्त और संवर्धित आजीविका ग्राम पंचायत पर विषयगत दृष्टिकोण अपनाने के माध्यम से ग्राम पंचायतों में सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण (LSDG) पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन 14-16 नवंबर, 2022 के दौरान केरल के कोच्चि में किया जा रहा है।

    उद्देश्य:

    • इस सु-संरचित कार्यशाला का उद्देश्य:

    (1) सीमांतीकरण – समावेशन और मूलभूत सेवाओं तक पहुंच, सामाजिक सुरक्षा तंत्र और सुरक्षा प्रणालियों – पंचायतों के माध्यम से राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम (NSAP), महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) योजना  और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) का लाभ उठाते हुए

    (2) आजीविका – आय असमानता और निर्धनता को दूर करने में पंचायतों की भूमिका, अत्यधिक निर्धनता उन्मूलन और निर्धन, निर्बल और सीमांत वर्गों के लिए रोजगार के अवसरों में सुधार लाने और

    (3) आपदाओं और अत्यधिक जलवायु घटनाओं द्वारा उत्पन्न विषम परिस्थितियों के विरूद्ध निर्बल समुदायों की अनुकूलता के राष्ट्र स्तरीय महत्व पर जागरूकता का सृजन करना है।

    विवरण:  

    • कार्यशाला का आयोजन भारत सरकार के पंचायत राज मंत्रालय द्वारा केरल सरकार के स्थानीय स्वशासन विभाग (LSDG) और केरल के त्रिशूर के केरल स्थानीय प्रशासन संस्थान (KILA) के सहयोग से किया जा रहा है।

    राष्ट्रीय कार्यशाला निम्नलिखित उद्देश्यों को प्राप्त करने का प्रयास करती है:

    • अन्य राज्यों के साथ विचारों का आदान-प्रदान और अनुभव साझा करके ग्राम पंचायतों के लिए समान प्रकार की सीख के लिए स्थान का सृजन करना।

    • पंचायतों के निर्वाचित प्रतिनिधियों और नीति निर्माताओं, सिविल सोसायटी संगठनों, गैर सरकारी संगठनों, डोमेन विशेषज्ञों के बीच संवाद को सुगम बनाना।

    • थीम1: निर्धनता मुक्त और संवर्धित आजीविका ग्राम पंचायतों पर कार्यान्वयन कार्यनीति को सुदृढ़ बनाना:

    • पंचायतों में SDG स्थानीयकरण पर केरल राज्य रोडमैप जारी करना।

    • थीम1: (निर्धनता मुक्त और संवर्धित आजीविका ग्राम पंचायत) से संबंधित नवोन्मेषी विचारों का प्रसार और विचार-विमर्श करना।

    • राष्ट्रीय कार्यशाला ग्राम पंचायतों के लिए विचार-विमर्श संबंधित कार्रवाई और अनुभवजन्य सीख के लिए एक उपयुक्त मंच के रूप में काम करेगी।

    • थीम1: के दृष्टिकोण में कहा गया है कि “निर्धनता मुक्त पंचायत, यह सुनिश्चित करती है कि सामाजिक सुरक्षा हो ताकि कोई भी पुनः निर्धन न हो जाए।

      • एक ऐसा गांव जहां सभी के लिए संवर्धित आजीविका के साथ विकास और समृद्धि हो।” निर्धनता बहुआयामी और विभिन्न कारणों से उत्पन्न होती है जिसका जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव पड़ता है।

    • रोजगार के अवसर, सामाजिक सुरक्षा, आवास, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित मूलभूत सेवाओं तक पहुंच, मितव्ययिता और ऋण के लिए सक्षमकारी वातावरण, भूमि उत्पादकता में सुधार और निर्धनों तथा विभिन्न आपदा से निर्बल लोगों की अनुकूलता इस थीम का केंद्रित क्षेत्र है।

    पृष्ठ्भूमि:

    • संयुक्त राष्ट्र द्वारा अपनाए गए सतत विकास लक्ष्य 1 जनवरी, 2016 से प्रभावी हुए। भारत सरकार के पंचायत राज मंत्रालय ने सतत विकास लक्ष्य के लिए विषयगत दृष्टिकोण अपनाया है – यह ‘वैश्विक योजना’ अर्जित करने के लिए ‘स्थानीय कार्रवाई’ सुनिश्चित करने का दृष्टिकोण है।

    • इस दृष्टिकोण का उद्देश्य पीआरआई, विशेष रूप से ग्राम पंचायतों के माध्यम से 17 ‘लक्ष्यों’ को ‘9 थीम’ में शामिल कर ग्रामीण क्षेत्रों में एसडीजी का स्थानीयकरण करना है।

    • उपयुक्त नीतिगत निर्णयों और संशोधनों के परिणामस्वरूप राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (RGSA) और ग्राम पंचायत विकास योजना (GPDP) के दिशानिर्देशों में सुधार हुआ है, जो ग्राम पंचायतों में सतत विकास लक्ष्यों (LSDG) के स्थानीयकरण की प्रक्रिया को सुगम बनाता है।

    • पंचायतों में सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण के एजेंडे के अनुसरण में, भारत सरकार का पंचायती राज मंत्रालय नौ थीमों पर विभिन्न स्थानों पर पंचायती राज संस्थाओं (PRI), पंचायती राज के राज्य/संघ शासित प्रदेशों के विभागों, ग्रामीण विकास और पंचायती राज के राज्य संस्थानों (SIRD और PR), संबंधित मंत्रालयों/विभागों और अन्य हितधारकों के घनिष्ठ सहयोग से सतत विकास लक्ष्यों (LSDG) के स्थानीयकरण पर विषयगत कार्यशालाओं/सम्मेलनों की एक श्रृंखला आयोजित कर रहा है।

    • एलएसडीजी का प्रभावी और प्रभावशाली कार्यान्वयन तभी हो सकता है जब तीन स्तरीय पंचायती राज संस्थानों (PRI) द्वारा अवधारणा और इसकी प्रक्रिया को समुचित रूप से समझा, आत्मसात और कार्यान्वित किया जाता है, जिससे कि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विकास प्रक्रिया में कोई भी पीछे न छूट जाए।

प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:

  1. भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI):
    • 53वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव  का आयोजन प्रत्येक वर्ष की तरह गोवा में किया जा रहा हैं।

    • 1952 में स्थापित भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) एशिया के सबसे प्रमुख फिल्म समारोहों में से एक है।

    • भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का उद्देश्य फिल्मों, उनकी कहानियों और उनके निर्माण से जुड़े लोगों का जश्न मनाना है।

    • ऐसा करके, हम फिल्मों के लिए प्रबुद्ध प्रशंसा और उत्साही प्रेम का पोषण, प्रचार और प्रसार करना चाहते हैं – दूर-दूर तक चर्चा और गहरा जुडाव; लोगों के बीच प्रेम, समझ और बंधुत्व के सेतुओं का निर्माण और उन्हें व्यक्तिगत व सामूहिक उत्कृष्टता के नए शिखर को छूने के लिए प्रेरित करना।

    • यह महोत्सव हर साल गोवा एंटरटेनमेंट सोसाइटी तथा मेजबान राज्य, गोवा के सहयोग से सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित किया जाता है।

10 नवंबर 2022 : PIB विश्लेषण –Download PDF Here

लिंक किए गए लेख में 10 नवंबर 2022 का पीआईबी सारांश और विश्लेषण पढ़ें।

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